38 साल की उम्र में सुष्मिता सेन की हुई थीं तबियत खराब, तबसे जीवन में लाया ये बदलाव
Sushmita Sen Workout Video सुष्मिता सेन खुद को खुशकिस्मत मानती है कि महेश भट्ट उनके डेब्यू डॉयरेक्टर थे।
नई दिल्ली, जेएनएनl लंबे अंतराल के बाद सुष्मिता सेन वेब सीरीज ‘आर्या’ में नजर आ रही हैं। फिटनेस की वजह से सुर्खियों में रहने वाली पूर्व मिस यूनिवर्स सुष्मिता इसे मान रही हैं दमदार भूमिकाl प्रस्तुत है उनसे बातचीत के कुछ अंश:
फिटनेस आपकी लाइफस्टाइल का हिस्सा कब बनी?
युवावस्था में मैंने खास वर्कआउट नहीं किया। तब मैं बहुत कम एक्सरसाइज करती थी। करीब 38 साल की उम्र में मेरी तबियत खराब हुई। खराब तबियत ने मुझे अनुशासित जीवन और एक्सरसाइज की अहमियत समझाई। अब मैं नियमित एक्सरसाइज करती हूं। इससे आप स्वस्थ तो रहते ही हैं, मानसिक तौर पर भी मजबूत बनते हैं।
‘आर्या’ से पहले अपने लिए खुद ही कोई कहानी लिख रही थीं?
(हंसते हुए) बिल्कुल। स्क्रिप्ट तो मेरे पास आ रही थीं लेकिन मुझे फैक्ट्री की तरह काम करना पसंद नहीं। मेरे लिए अभिनय एक कला है। मैं जीवन के एक ऐसे मोड़ पर आ गई थी जहां मुझे लगा कि अब मुझे खुद के लिए कुछ करना होगा। इंडस्ट्री में कई प्रतिभाशाली लेखक दोस्तों के साथ मिलकर हमने समकालीन और मनोरंजक कहानी लिखनी शुरू की। हम काफी हद तक उसे लिख चुके थे। उसी दौरान ‘आर्या’ का प्रस्ताव मेरे पास आया।
आपकी दोनों बेटियों की वेब सीरीज के प्रति क्या प्रतिक्रिया रही?
उन्हें ‘आर्या’ बहुत पसंद आई। मुंबई में उन्होंने थोड़ी शूटिंग देखी थी। छोटी बेटी अलीशा ने मुझे कभी एक्टिंग करते नहीं देखा था। इसकी शूटिंग के कारण पहली बार तीन महीने उनसे दूर रही। मैं चाहती थी कि जब वो मेरा काम देखें तो उन्हें गर्व हो। मेरी मेहनत सफल रही।
रानी लक्ष्मीबाई पर फिल्म बनाना आपका ड्रीम प्रोजेक्ट था। उसे पर्दे पर कंगना रनोट ने साकार किया...
रानी लक्ष्मीबाई के किरदार में बहुत लोगों ने मेरी परिकल्पना की थी। झांसी से कई लोगों ने कुछ स्मृतियां भी भेजी थीं। उन्होंने कहा था कि आप हमारी रानी बनेंगी इसलिए आपको कुछ पुराने स्मृति चिन्ह भेंट कर रहे हैं। जहां तक कंगना रनोट की बात है उन्होंने अपने तरीके से उसे पर्दे पर साकार किया। हमारी लिखी गई ‘रानी लक्ष्मीबाई’ की कहानी उनकी फिल्म से काफी अलग है। शायद किसी दिन हम उसे साकार करें। मैं भले ही रानी लक्ष्मीबाई न बनूं लेकिन उसका निर्माण करूंगी।
आपको मिस यूनिवर्स बने 26 साल पूरे हो रहे हैं और आपके कॅरियर के भी 26 साल पूरे होने वाले हैं। अपने डिजिटल डेब्यू को कैसे देखती हैं?
मैं खुद को खुशकिस्मत मानती हूं। तब मैं करीब 19 साल की थी। मेरा इंडस्ट्री से कोई वास्ता नहीं था और न कभी एक्टिंग की थी। मुझे महेश भट्ट साहब ने निखारा। अगर वो मेरे डेब्यू डॉयरेक्टर नहीं होते तो पता नहीं मैं कैसी अभिनेत्री होती। उन्होंने कैमरे के सामने किरदार निभाने को लेकर मेरी सारी झिझक दूर की। मुझे सही मार्गदर्शन दिया। उन्होंने मुझे सीखने का मौका दिया, जिसकी बदौलत आज मुझे ‘आर्या’ मिली।