Apna Time Bhi Aayega: जब निर्देशक ने तनाज़ ईरानी के मुंह पर फेंक दी थी सिक्रिप्ट, छोड़ना चाहती थीं इंडस्ट्री
कॉमेडी किरदार से अपनी पहचान बनाने वाली तनाज़ ईरानी शो ‘अपना टाइम भी आएगा’ में अपनी छवि से अलग महारानी राजेश्वरी सिंह राजावत का किरदार निभा रही हैं। तनाज कई फिल्मों का भी हिस्सा रही हैं... जानें उनके करियर से जुड़ी कुछ बातें
दीपेश पांडेय, जेएनएन। कॉमेडी किरदार से अपनी पहचान बनाने वाली तनाज़ ईरानी शो ‘अपना टाइम भी आएगा’ में अपनी छवि से अलग महारानी राजेश्वरी सिंह राजावत का किरदार निभा रही हैं। तनाज कई फिल्मों का भी हिस्सा रही हैं... जानें उनके करियर से जुड़ी कुछ बातें
सवाल : क्या निगेटिव किरदार के लिए यकीन दिला पाना मुश्किल रहा?
जवाब : इस किरदार के लिए मैं थिएटर में किए गए अपने कामों को श्रेय देती हूं। मैंने कुछ समय पहले थिएटर में ऐसा ही किरदार निभाया था। लुक टेस्ट के दौरान मुझे राजेश्वरी जैसे लोगों के स्वभाव के बारे में पता था, उन्हें अपने से छोटी हैसियत वालों से कुछ भी बोलने में हिचकिचाहट नहीं होती। यह अनुभव निर्माताओं का यकीन जीतने में काम आया। लुक टेस्ट के बाद कुछ ही दिन में निर्माताओं की तरफ से मुझे इस किरदार के लिए हरी झंडी मिल गई थी।
सवाल : अपनी छवि से अलग जॉनर आजमाने में डर नहीं लगा?
जवाब : मैं इसे कॅरियर की दूसरी पारी की शुरुआत की तरह देख रही हूं। पिछले 27 वर्ष से कॉमेडी से जुड़ी हुई हूं। मुझे कोई डर नहीं, बल्कि नए जॉनर से जुड़कर बहुत रोमांचित महसूस कर रही हूं। एक ही तरह के किरदार निभाते-निभाते जिंदगी से रोमांच गायब हो जाता है। मैं मेहनत से खुद को इस किरदार के अनुरूप बनाने की कोशिश कर रही हूं।
सवाल : इस किरदार के लिए कुछ विशेष तैयारियां रहीं?
जवाब : राजेश्वरी के लुक में कहीं भी तनाज नहीं दिखेगी। मेरे बालों से लेकर, परिधान और आभूषण आदि राजसी परिवार के अनुसार डिजाइन किए गए हैं। मैं इस किरदार को जी रही हूं। मैं लेखन टीम को भी सुझाव देती रहती हूं। इसके लिए मैंने अपनी आवाज, भाषा और उठने-बैठने के तरीके पर भी काफी काम किया है।
सवाल : क्या इसके बाद नकारात्मक किरदारों की तरफ ज्यादा ध्यान रहेगा?
जवाब : टीवी की दुनिया में यह मेरा अब तक का सबसे बेहतरीन किरदार है। जिस तरह से इसमें प्रोडक्शन और क्रिएटिव टीम दिलचस्पी ले रही है, इसका असर मुझे करियर में लंबे अर्से तक देखने को मिलेगा। उम्मीद है अब अलग-अलग तरह के किरदारों के प्रस्ताव मिलेंगे। हो सकता है कि इसके बाद मैं फिल्मों पर भी ध्यान दूं और वहां से भी कुछ अच्छे प्रस्ताव मिलें।
सवाल : सिनेमा से करीब 10 साल की दूरी का क्या कारण है?
जवाब : कॅरियर के शुरुआत में तो कुछ अच्छे मौके मिले, लेकिन बाद में एक जैसे किरदारों के प्रस्ताव मिलने लगे। उनमें कोई मजा नही आ रहा था। मैं शुरू से एक कलाकार के तौर पर आगे बढ़ना चाहती थी। अगर इसमें फेम और पैसा मिल जाए तो और अच्छी बात है। इसके बाद मैंने थिएटर में भी काफी काम किया साथ ही निर्देशन भी किया।
सवाल : राजेश्वरी के विचारों से व्यक्तिगत तौर पर कितना ताल्लुक रखती हैं?
जवाब : मैं निजी जिंदगी में राजेश्वरी के विचारों से सहमत नहीं हूं। मेरा मानना है कि भगवान ने सभी को एक समान बनाया है। अपनी मेहनत और लगन से हरेक शख्स कोई भी मुकाम हासिल कर सकता है। करियर के शुरुआत में बहुत से लोगों ने मेरे अभिनय के बारे में बुरा-भला कहा। एक बार एक निर्देशक ने तो स्क्रिप्ट मेरे मुंह पर फेंक दी थी। कुछ अनुभव तो इतने खराब थे कि इंडस्ट्री छोड़ने का विचार मन में आने लगा था। हालांकि मुझे खुद पर विश्वास था कि मैं यह कर सकती हूं। मैंने खुद पर काम करना जारी रखा। मैं लगातार इंडस्ट्री में बनी हुई हूं, यही मेरी सबसे बड़ी उपलब्धि है।
सवाल : बड़े ख्वाब देखने वाली महिलाओं के लिए क्या कहना चाहेंगी?
जवाब : अपने सपने पूरे करने में कई बाधाओं और मुश्किलों के साथ लोगों की छोटी सोच का भी सामना करना पड़ता है। उड़ान जितनी ऊंची होगी, मुश्किलें भी उतनी ज्यादा होंगी और इन सबसे आपको अकेले लड़ना होगा। इसलिए लोगों की बातों की जगह अपनी मजबूती पर ध्यान देना जरूरी है। लोगों की कहानियां सुनने की बजाय अपनी एक सफल कहानी लिखने का प्रयास करें।