Shooting Guidelines: 60 साल से अधिक उम्र वालें नहीं कर पाएंगे पर शूटिंग, बुजुर्ग एक्टर्स ने कहा-मिलनी चाहिए इजाजत
Shooting Guidelines एफडब्ल्यूआईसी ने जो गाइडलाइन्स जारी की है उसमें एक अहम मुद्दा है यह है कि 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र वाले लोगों को सेट से दूर रहना होगा।
मुंबई, (प्रियंका सिंह)। सेट पर काम करने के को लेकर फिल्म और टेलीविजन से जुड़े कई संगठन सेट पर काम करने के लेकर अपने-अपने दिशानिर्देश जारी कर रहे हैं। महाराष्ट्र सरकार ने भी कड़े दिशा निर्देशों के बीच एक हफ्ते में शूटिंग शुरू करने की इजाजत दे दी है। महाराष्ट्र सरकार, प्रोड्यूसर्स गिल्ड ऑफ इंडिया और फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज (एफडब्ल्यूआईसी) ने जो गाइडलाइन्स जारी की है, उसमें एक अहम मुद्दा है यह है कि 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र वाले लोगों को सेट से दूर रहना होगा। इस उम्र वाले कलाकारों या तकनीशियन्स के स्वास्थ्य की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाए जा रहे हैं।
इन दिशानिर्देशों को लेकर उम्रदराज कलाकारों की अपनी-अपनी राय है। जी टीवी के शो 'गुड्डन तुमसे न हो पाएगा' में दादी का किरदार निभाने वाली अभिनेत्री दलजीत सौंध का कहना है कि यह हमारा रोजगार है। हम घरेलू महिलाएं नहीं हैं। हमें पता है कि खुद का ख्याल कैसे रखना है। अगर कोई सेहत से जुड़ी समस्या नहीं है, तो शूटिंग की इजाजत मिलनी चाहिए। मेरा रिकॉर्ड रहा है मैंने कभी किसी भी शो के दौरान बीमारी की वजह से कोई छुट्टी नहीं ली है। आने वाला समय बहुत से बदलाव लाएगा। कोरोना वायरस के साथ रहने की आदत डालनी पड़ेगी। बुजुर्ग हो या जवान हर किसी को मास्क, सैनिटाइजर और खुद की हाइजीन का ध्यान रखना ही पड़ेगा। इसके अलावा जो युवा दर्शक हैं, वह तो अपने मनोरंजन के लिए दूसरे प्लेटफॉर्म ढूंढ लेंगे। लेकिन जो बुजुर्ग है, जिन्हें टीवी सीरियल्स देखने की आदत है, उन्हें शो में दादी-पोता, सास-बहू की कहानियां चाहिए। वह उनकी जिंदगी का हिस्सा हैं। मैं मानती हूं कि यह दिशानिर्देश हमारी सेहत की सुरक्षा के लिए हैं, लेकिन जो स्वस्थ हैं उन्हें काम की इजाजत मिलनी चाहिए।
एफडब्ल्यूआईसी के अध्यक्ष बी एन तिवारी का कहना है कि जिस यूनिट में पहले से ही उम्रदारज लोग थे, उन्हें पेमेंट की जाएगी। यह हालात अस्थाई हैं। उम्रदराज लोगों पर पाबंदी इसलिए लगाई गई है, क्योंकि उनको रोगप्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है। एक भी अगर संक्रमित हुए, तो सारा काम 14-15 दिनों के लिए रुक जाएगा, जिससे निर्माताओं को भी दिक्कत होगी। जिन बुजुर्गों को आर्थिक समस्या है, हम कोशिश करेंगे कि निर्माताओं से बात करके उन्हें घर बैठे ही पैसे दिलवाएं, क्योंकि वह उनके साथ कई सालों से काम करते आए हैं। जानबूझ कर किसी के काम को रोकना नहीं है। किसी नए उम्रदराज तकनीशियन्स या एक्टर्स को फिलहाल काम पर नहीं रखा जाएगा। इस पेशे से जुड़े हर उम्रदराज व्यक्ति के साथ ईमानदारी बरती जाएगी। वह भरोसा रखें, किसी का भी काम उनके हाथ से नहीं जाएगा। हम तो 60 उम्र से अधिक निर्माताओं से भी कहेंगे कि वह सेट पर न जाएं।
इसे भी पढ़ें- फिल्म इंडस्ट्री को मिली सरकार की हरी झंडी, इन नियमों के साथ शुरू होगा शूटिंग का काम
हालांकि निर्माता जे डी मजेठिया का कहना है कि 60-65 से अधिक उम्र वाले लोगों को घर बैठे उनकी तनख्वाह देनी है या नहीं यह आपसी मीटिंग और बातचीत के बाद तय होगा। अगर कलाकारों और तकनीशियन्स को पैसों को लेकर ज्यादा दिक्कत नहीं है, तो स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें। बुजुर्ग कलाकरों को शूटिंग से दूर रखने की वजह से कहानी में भी बदलाव किए जा सकते हैं। अगर उनकी बहुत जरुरत कहानी में होगी, तो अच्छी तरह से मेडिकल चेकअप के बाद ही सीमित लोगों के बीच में शूटिंग की इजाजत दी जा सकेगी।
उम्रदराज अभिनेता अनंग देसाई का कहना है कि यह हमारी सुरक्षा के मद्देनजर है। ऐसा नहीं है कि यह निर्णय वह अकेले लेंगे। इसे लेकर वह कलाकारों से भी बात करेंगे, उनकी राय जानेंगे। अलग-अलग व्यक्ति पर निर्भर करेगा कि उनकी सेट पर कितनी जरुरत है। ऐसा तो बिल्कुल नहीं होगा कि निर्माताओं को अपने शो के लिए 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र वाले कलाकार नहीं चाहिए होंगे। कहानी के मुताबिक कलाकार तो शो में होंगे ही।
स्टार भारत के शो कार्तिक पुर्णिमा धारावाहिक में नानी का किरदार निभाने वाली अभिनेत्री भैरवी वैद्य का कहना है कि सेट पर कई लोग होते हैं। कौन कहां से आ रहा है, वह संक्रमित है या नहीं है, यह हर दिन पता लगाना मुश्किल काम है। एक्टर होने के नाते हमें कई तरह के सीन करने होते हैं। कुछ सीन बेटे के साथ होते हैं, कुछ बहू के साथ। कई बार कलाकारों को गले भी लगाना होता है। ऐसे में कितनी भी कोशिश कर ली जाए शारीरिक दूरी रखने की वह संभव नहीं हो पाएगा। ऐसे में इस तरह के दिशानिर्देश में कोई बुराई नहीं है। हमारी सेहत को ध्यान में रखकर ही यह निर्णय लिया गया होगा। जब दो से ढाई महीने घर पर रहकर निकाल दिए, तो चार महीने और सही। सेहत के साथ रिस्क लेने का कोई मतलब नहीं बनता है। जान है तो जहान है।