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Loksabha Election 2019: ज्योतिरादित्य सिंधिया बोले- मोदी सरकार ने किसानों, युवाओं, महिलाओं के साथ विश्वासघात किया

कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मोदी-योगी सरकार पर हमला बोला।

By Abhishek PandeyEdited By: Published: Fri, 19 Apr 2019 12:04 PM (IST)Updated: Fri, 19 Apr 2019 05:06 PM (IST)
Loksabha Election 2019: ज्योतिरादित्य सिंधिया बोले- मोदी सरकार ने किसानों, युवाओं, महिलाओं के साथ विश्वासघात किया
Loksabha Election 2019: ज्योतिरादित्य सिंधिया बोले- मोदी सरकार ने किसानों, युवाओं, महिलाओं के साथ विश्वासघात किया

जेएनएन, बदायूं : कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मोदी-योगी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों, युवाओं और महिलाओं के साथ विश्वासघात किया है। नोटबंदी के नाम पर साढ़े चार करोड़ युवाओं को बेरोजगार कर दिया गया। हक मांगने पहुंचे किसानों को बेरहमी से पीटा गया। कहा, अब बदला लेने का वक्त आ गया है। आह्वान करते हुए कहा कि जिसने नोटबंदी की उसकी वोटबंदी कर देना। गुरुवार को वह बिल्सी में बदायूं संसदीय सीट से पार्टी प्रत्याशी सलीम इकबाल शेरवानी के समर्थन में चुनावी जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने जनता के बीच जाकर सीधा संवाद किया।

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मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश की जनता ने सूखे की गर्मी देख ली और दुखों की बारिश देख ली, नोटबंदी की सर्दी भी देख ली, लेकिन अच्छे दिन अभी तक नहीं देखे। भाजपा कहती है कि मंदिर वहीं बनाएंगे लेकिन तारीख नहीं बताएंगे। पांच साल पहले पीएम मोदी पेट्रोल, डीजल और गैस पर दाम घटाने का दावा कर रहे थे, लेकिन मौजूदा हालात इसके विपरीत हैं। किसानों का फसल लागत मूल्य दोगुना हो चुका है, जबकि समर्थन मूल्य आधा रह गया है। इस सरकार में कानून व्यवस्था ध्वस्त है और जंगलराज कायम हो गया है। किसान की कमर टूट चुकी है 14 दिन में गन्ना का पेमेंट देने का वादा सरकार ने किया था लेकिन प्रदेशभर के किसानों का 10 हजार करोड़ रुपये बकाया है। हर जिले में सात सौ से नौ सौ करोड़ रुपये का किसानों का कर्ज है। कांग्रेस शासन में खाद का कट्टा जो 50 किलो का था, उसे अब 45 किलो का कर दिया गया है। वहीं बिजली का बिल भी डेढ़ गुना हो गया है। जबकि वसूली के नाम पर किसानों को हथकड़ी लगाकर जेल में डाला जा रहा है। किसान अपना दर्द सुनाने दिल्ली गए तो दो अक्टूबर को हिंसा के पुजारी के जन्मदिन पर मोदी सरकार ने किसानों पर लाठियां और आसू गैस के गोले दगवाए। युवाओं के साक्षरता सर्टिफिकेट को मोदी सरकार ने बेरोजगारी के सर्टिफिकेट में बदल दिया। सरकारों का यह नाटक-नौटंकी सत्ता की भूख है न कि जनसेवा की भूख। कहा कि शास्त्रों में लिखा है जहां नारियों का सम्मान होता है, वहीं देवताओं का वास भी होता है। इसलिए न तो हमारे हाथ में कमल है, न साइकिल और न ही हाथी। यह कांग्रेस का हाथ है, अगर लोग इसे पकड़ेंगे तो कभी भी यह साथ नहीं छोड़ेगा।


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