सुभाष घई चाहते हैं भारत के मंदिर करें 90 प्रतिशत सोने का दान, कहा, 'उन्हें लोगों से ही मिला हैं'
Subhash Ghai suggests The Temples Of India should Donate 90 Percent Of Gold सुभाष घई ने एक प्रश्न पूछा कि क्या सभी मंदिरों को सरकार को धनराशि दान नहीं करना चाहिए।
नई दिल्ली, जेएनएनl फिल्म निर्माता सुभाष घई ने सोशल मीडिया पर एक ट्वीट किया हैं और इसमें उन्होंने अमीर मंदिरों से इस महामारी के दौरान जरूरतमंद लोगों की सहायता करने के लिए उन्हें मिले सोने का दान देने का आग्रह किया। वह कहता है कि वैसे भी सारा सोना भगवान के नाम पर लोगों से एकत्रित किया गया थाl COVID-19 महामारी ने पूरी दुनिया को एक साथ लॉक कर दिया हैl
मानव जाति को इस कोरोना वायरस से लड़ने में मदद करने के लिए लगभग सभी राष्ट्रों द्वारा धन जुटाया जा रहा हैं। बॉलीवुड सितारे डॉक्टरों, पुलिसकर्मी, सफाई कर्मचारियों जैसे फ्रंटलाइन श्रमिकों की मदद करने के लिए आगे आ रहे हैंl उनमें से एक फिल्म निर्माता सुभाष घई ने एक प्रश्न किया हैं। फिल्म निर्माता ने अपने हालिया ट्वीट में माननीय पीएम नरेंद्र मोदी को एक प्रश्न पूछा हैं।
IS IT NOT A RIGHT TIME TO REACH TEMPLES OF OUR GODS?
When
All rich temples with huge gold reserve shud surrender to govt n donate 90% of its gold to serve poor people under stress since they got it from people only in name of GODS ? @PMOIndia🙏🏽— Subhash Ghai (@SubhashGhai1) May 14, 2020
अपने ट्वीट में उन्होंने इस विपदा के समय के बारे में उल्लेख किया, जिसने दुनिया और हमारे देश पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है। उन्होंने एक प्रश्न पूछा कि क्या सभी मंदिरों को सरकार को धनराशि दान नहीं करना चाहिए। उन्होंने अपने ट्वीट में यह भी सुझाव दिया कि इन मंदिरों को अपने 90% सोने का दान भक्तों की जरूरत के हिसाब से करने के बारे में सोचना चाहिए। फिल्म निर्माता के ट्वीट में लिखा था, 'क्या यह समय हमारे भगवान के मंदिरों का हमारी मदद करने का नहीं है? विशाल सोने के भंडार वाले सभी अमीर मंदिर सरकार को अपने सोने का 90% दान कर सकते हैं, तो गरीबों का भला हो सकता हैंl वैसे भी उन्हें यह sona केवल भगवान के नाम पर मिला है? @PMOIndia'
Why only Temple, we have church n mosque as well. Take them under government and utilize their fund as well— just4India (@someshRathore2) May 14, 2020
फिल्म निर्माता के इस ट्वीट में हालांकि कुछ लोगों ने उनका समर्थन करते हुए चर्चों और मस्जिदों को भी इसमें शामिल करने का आग्रह किया लेकिन हमेशा की तरह कुछ ने उन्हें ट्रोल किया। मिड-डे के साथ हाल ही में एक इंटरव्यू में फिल्म निर्माता ने लॉकडाउन के कारण फिल्म उद्योग को हुए भारी नुकसान पर अपनी राय शेयर किया था। उन्होंने कहा, 'मैं इस बात से इनकार नहीं करता कि तालाबंदी ने हमें आर्थिक रूप से प्रभावित किया है। यह हमारे लिए एक बड़ा झटका था, लेकिन हम मिलकर इसका मुकाबला करेंगे। हम सिनेमाघरों के फिर से खुलने का इंतजार कर रहे हैं और हम फिर से फिल्में रिलीज करेंगे।'