राजस्थानः राजपा का बसपा में विलय, एकमात्र विधायक भी छोड़ गए साथ
राजस्थान विधानसभा चुनाव में नामांकन की प्रक्रिया प्रारम्भ होते ही नेताओं के दल बदलने का सिलसिला भी शुरू हो गया है।
जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान विधानसभा चुनाव में नामांकन की प्रक्रिया प्रारम्भ होते ही नेताओं के दल बदलने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक पार्टी (राजपा)के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक नवीन पिलानिया मंगलवार को अपने समर्थकों के साथ बहुजन समाज पार्टी में शामिल हो गए।
बसपा के प्रदेश प्रभारी मुनकाद अली ने पिलानिया को बसपा की सदस्यता ग्रहण करवाई। इस मौके पर पिलानिया ने राजपा की प्रदेश इकाई का बसपा में विलय करने की घोषणा की। पिलानिया बसपा के टिकट पर आमेर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे,वर्तमान में वे इसी सीट से विधायक है। उधर भाजपा से टिकट नहीं मिलने से नाराज विधायक हबीबुर्रहमान ने पार्टी छोड़ दी है।
उन्होंने अपना इस्तीफा प्रदेश अध्यक्ष को भेज दिया। हबीबुर्रहमान दिल्ली में कांग्रेस के बड़े नेताओं के सम्पर्क में है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष अहमद पटेल से उनकी बातचीत चल रही है,यदि बातचीत सफल रही तो वे कांग्रेस में शामिल होंगे। पांच बार विधायक रहे हबीबुर्रहमान तीन बार कांग्रेस और दो बार भाजपा के टिकट पर चुनाव जीते चुके है। दो दिन पहले जारी हुई भाजपा उम्मीदवारों की सूची में हबीबुर्रहमान का टिकट काटकर मोहनाराम चौधरी को उम्मीदवार बनाया गया है। उधर पूर्व विधायक कन्हैयालाल झंवर भी कांग्रेस में शामिल होंगे। झंवर को बीकानेर शहर से टिकट दिया जा सकता है।
राजपा के चार विधायक जीते थे,लेकिन अब सभी साथ छोड़ गए
साल,2013 के चुनाव में राजपा के टिकट पर दिग्गज नेता डॉ.किरोड़ी लाल मीणा की अगुवाई में चार नेता चुनाव जीते थे। इनमें मीणा सहित तीन विधायक करीब तीन माह पूर्व भाजपा में शामिल हो गए। उसके बाद राजपा आलाकमान ने विधायक नवीन पिलानिया को प्रदेश अध्यक्ष बनाया था। लेकिन मंगलवार को पिलानिया भी राजपा छोड़ बसपा में शामिल हो गए।
पिलानिया ने राजपा की प्रदेश इकाई का राजपा में विलय करने की घोषणा की। पिलानिया बसपा प्रत्याशी के तौर पर 15 नवंबर को अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। बसपा में शामिल होने के बाद पिलानिया ने कहा कि मेरी एक आंख एससी और दूसरी एसटी है,इस कारण में बसपा शामिल हुआ हूं । मैने हमेशा पिछड़ो एवं दलितों के लिए काम किया है। उल्लेखनीय है कि पिछले चुनाव में 10 सीटों पर राजपा प्रत्याशी दूसरे नंबर पर रहे थे।
हबीबुर्रहमान ने प्रदेश अध्यक्ष का नाम ही गलत लिखा
टिकट नहीं मिलने से नाराज भाजपा विधायक हबीबुर्रहमान ने मंगलवार सुबह भाजपा से इस्तीफा दे दिया। हालांकि अपना इस्तीफा देते समय उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष का नाम ही गलत लिख दिया। हबीबुर्रहमान ने प्रदेश अध्यक्ष का नाम मदन लाल सैनी के स्थान पर प्रभुलाल सैनी लिख दिया। प्रभुलाल वसुंधरा सरकार में केबिनेट मंत्री है।