West Bengal Assembly Election : नंदीग्राम के बाद अब सिंगुर पर वार, कल शाह भरेंगे हुंकार
भाजपा ने नंदीग्राम आंदोलन में ममता के साथ रहे सुवेंदु अधिकारी को पार्टी में शामिल कर उन्हीं के खिलाफ मैदान में उतार दिया। वहीं सिंगुर में भी तृणमूल के ही एक और नेता व भूमि आंदोलन के अगुवा रहे रवींद्रनाथ भट्टाचार्य को भाजपा ने उम्मीदवार बना दिया है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल की सत्ता के शिखर पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पहुंचाने वाले सिंगुर और नंदीग्राम से ही भाजपा उनकी हार की इबारत लिखने की तैयारी में है। इसीलिए नंदीग्राम में पूरी ताकत के साथ ममता को टक्कर देने के बाद अब 2011 के विधानसभा चुनाव का प्रमुख केंद्र रहे सिंगुर में भी तृणमूल कांग्रेस को घेरने की तैयारी भाजपा ने शुरू कर दी है। क्योंकि, इसी सिंगुर की धरती से 34 वर्षों के वाम शासन के अंत की कहानी ममता ने लिखी थी। अब 2021 के विधानसभा चुनाव में सिंगुर और नंदीग्राम दोनों ही जगहों पर भाजपा ममता को घेर रही है।
भाजपा ने नंदीग्राम आंदोलन में ममता के साथ रहे सुवेंदु अधिकारी को पार्टी में शामिल कर उन्हीं के खिलाफ मैदान में उतार दिया। वहीं सिंगुर में भी तृणमूल के ही एक और नेता व भूमि आंदोलन के अगुवा रहे रवींद्रनाथ भट्टाचार्य को भाजपा ने उम्मीदवार बना दिया है। सुवेंदु को जहां नंदीग्राम आंदोलन का पोस्टर ब्वाय कहा जाता है तो दूसरी ओर सिंगुर आंदोलन का अगुवा रवींद्रनाथ भट्टाचार्य को माना जाता है।
नंदीग्राम में सुवेंदु अधिकारी के पक्ष में रोड शो कर वोट मांगने वाले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह अब सिंगुर में भी उतरने जा रहे हैं। नंदीग्राम के रोड शो में शाह ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर हमला बोलते हुए कहा था कि इस बार पूरा बंगाल परिवर्तन के मूड में है। नंदीग्राम में मतदान के बाद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर शाह और भाजपा से भी बड़े नेता दावा कर रहे हैं कि ममता नंदीग्राम में हार रही हैं। हालांकि, तृणमूल नेताओं समेत ममता खुद भी दावा कर रही हैं वह जीत रही हैं।
अब चौथे चरण के चुनाव प्रचार के पहले अमित शाह बुधवार को सिंगुर में रोड शो करेंगे। शाह दोपहर करीब 12 बजे भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में रोड शो करेंगे। साथ ही तृणमूल से ही आए एक और नेता राजीब बनर्जी के समर्थन में डोमजूर और हावड़ा मध्य में भी रोड शो करेंगे। इस रोड शो के जरिए फिर से शाह ममता पर हमला बोलेंगे। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी के लिए नंदीग्राम और सिंगुर काफी अहम रहा है। ऐसे में इनमें से कोई एक भी सीट तृणमूल की झोली से निकल जाती है तो यह बंगाल की राजनीति का दिशा बदलने वाला साबित होगा।