Coronavirus Pandemic Lockdown: हक़ीक़त के बेहद क़रीब ये हॉलीवुड फ़िल्में, वारयस बना विलेन
Coronavirus OUTBREAK 2011 में आयी Contagion इस वक़्त इंटरनेट पर ख़ूब सर्च की जा रही है। कंटेजियन की कहानी एक वायरस के संक्रमण और उसके पैनडमिक बन जाने पर आधारित है।
नई दिल्ली, जेएनएन। चीन के वुहान शहर से शुरू हुआ कोरोना वायरस कोविड 19 दुनिया के कई देशों में पांव पसार चुका है। चीन और इटली समेत कुछ देशों में इसका विकराल रूप सामने आया। हज़ारों लोगों की मौत हो चुकी है। भारत में भी कोविड 19 अपना प्रकोप दिखा रहा है। इससे प्रभावित मामलों की संख्या 800 के पार हो चुकी है। कोविड 19 को कंट्रोल करने के लिए देशभर में 21 दिनों का लॉकडाउन पीरियड चल रहा है, जो 14 अप्रैल को पूरा होगा। सरकारी मशीनरी और स्वास्थ्य संस्थाएं लगातार इस पर काबू पाने की ज़द्दोजहद मे जुटे हैं। लोगों को घरों में रहने की एडवायज़री जारी की गयी है।
जो लोग हॉलीवुड सिनेमा में दिलचस्पी रखते हैं, उन्हें कोरोना वायरस के बाद पैदा हुए हालात बिल्कुल फ़िल्मी दृश्यों की तरह लग सकते हैं, क्योंकि पश्चिमी सिनेमा में ऐसी कई फ़िल्में आ चुकी हैं, जिनकी कहानी का खलनायक कोई इंसान नहीं बल्कि एक अज्ञात वायरस होता है, जो आबादी के बड़े हिस्से का सफ़ाया कर देता है। आइए, ऐसी ही फ़िल्मों पर सरसरी नज़र डालते हैं।
कोरोना वायरस पैनडेमिक के सबसे क़रीब जो फ़िल्म है, उसका नाम है कंटेजियन (Contagion), जो 2011 में आयी थी और इसी वजह से यह फ़िल्म इंटरनेट पर ख़ूब सर्च की जा रही है। कोरोना वायरस के आउटब्रेक से मिलती-जुलती कहानी पर बनी कंटेजियन की कहानी एक वायरस के फैलने और फिर उससे बचाव के लिए वैक्सीन विकसित करने पर आधारित थी। फ़िल्म का निर्देशन स्टीवन सोडरबर्ग ने किया था।
इस फ़िल्म में मैट डेमन, ग्वायनेथ पैल्ट्रो, केट विंस्लेट, मैरियन कोटिलार्ड और जूड लॉ जैसे दमदार कलाकारों ने काम किया था। फ़िल्म में वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग, क्वारंटाइन और सेल्फ़ आइसोलेशन जैसे तरीक़ों का बार-बार ज़िक्र किया गया था।
1995 में आयी आउटब्रेक एक मेडिकल डिजास्टर फ़िल्म है, जो द हॉट ज़ोन नाम की नॉन फिक्शन बुक पर आधारित थी। इस फ़िल्म में ईबोला जैसे वायरस मोटोबा के आउटब्रेक को कहानी का आधार बनाया गया था। अफ्रीकन देश से निकलकर वायरस अमेरिका पहुंचता है और फिर देखेते ही देखते पैनडेमिक का रूप ले लेता है। फ़िल्म में डस्टिन हॉफमैन, रिनी रूसो, मोर्गन फ्रीमैन जैसे कलाकारों ने काम किया था।
2000 में आयी अमेरिकन थ्रिलर फ़िल्म क्वारनटाइन वायरस अटैक की कहानी है, जिसमें एक आतंकी संगठन वायरस को हथियार बनाकर दुनिया पर हमला बोलता है। इनके अलावा रेज़िडेंट ईविल सीरीज़, वर्ल्ड वॉर ज़ेड, आई एम लीजेंड ऐसी फ़िल्में हैं, जिनमें किसी वायरस के आउटब्रेक से दुनिया के ख़त्म होने और कुछ लोगों के सर्वाइव करने की कहानी दिखायी गयी।
अगर भारतीय सिनेमा की बात करें तो वायरस आउटब्रेक और पैनडेमिक पर ज़्यादा फ़िल्में नहीं आयी हैं। अलबत्ता, यहां हाल ही में आयी मलयालम फ़िल्म वायरस का ज़िक्र करना लाज़िमी है। इस फ़िल्म की कहानी 2018 में केरल में हुए निप्हा वायरस के आउटब्रेक पर आधारित है।आशिक़ अबु निर्देशित फ़िल्म में कुंचाको बोबन और पार्वती तिरुवोथु ने मुख्य भूमिकाएं निभायीं।
भारतीय दर्शकों के लिए
Netflix पर मौजूद हैं यह Pandemic फ़िल्में और सीरीज़-
- पैनडेमिक- वेब सीरीज़
- रेज़िडेंट ईविल: द फाइनल चैप्टर- फ़िल्म
- ट्रेन टू बुसान- फ़िल्म
- कार्गो- फ़िल्म
- 93 डेज़- फ़िल्म
- 12 मंकीज़- फ़िल्म
Prime पर मौजूद हैं यह Pandemic फ़िल्में और सीरीज़-
- कॉन्टेजियन- फ़िल्म
- वर्ल्ड वॉर ज़ेड- फ़िल्म
- 12 मंकीज़- सीरीज़
- द लास्ट शिप- सीरीज़
- द कैरियर- फ़िल्म
(Photo- IMDB)