जॉन अब्राहम की 'परमाणु' समेत रियल लाइफ़ से निकलीं ये धमाकेदार कहानियां
इससे पहले जॉन अब्राहम पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के षड्यंत्र पर आधारित फ़िल्म 'मद्रास कैफ़े' का निर्माण कर चुके हैं।
मुंबई। हमारे रोज़-मर्रा के जीवन में कई घटनाएं ऐसी घटित हो जाती हैं, जिनके बारे में सुनकर ही ज़हन में ख़याल आता है, 'अरे यार इस पर तो फ़िल्म बननी चाहिए।' वास्तविक घटनाओं से प्रेरित कुछ ऐसी ही दिलचस्प कहानियां इस साल पर्दे पर आ रही हैं। इनमें से एक है जॉन अब्राहम की 'परमाणु- द स्टोरी ऑफ़ पोखरण'। ये फ़िल्म 1998 में हुए देश के दूसरे नाभिकीय बॉम्ब परीक्षण की ऐतिहासिक घटना को पहली बार सत्तर एमएम के पर्दे पर लेकर आएगी।
अभिषेक शर्मा निर्देशित फ़िल्म में जॉन एक सैन्य अधिकारी का किरदार निभा रहे हैं, जो इस परीक्षण में शामिल था, जबकि डायना पेंटी भी सैन्य अधिकारी के किरदार में हैं। फ़िल्म लंबे इंतज़ार के बाद 25 मई को सिनेमाघरों में आ रही है। करण जौहर ने जॉन की फ़िल्म की तारीफ़ की है। करण ने ट्वीट रिव्यू में कहा है- परमाणु देखी। एक दिलचस्प और उत्तेजित करने वाली फ़िल्म। अंत तक फ़िल्म ने मुझे सीट से चिपकाए रखा। देशभक्ति से भरी इस फ़िल्म को इसके रोमांचक क्लाइमैक्स के लिए देखिए। बधाई जॉन अब्राहम और टीम परमाणु।
Saw #parmanu !!! A riveting and arousing film....this true story kept me glued to my seat towards the end! Watch out for the nail biting climax of this immensely patriotic true story!!!! Congratulations @TheJohnAbraham and team #Parmanu #abhisheksharma— Karan Johar (@karanjohar) May 20, 2018
इस फ़िल्म के लिए जॉन ने सह निर्माता कंपनी क्रिअर्ज के साथ लंबी लड़ाई लड़ी है। इससे पहले जॉन पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के षड्यंत्र पर आधारित फ़िल्म 'मद्रास कैफ़े' का निर्माण कर चुके हैं, जिसे शुजित सरकार ने निर्देशित किया था। इस फ़िल्म में जॉन ने इंटेलीजेंस ब्यूरो के अफ़सर का रोल निभाया था, जिसे इस साजिश की भनक लग जाती है, मगर हालात ऐसे बनते हैं कि उसे रोक नहीं पाता। फ़िल्म का टाइटल पहले जाफना था, जिसे आपत्ति उठने के बाद बदलकर 'मद्रास कैफ़े' कर दिया गया।
बॉर्डर जैसी शानदार वॉर फ़िल्म बनाने वाले निर्देशके जेपी दत्ता अब एक और वॉर फ़िल्म 'पलटन' लेकर आ रहे हैं। ये फ़िल्म 1962 में हुई भारत-चीन की लड़ाई पर आधारित है। फ़िल्म में अर्जुन रामपाल, जैकी श्रॉफ़, हर्षवर्धन राणे, गुरमीत चौधरी, सोनू सूद मुख्य भूमिकाएं निभा रहे हैं। पलटन इसी साल रिलीज़ हो रही है।
1983 में भारत की क्रिकेट विश्व कप में पहली जीत को पर्दे पर लेकर आ रहे हैं डायरेक्टर कबीर ख़ान। 83 शीर्षक से बन रही इस फ़िल्म में भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान कपिल देव के किरदार में रणवीर सिंह नज़र आएंगे। फ़िल्म अगले साल रिलीज़ होगी। क्रिकेट को कहानी के केंद्र में लेकर बॉलीवुड में फ़िल्में बनती रही हैं, लेकिन विश्व कप जीत पर बनने वाली ये पहली हिंदी फ़िल्म होगी।
रियल लाइफ़ हीरो 'पैडमैन' बनने के बाद अक्षय कुमार एक और वास्तविक घटना से प्रेरित फ़िल्म 'गोल्ड' में नज़र आएंगे। ये फ़िल्म आज़ाद हिंदुस्तान का पहला ओलंपिक गोल्ड मैडल जीतने की कहानी है। फ़िल्म में अक्षय बंगाली हॉकी कोच के किरदार में हैं। कहानी वही है, मगर किरदारों में काफ़ी बदलाव किये गये हैं। इस फ़िल्म से टीवी एक्ट्रेस मौनी रॉय बॉलीवुड में डेब्यू कर रही हैं। मौनी अक्षय की पत्नी के रोल में हैं। 'गोल्ड' को रीमा कागती ने निर्देशित किया है।
पिछले कुछ अर्से से अक्षय कुमार ऐसी फ़िल्मों को तवज्जो दे रहे हैं, जिनकी कहानियां वास्तविक जीवन से उठायी गयी हैं। नीरज पांडे निर्देशित 'स्पेशल 26' अस्सी के दशक में हुई ठगी की एक ऐसी घटना पर आधारित थी, जिसने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था और जिसका राज़ आज कर नहीं सुलझ सका है। फ़र्ज़ी सीबीआई अफ़सरों की टीम ने एक ज्वैलरी की दुकान को दिन-दहाड़े लूट लिया था। 'स्पेशल 26' में अक्षय फ़र्ज़ी सीबीआई अफ़सर बने थे, जबकि मनोज बाजपेयी असली सीबीआई वाले थे। अक्षय कुमार की 'एयरलिफ्ट' की कहानी नब्बे के दशक में खाड़ी युद्ध में फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकालने की सत्य घटना पर आधारित थी। इस फ़िल्म में अक्षय ने कुवैत में बसे भारतीय व्यवसायी का किरदार निभाया था, जिसने इस रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम देने में अहम रोल निभाया। राजा कृष्ण मेनन निर्देशित फ़िल्म में निम्रत कौर ने अक्षय की पत्नी का किरदार निभाया।
अजय देवगन की फ़िल्म Raid की कहानी उत्तर प्रदेश के एक बाहुबली नेता के यहां आयकर विभाग के छापे के इर्द-गिर्द घूमती है। कहानी अस्सी के दशक की है और इनकम टैक्स रेड्स की कई असली घटनाओं से प्रेरित है। अजय देवगन भारतीय राजस्व सेवा (IRS) के ईमानदार अफ़सर की भूमिका में हैं, जो कहीं रेड मारने जाता है तो खाली हाथ नहीं लौटता। उनका किरदार एक रियल लाइफ़ आयकर अधिकारी पर आधारित दिखाया गया और फ़िल्म का ताना-बाना उन्हीं के अनुभवों के आधार पर बुना गया।
'रेड' को राज कुमार गुप्ता ने निर्देशित किया, जो 'नो वन किल्ड जेसिका' जैसी फ़िल्म बना चुके हैं। ये फ़िल्म दिल्ली में हुए हाईप्रोफाइल मर्डर केस पर आधारित थी। एक बाहुबली पॉलिटिशियन के बेटे ने झगड़े के बाद बारटेंडर और मॉडल जेसिका लाल को सरेआम गोली मार दी थी। 'रेड' में अजय के साथ इलियाना डिक्रूज़ उनकी पत्नी के किरदार में थीं, जबकि सौरभ शुक्ला बाहुबली का रोल में नज़र आये।
वीरे दी वेडिंग की रिलीज़ का इंतज़ार कर रहीं सोनम कपूर को 'नीरजा' के लिए ख़ूब तारीफ़ें और अवॉर्ड्स मिले। इस फ़िल्म में उन्होंने फ्लाइट अटेंडेंट नीरजा भनोत का रोल प्ले किया था, जो विमान अपहरण के दौरान यात्रियों की जान बचाते हुए शहीद हो जाती है। अमेरिका जा रहे यात्री विमान का अपहरण कराची में किया गया था। फ़िल्म में शबाना आज़मी ने नीरजा की मॉम का किरदार निभाया था, जबकि संगीतकार शेखर रवजियानी ने नीरजा के प्रेमी के रूप में बॉलीवुड में बतौर एक्टर करियर शुरू किया।
इनके अलावा राम गोपाल वर्मा की 'द अटैक्स ऑफ़ 26/11' 2008 में हुए आतंकी हमलों पर बनी दस्तावेज़ी फ़िल्म है। संजय गुप्ता 'शूट आउट एट लोखंडवाला' और 'शूट आउट एट लोखंडवाला' के ज़रिए मुंबई में गैंगस्टरों के पुलिस एनकाउंटरों की सच्ची घटनाएं दिखा चुके हैं। अनुराग कश्यप ने 1993 के सीरियल बम धमाकों की साज़िश पर 'ब्लैक फ्राइडे' के ज़रिए रौशनी डाली। बम धमाकों पर बनी ये सबसे विश्वसनीय फ़िल्म कही जा सकती है। हालांकि इसी ख़ासियत की वजह से ये विवादित भी रही और अदालत के दखल के बाद ही रिलीज़ हो सकी थी।