Malaika Arora Coronavirus Positive: कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद मलाइका अरोड़ा कर रही है कपालभाति और अनुलोम-विलोम
Malaika Arora Coronavirus Positive मलाइका अरोड़ा ने अनुलोम विलोम और कपालभाति जैसे श्वासाभ्यास का अभ्यास किया।
नई दिल्ली, जेएनएनl फिल्म एक्ट्रेस मलाइका अरोड़ा ने अपने हालिया साक्षात्कार में COVID-19 पॉजिटिव पाए जाने के बाद ठीक होने के दौरान की सबसे बड़ी चुनौती का कैसे सामना किया, इस बारे में बताया हैl लगभग दो हफ़्ते पहले अर्जुन कपूर के बाद उनकी प्रेमिका मलाइका अरोड़ा ने सोशल मीडिया पर अपने प्रशंसकों और अनुयायियों को सूचित किया कि उनका कोरोना वायरस टेस्ट पॉजिटिव आया है। मलाइका ने हाल ही में अपने 14-दिन के सेल्फ-आइसोलेशन की अवधि पूरी कर ली हैl अब उन्हें एक और परीक्षण से गुजरना होगा, जिससे यह पता चलेगा कि वह ठीक हो गई है या नहीं।
चार दीवारों में कैद मलाइका अरोड़ा ने हाल ही में अपने कुत्ते कैस्पर और बेटे अरहान खान की एक तस्वीर पोस्ट की थी, जिसे वह बालकनी से देखती है। अपने हालिया साक्षात्कार के दौरान मलाइका ने सबसे बड़ी चुनौतियों के बारे में बात की, जो कि उनके ठीक होने के दौरान आई थीं। मलाइका का कहना था कि किसी भी चीज से ज्यादा उनके लिए चुनौतीपूर्ण बेटे अरहान ख़ान और कुत्ते कैस्पर से दूर रहना था।
मलाइका ने मिड-डे से कहा, 'सबसे बड़ी चुनौती मेरे बेटे से मैं नहीं मिल पा रही थी। हमने अपनी बाल्कनियों से एक-दूसरे से बात की है।' मलाइका ने यह भी खुलासा किया कि इंडियाज बेस्ट डांसर के सदस्यों के पॉजिटिव आने के बाद उन्होंने खुद को भी जांचने का निर्णय लिया जो कि दुर्भाग्यपूर्ण तौर से सकारात्मक आया। मलाइका ने मिड-डे को बताया, 'सौभाग्य से, मेरे परिवार का वायरस से संक्रमण नहीं हुआ था। जब मेरा टेस्ट पॉजिटिव आया तो मैं चौंक गई क्योंकि मुझे कोई प्रमुख लक्षण या असुविधा नहीं हो रही थी। मुझे घर पर सेल्फ-आइसोलेशन में रहने की सलाह दी गई थी। मैंने यह सुनिश्चित किया कि मैं अपने कमरे से बाहर नहीं गई, और मेरे बेटे अरहान, घर के कर्मचारियों और हमारे कुत्ते कैस्पर सहित किसी के भी संपर्क में नहीं आऊं।'
कोरोना के लक्षणों के बारे में बात करते हुए मलाइका ने कहा, 'मुझे सांस लेने में तकलीफ नहीं थी, लेकिन कुछ हल्के लक्षण दिखाई दिए थे। मुझे कमजोरी की शिकायत थी, जो तब होती है जब आपका शरीर किसी बीमारी से लड़ रहा होता है। मैं अपनी योग का अभ्यास नहीं कर सकती थी क्योंकि मैं कमजोर थी, मैंने यह सुनिश्चित किया कि मैं मूल आसनों को करूं और मैंने अनुलोम विलोम और कपालभाति जैसे श्वासाभ्यास का अभ्यास किया।'