Anupam Kher ने सांसद Gautam Gambhir को दी बिन मांगी सलाह, मगर क्यों, जानिए यहां...
Anupam Kher advises Gautam Gambhir अुनपम की यह प्रतिक्रिया गौतम के उन ट्वीट्स के जवाब में आयी है जिनमें उन्होंने गुरुग्राम में हुई एक घटना की निंदा की थी।
मुंबई। लोक सभा चुनाव 2019 में भारतीय जनता पार्टी की ओर से कई सांसद ऐसे हैं, जो पहली बार संसद पहुंचे हैं। इन्हीं में से एक पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर हैं, जिन्होंने पूर्वी दिल्ली से सांसद का चुनाव जीता। अब वेटरन एक्टर अनुपम खेर ने सांसद गौतम गंभीर को जीत की बधाई देने के साथ मुफ़्त की एक सलाह भी दी है। उन्होंने गौतम को स्टेटमेंट देकर लोकप्रियता हासिल करने के बजाए काम पर फोकस करने का मशविरा दिया है।
मंगलवार को अनुपम खेर ने गौतम गंभीर को टैग करते हुए लिखा- प्रिय गौतम गंभीर जीत के लिए बधाई। एक अतिउत्साही भारतीय होने के नाते मुझे बेहद ख़ुशी मिली। आपने मेरी सलाह नहीं मांगी है, फिर भी- मीडिया के एक निश्चित वर्ग के बीच लोकप्रिय होने के जाल में मत फंसना। यह आपका काम है, जो बोलेगा। ज़रूरी नहीं कि आपके बयान ऐसा करें। अनुपम के इस ट्वीट का फ़िलहाल गौतम गंभीर ने कोई जवाब नहीं दिया है।
Dear @GautamGambhir !! Congratulations on your win. As a passionate Indian it made me very happy. Not that you have asked for my advise but still- Don’t get into a trap of getting popular with a section of media. It is your work that will speak. Not necessarily your statements.🙏 — Anupam Kher (@AnupamPKher) May 28, 2019
अब सवाल यह है कि आख़िर गौतम ने ऐसा क्या कर दिया कि अचानक अनुपम को उन्हें नसीहत देने की ज़रूरत पड़ गयी। माना जा रहा है कि अुनपम की यह प्रतिक्रिया गौतम के उन ट्वीट्स के जवाब में आयी है, जिनमें उन्होंने गुरुग्राम में हुई एक घटना की निंदा की थी। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया में ख़ूब वायरल हुआ था। इस वीडियो में कुछ युवक एक अन्य युवक को पीटते हुए धर्म विशेष के नारे लगवा रहे थे। गौतम ने इस घटना की भर्त्सना करते हुए ट्वीट किया था- गुरुग्राम में मुस्लिम युवक को टोपी हटाने के लिए कहा गया। उससे जय श्री राम के नारे लगवाये गये। यह निंदनीय है। गुरुग्राम अधिकारियों को कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए। हमारा देश धर्म निरपेक्ष है, जहां जावेद अख़्तर ओ पालन हारे, निर्गुण और न्यारे लिखते हैं, वहीं राकेश ओमप्रकाश मेहरा दिल्ली 6 में अर्ज़ियां लिखते हैं।
एक अन्य ट्वीट में गौतम ने लिखा था- धर्म निरपेक्ष भारत के लिए मेरे विचार आदरणीय पीएम मोदी के मंत्र सबका साथ, सबक विकास, सबका विश्वास से आते हैं। मैं सिर्फ़ गुरुग्राम घटना की बात नहीं कर रहा हूं। धर्म या जाति के आधार पर किसी भी प्रकार का दलन निंदनीय है। सहनशीलता और सबका विकास की धारणा पर ही भारत आधारित है।
“In Gurugram Muslim man told to remove skullcap,chant Jai Shri Ram”.
It is deplorable. Exemplary action needed by Gurugram authorities. We are a secular nation where @Javedakhtarjadu writes “ओ पालन हारे, निर्गुण और न्यारे” & @RakeyshOmMehra gave us d song “अर्ज़ियाँ” in Delhi 6. — Gautam Gambhir (@GautamGambhir) May 27, 2019
My thoughts on secularism emanate from honourable PM Mr Modi’s mantra “सबका साथ, सबका विकास, सब का विश्वास”. I am not limiting myself to Gurugram incident alone, any oppression based on caste/religion is deplorable. Tolerance & inclusive growth is what idea of India is based on.— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) May 27, 2019
गौतम गंभीर के इन ट्वीट्स की सोशल मीडिया में काफ़ी तारीफ़ हुई थी और मीडिया में भी उनकी चर्चा छायी रही थी।
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