भीमसेन श्रद्धांजलि: चिड़ियों के एनीमेशन से घरौंदे के इमोशन तक, ऐसे जीता दिल
विजया मुले निर्मित इस फिल्म स्ट्रिप ‘एक चिड़िया- अनेक चिड़िया’ भीमसेन की बेस्ट और लोकप्रिय कृति मानी जाती हैं।
मुंबई। दूरदर्शन और सिनेमाघरों के परदे पर कभी एकता का संदेश देने के लिए रचा गया एनीमेशन ‘एक चिड़िया अनेक चिड़िया’ आज भी बच्चों से लेकर बड़े तक सबको याद रहता है। देश में एनीमेशन क्रिएट करने वाले दिग्गजों में से एक भीमसेन खुराना ने उसे रचा था। अब वो भी हमारी यादों में होंगे। 81 वर्ष की उम्र में मुंबई में उनका निधन हो गया।
सत्तर के दशक में देश में कार्टून फिल्मों को एक नया आयाम देने वाले भीमसेन को भारतीय एनीमेशन फिल्मों का पितामह कहें तो भी गलत नहीं होगा। अपने गुरु राम मोहन की छत्रछाया में उन्होंने कई बेहतरीन क्रिएशन किये । उस दौर में दूरदर्शन पर एनीमेशन की एक क्रांति को उन्होंने अपनी रचनाधर्मिता से सींचा था। उस दौर में एकता का संदेश देने के लिए ‘एक अनेक एकता’ नाम से एक एनीमेशन फिल्म बनाई गई थी। विजया मुले निर्मित इस फिल्म स्ट्रिप ‘एक चिड़िया- अनेक चिड़िया’ भीमसेन की बेस्ट कृति मानी जाती हैं।
पर ऐसा नहीं था की भीमसेन सिर्फ एनीमेशन के ही एक्पर्ट थे। साल 1976 में उन्होंने घरौंदा नाम की फिल्म बनाई थी। ‘एक अकेला इस शहर में’ और ‘दो दिवाने इस शहर में’ जैसे लोकप्रिय गानों से लबरेज अमोल पालेकर और ज़रीना वहाब की इस फिल्म को गुलज़ार ने लिखा था। मुंबई में रहने के लिए घर के जरुरत और उस घर के लिए अपने प्यार को किसी दूसरे की संगिनी बनाने की मजबूरी पर बनी इस इमोशनल फिल्म में भीमसेन ने बेहतरीन निर्देशन किया था।
भीमसेन को बड़े प्लानर के रूप में भी माना जाता था। वो बहुत ही कम बोलते थे लेकिन उनका विजन एकदम क्लियर होता था। मुल्तान (अब पाकिस्तान) में जन्में भीमसेन ने लखनऊ विश्वविद्यालय से क्लासिकल म्यूजिक में डिप्लोमा भी किया। भीमसेन ने मोनोलीथ फिल्म डिविजन में बैकग्राउंड पेंटर की भी नौकरी की और इस कारण एनीमेशन आर्ट में उनका दखल मजबूत हुआ। उसके बाद 1970 में ‘द क्लाइम्ब’ नाम की शॉर्ट एनीमेशन फिल्म बनाई । शिकागो फिल्म फेस्टिवल में इस फिल्म को अवॉर्ड भी मिला था। भीमसेन ने 1979 में शर्मीला टैगोर और उत्तम कुमार को लेकर दूरियां नाम की भी फिल्म बनाई थी।
बाद में उन्होंने दूरदर्शन के लिए कई अवॉर्ड विनिंग डाक्यूमेंट्रीज़ भी बनाई। भीमसेन ने बाद में अपनी एक एनीमेशन प्रोडक्शन कंपनी भी बनाई, जिसे बाद में उनके कीरिट खुराना ने संभाला और अजय देवगन के साथ मिल कर ‘ टूनपुर का सुपरहीरो’ और ‘छोटा बीरबल’ जैसी कार्टून फिल्में बनाई।
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