Arnab Goswami को लेकर सिंगर सोना महापात्रा ने किया ट्वीट- दो ग़लत मिलकर एक सही नहीं बनाते!
Arnab Goswami को 2018 के एक मामले में गिरफ़्तार किया गया है। सोशल मीडिया में अर्नब को लेकर बहस जारी है और तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। बॉलीवुड सिंगर सोना महापात्रा ने अर्नब का समर्थन करते हुए उन्हें जेल में रखने पर एतराज़ ज़ाहिर किया है।
नई दिल्ली, जेएनएन। रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी 2018 के एक मामले में सुसाइड के लिए उकसाने के आरोप को लेकर जेल में बंद हैं। सोशल मीडिया में अर्नब को लेकर बहस जारी है और तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। बॉलीवुड सिंगर सोना महापात्रा ने अर्नब का समर्थन करते हुए उन्हें जेल में रखने पर एतराज़ ज़ाहिर किया है।
सोना ने ट्वीट किया- वे सारे लोग जो अपने होंठों से चटखारे लेते हुए अर्नब गोस्वामी को ज़मानत ना मिलने और उन्हें ऐसी जेल में रखने का समर्थन कर रहे हैं, जहां आतंकवादी और अंडरवर्ल्ड के गुंडे बंद हैं, तो आप भी फासिस्टों से कम नहीं हैं। आप राजनीतिक बदले को हवा दे रहे हैं। यह बीमार मानसिकता है। दो ग़लत बातों को मिलाकर एक सही नहीं किया जा सकता। सोना के इस ट्वीट का कुछ लोग समर्थन कर रहे हैं तो कुछ इसके ख़िलाफ़ भी हैं। बता दें कि अर्नब फ़िलहाल मुंबई के बाहर तलोजा जेल में बंद हैं।
All those people smacking their lips, justifying #ArnabGoswami being denied bail & being housed in a jail inhabited by terrorists & underworld goons, please know that you are no different from ‘fascists’. You endorse ‘political vendetta’. That’s sick, 2 wrongs don’t make a right— Sona Mohapatra (@sonamohapatra) November 10, 2020
अलीबाग पुलिस ने इंटीरियर डिज़ाइनर अन्वय नाइक की आत्महत्या के मामले में गिरफ़्तार करने के बाद उन्हें स्कूल में बनी एक कोविड-19 फैसिलिटी में रखा था, जो कैदियों को क्वारंटाइन करने के लिए बनायी गयी थी, मगर वहां मोबाइल फोन इस्तेमाल करने के आरोप के बाद अर्नब को तलोजा जेल स्थानांतरित कर दिया गया।
इस बीच बॉम्बे हाई कोर्ट ने अर्नब को अंतरिम ज़मानत देने से इनकार कर दिया, जिसके बाद उन्होंने हाई कोर्ट के फ़ैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी। सुप्रीम कोर्ट 11 नवम्बर को अर्नब को ज़मानत मिल गयी। इससे पहले अर्नब ने अलीबाग की स्थानीय अदालत में प्रक्रियागत ज़मानत के लिए याचिका डाली थी।
अर्नब पर आरोप है कि उन्होंने वर्ली स्थित रिपब्लिक टीवी के ऑफ़िस में काम करवाने के बाद डिज़ाइनर की फर्म का कुछ भुगतान नहीं किया था। उनका नाम अन्वय नाइक के सुसाइड नोट में भी लिखा था। 4 नवम्बर को अर्नब को उनके घर से गिरफ़्तार किया गया था।