Rajasthan Election: जनता रचेगी इतिहास, फिर बनेगी भाजपा की सरकार: वसुंधरा राजे
interview of Vasundhara Raje. राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को विश्वास है कि पार्टी विकास के रास्ते ही सत्ता में फिर लौटेगी।
जयपुर, जेएनएन। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को विश्वास है कि विधानसभा चुनाव में इस बार जनता नया इतिहास रचेगी। वह कहती हैं कि हमने विकास के बल पर प्रदेश को बीमारू राज्य की श्रेणी से बाहर निकाला है। पार्टी विकास के रास्ते ही सत्ता में फिर लौटेगी। केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धियों के बल पर हमने वोट मांगा है और जनता हमें समर्थन अवश्य देगी। विधानसभा के लिए बुधवार को चुनाव प्रचार थम गया। अब प्रत्याशी और उनके समर्थक घर-घर जाकर जनसंपर्क करने में जुटे हैं। शुक्रवार को होने वाले मतदान से ठीक दो दिन पहले जागरण संवाददाता नरेन्द्र शर्मा ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से बातचीत की। प्रस्तुत हैं बातचीत के अंश-
राजस्थान में हर पांच साल में सरकार बदलने की परंपरा रही है, फिर आप कैसे सत्ता में आने का दावा कर रही हैं?
इस बार जनता इतिहास रचेगी। हम परंपरा तोड़कर फिर से सत्ता में आएंगे । हमने काम किया है, लोगों के बीच में गए हैं। परिवार की तरह लोगों से संबंध बनाए हैं, इस आधार पर हम फिर से सत्ता में आएंगे। हमने राज्य को बीमारी प्रदेश की श्रेणी से बाहर निकाला है।
मतदाता आपको क्यों चुने? कोई प्रमुख कारण, जिनके आधार पर आप सत्ता में आने की बात कह रही हैं?
पांच साल पहले तक राजस्थान पिछड़ा और भ्रष्टाचार से त्रस्त था। वह अब विकसित हो गया है। भामाशाह योजना, जननी सुरक्षा योजना, स्कील डवलपमेंट सहित 167 योजनाओं के माध्यम से हमने प्रदेश को आगे बढ़ाने का काम किया है।
सरकार की कितनी योजनाओं पर अमल हो सका है?
हमने योजना बनाई ही नहीं, बल्कि उन पर अमल भी किया है।
आपको कितनी सीटें मिलने की उम्मीद है?
भाजपा 180 सीटें लेकर फिर से सरकार बनाएगी। जनता के आशीर्वाद और पार्टी कार्यकर्ताओं की मेहनत के बल पर हम जीत का रिकॉर्ड बनाएंगे ।
यदि भाजपा फिर सत्ता में आई तो पहला काम क्या करेगी?
हम गरीबी को जड़ से खत्म करने का प्रयास करेंगे। प्रदेश को सिरमौर बनाने के लिए जो हो सकेगा, वह निर्णय कर लागू करेंगे। हर युवा को काम देंगे।
चुनाव में किसान और युवा बड़ा मुद्दा बने हैं। आपने किसानों के लिए क्या काम किए, जिससे वह आपको वोट दे?
हमने पांच साल में 30 लाख किसानों के नौ हजार करोड़ रूपये के कर्ज माफ किए हैं। सहकारी बैंकों से कर्ज उपलब्ध कराया। किसानों को उनकी उपज का पूरा मूल्य दिया गया।