भाजपा छोटे राज्य और पृथक बुंदेलखंड की पक्षधर : उमा भारती
केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी छोटे राज्यों और पृथक बुंदेलखंड की समर्थक रही है।
लखनऊ (जेएनएन)। केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी छोटे राज्यों और पृथक बुंदेलखंड की समर्थक रही है और वह खुद भी। राज्य पुनर्गठन आयोग का गठन होने पर अलग बुंदेलखंड राज्य का प्रस्ताव उसके समक्ष रखा जाएगा। चूंकि मध्य प्रदेश में अलग बुंदेलखंड राज्य की मांग खत्म हो गई है, इसलिए यह देखना पड़ेगा कि क्या उप्र के कुछ और जिले इसमें शामिल किए जा सकते हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में उमा बुंदेलखंड के चरखारी क्षेत्र से विधायक चुनी गई थीं।
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मध्य प्रदेश में समृद्धि, उप्र में लूट
लखनऊ में मीडिया से मुखातिब उमा ने कहा कि शिवराज सरकार ने मध्य प्रदेश में बुंदेलखंड के हिस्से को समृद्ध बना दिया जबकि उत्तर प्रदेश में बुंदेलखंड पैकेज के तहत दिए 3630 करोड़ रुपये में से सिर्फ 40 फीसद रकम का इस्तेमाल हुआ। इसमें भी लूट और बंदरबांट हुई। इसलिए उप्र में बुंदेलखंड का हिस्सा सूखा और पिछड़ा रहा जबकि मध्य प्रदेश में समृद्धि के चलते वहां पृथक बुंदेलखंड की मांग खत्म हो गई। उप्र में भाजपा की सरकार बनने पर बुंदेलखंड पैकेज में हुई लूट की जांच कराई जाएगी। साथ ही, हफ्ते भर के अंदर बुंदेलखंड विकास बोर्ड का गठन कर क्षेत्र के विकास को रफ्तार दी जाएगी। सबसे पहले अन्ना प्रथा से होने वाले नुकसान को रोकने की व्यवस्था की जाएगी। सूखा प्रभावित जिन किसानों को मुआवजा नहीं मिला है, उनके नुकसान की भरपाई की जाएगी। तीन साल में उप्र का बुंदेलखंड मध्य प्रदेश वाले हिस्से की तरह समृद्ध हो जाएगा।
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असहिष्णुता मोदी के खिलाफ
एक प्रश्न के उत्तर में उमा ने कहा कि असहिष्णुता देश में नहीं, नरेंद्र मोदी के खिलाफ है। पिछड़ी जाति के मोदी विपरीत परिस्थितियों में संघर्ष करते हुए देश में पहली पूर्ण बहुमत वाली गैर कांग्रेसी सरकार के अगुआ के तौर पर उभरे, यह सामंती सोच वाली कांग्रेस को हजम नहीं हुआ। यही सामंती सोच अखिलेश यादव की भी हो गई है क्योंकि उन्हें चांदी की प्लेट में मुख्यमंत्री की कुर्सी मिल गई है। नरेंद्र मोदी के कब्रिस्तान बनाम श्मशान वाले बयान को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री की बात से सहमत हैं। लोकतंत्र की मांग है कि अल्पसंख्यकों के लिए नीति बनाते समय बहुसंख्यकों के हितों की अनदेखी न हो।
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गोमती रिवर फ्रंट परियोजना की जांच होगी
उमा भारती ने कहा कि अखिलेश यादव सरकार की गोमती रिवर फ्रंट परियोजना गोमती के निर्मलीकरण के लिए नहीं बल्कि नदी की फ्लड प्लेन की जमीन पर बनाई जाने वाली दुकानों व मॉल पर भूमाफिया का कब्जा कराने की योजना है। नदी के फ्लड प्लेन में निर्माण करना आपदा को न्योता देना है। गोमती के साथ बहुत बड़ा अन्याय हुआ है, वह इस परियोजना की जांच करवाएंगी। गोमती रिवर फ्रंट परियोजना में बदलाव लाने के साथ यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि गोमती के फ्लड प्लेन पर भूमाफिया कब्जा न करें।
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गंगा साफ न हुई तो प्राण त्याग दूंगी
केंद्रीय जल संसाधन मंत्री ने कहा कि उप्र सरकार ने राज्य में गंगा के किनारे बसे जिलों के जिलाधिकारियों को निर्देश दिया था कि वे नमामि गंगे परियोजना के किसी भी तरह की अनापत्ति प्रमाणपत्र और सूचनाएं न दें। इसलिए प्रोजेक्ट विलंब का शिकार होता रहा। इसके बावजूद उन्होंने अक्टूबर 2018 तक गंगा को निर्मल बनाने का लक्ष्य रखा है। गंगा को निर्मल बनाने के लिए उन्होंने नदी के दोनों तरफ गंगोत्री से गंगासागर तक पदयात्रा करने का संकल्प लिया। वहीं यह कह कर सबको चौंका दिया कि यदि वह गंगा को निर्मल नहीं कर पायीं तो गंगा में प्राणदान कर देंगी।
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