चंदन रॉय सान्याल ने खुद को ऑटो रिक्शा में किया कैद, चंद घंटे में सीखा रिक्शा चलाना
हवा बदले हस्सु एक ऐसे रिक्शा चालक की कहानी है जिसे पर्यावरण से बेहद प्यार है और वो वायु प्रदूषण को लेकर बेहद चिंतित रहता है।
नई दिल्ली, जेएनएन। एक्टर्स अपने किरदार के लिए खूब मेहनत करते हैं और परफेक्शन के लिए फिर कितना भी समय क्यों न लग जाए देते हैं। ऐसा ही कुछ किया है अभिनेता चंदन रॉय सान्याल ने। वेब सीरीज़ के लिए चंदन रॉय सान्याल ने ख़ुद को रिक्शा में कैद कर लिया था और चंद घंटे में रिक्शा चलाना सीखा।
दरअसल, हवा बदले हस्सु पर्यावरण से जुड़ी एक साइंस फ़िक्शन वेब सीरीज़ है जिसमें चंदन रॉय सान्याल एक बेहद अलग किस्म के रोल में दिखाई देंगे। गौरतलब है कि इस वेब सीरीज़ की ज़्यादातर शूटिंग एक रिक्शा के अंदर हुई है।अपना किरदार निभाने के लिए चंदन को महज़ दो घंटे में रिक्शा चलाना सीखना पड़ा। ऐसे में चंदन ने तड़के एक दिन एक रिक्शेवाले से वर्सोवा में रिक्शा चलाना सीखा।
बता दें कि, हवा बदले हस्सु एक ऐसे रिक्शा चालक की कहानी है जिसे पर्यावरण से बेहद प्यार है और वो वायु प्रदूषण को लेकर बेहद चिंतित रहता है। पर्यावरण के लिए वह शिद्दत से कुछ करना चाहता है। ऐसे में वो अपने ग्राहकों से रोज़ाना की ज़िंदगी की बातें करने के दौरान उन्हें वायु प्रदूषण के बारे में शिक्षित करता है। हस्सु बदलाव में यकीन करने वाला ऐसा शख़्स है जो ईंधन के रूप में सीएनजी का इस्तेमाल करते हुए पर्यावरण के प्रति अपना छोटा सा योगदान देता है और अपने रिक्शा को ईको-फ्रेंडली ज़ोन में तब्दील कर देता है।
अपने इस अनोखे किरदार के बारे में बात करते हुए चंदन ने कहा ये एक बेहद चुनौतीपूर्ण रोल था। इस सीरीज़ के लिए न सिर्फ मुझे चंद घंटों में रिक्शा चलाना सीखना पड़ा, बल्कि मुझे ज्यादातर सीन्स रिक्शा के अंदर ही करने पड़े क्योंकि 70 फीसदी सीरीज रिक्शा के अंदर ही शूट की गयी है। उस छोटी सी जगह में बैठकर सारे संवाद बोलना और अपने जज्बातों को जाहिर करना आसान काम नहीं था।
बताते चलें कि, हवा बदले हस्सु ज़िंदगी का अक्स दिखानेवाली फिल्म के तौर पर शुरू होती है और फिर ये सीरीज एक साइंस फ़िक़्शन में बदल जाती है। यह वेब सीरिज जल्द सोनी लिव पर जल्द रिलीज होगी।
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