विनोद खन्ना की उपेक्षा पर ऋषि कपूर के गुस्से को आशा पारेख ने बताया जायज़
आशा ने विनोद खन्ना के साथ 'आन मिलो सजना', 'मेरा गांव मेरा देश', 'आधा दिन आधी रात' जैसी फ़िल्मों में काम किया है।
मुंबई। स्वर्गीय एक्टर विनोद खन्ना के अंतिम संस्कार में बॉलीवुड की यंग जनरेशन को ग़ैर हाज़िर देखकर ऋषि कपूर सोशल मीडया में जमकर बरसे थे। अब वेटरन एक्ट्रेस आशा पारेख ने ऋषि कपूर का गुस्सा जायज़ ठहराया है। ख़ुद आशा ने विनोद खन्ना के साथ कई फ़िल्मों में स्क्रीन स्पेस शेयर किया है।
हाल ही में आमिर ख़ान ने आशा की बायोग्राफ़ी 'द हिट गर्ल' दिल्ली में रिलीज़ की। इस मौक़े पर आशा ने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी है कि ऋषि कपूर ने क्या कहा था और वो सही कह रहे हैं। यंग जनरेशन ऐसी चीज़ों को ज़्यादा महत्व नहीं देती है। हालांकि आशा ने ये भी कहा, ''वो एक्टर्स की मौजूदा जनेरेशन में किसी के भी ज़्यादा क़रीब नहीं हैं, मगर वो जब भी उनसे मिलते हैं, तो उन्हें काफी इज़्ज़त देते हैं।''
यह भी पढ़ें: विनोद खन्ना से जुदाई भुला नहीं पा रहे ऋषि कपूर अब ऐसे किया याद
आशा ने विनोद खन्ना के साथ 'आन मिलो सजना', 'मेरा गांव मेरा देश', 'आधा दिन आधी रात' जैसी फ़िल्मों में काम किया है। विनोद खन्ना के बारे में आशा ने कहा, ''वो बहुत अच्छे इंसान थे... ख़ूबसरत और मर्दाना शख़्स। उनकी मुस्कान बेहद ख़ूबसूरत थी। उनके साथ काम करना हमेशा अच्छा रहा। अपने आस-पास वालों के लिए उनका बर्ताव गर्मजोशी भरा रहता था।''
यह भी पढ़ें: मक्खी को भी जो बना दे बाहुबली, ऐसे जादूगर हैं डायरेक्टर राजामौली
बता दें कि 27 अप्रैल को सुबह 11.20 बजे निधन के बाद उसी दिन विनोद खन्ना का अंतिम संस्कार किया गया था, जिसमें बॉलीवुड की यंग जनरेशन नदारद रही थी। ऋषि कपूर ने ट्वीटर पर इसे शर्मनाक बताया था।
यह भी पढ़ें: कभी राह चलते कूड़ा बीनती थीं अनुष्का शर्मा, मां से पड़ती थी ख़ूब डांट
Shameful. Not ONE actor of this generation attended Vinod Khanna's funeral. And that too he has worked with them. Must learn to respect.— Rishi Kapoor (@chintskap) April 27, 2017
बायोग्राफी रिलीज़ करने के बाद आमिर ने आशा पारेख का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि बहुत कम फ़िल्म पर्सनेलिटीज़ ऐसी होती हैं, जो अपनी ज़िंदगी के बारे में बात करने में संकोच नहीं करतीं। आमिर ने कहा, कि आपने जो किया है, उसे बताना अहम होता है क्योंकि इससे दूसरों को प्रेरणा मिलती है। बुक रिलीज़ में शत्रुघ्न सिन्हा भी मौजूद रहे। आशा की बायोग्राफी फ़िल्म क्रिटिक और राइटर खालिद मोहम्मद ने लिखी है।