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एक करोड़ परिवारों को स्मार्ट फोन के लिए राजे सरकार देगी एक-एक हजार रुपये

मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि हम जो काम आज कर रहे हैं, वह कांग्रेस 50 साल में कर सकती थी, लेकिन उसने नहीं किया।

By Sachin MishraEdited By: Published: Tue, 04 Sep 2018 07:42 PM (IST)Updated: Tue, 04 Sep 2018 07:42 PM (IST)
एक करोड़ परिवारों को स्मार्ट फोन के लिए राजे सरकार देगी एक-एक हजार रुपये
एक करोड़ परिवारों को स्मार्ट फोन के लिए राजे सरकार देगी एक-एक हजार रुपये

जयपुर, जेएनएन। दिसंबर माह में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राजस्थान की भाजपा सरकार एक करोड़ परिवारों को स्मार्ट फोन के लिए एक-एक हजार रुपये देगी। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने जयपुर में मंगलवार को मुख्यमंत्री लाभार्थी संवाद में भामाशाह डिजिटल परिवार योजना की घोषणा की। इस मौके पर यह भी कहा कि छोटे कामगारों के दो लाख रुपये तक के कर्ज पर ब्याज माफ किया जाएगा।

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राजस्थान सरकार के विभिन्न विभागों के तहत सरकारी योजनाओं से लाभान्वित हुए करीब 35 हजार लोगों का सम्मेलन मंगलवार को आयोजित किया गया था। इसमें उन 21 हजार सफाई कर्मचारियों को भी बुलाया गया था, जिन्हें सरकार ने हाल में नौकरी दी है। गौरतलब है कि जुलाई माह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में भी लाभार्थी सम्मेलन हुआ था।

कार्यक्रम में राजे ने कर्जमाफी योजना के लाभार्थियों को कर्जमाफी के प्रमाण-पत्र, दिव्यांगों को उपकरण, छात्राओं को स्कूटी आदि वितरित की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि हमारी भामाशाह कार्ड योजना के तहत आने वाले एक करोड़ परिवारों को सरकार अब घर बैठे सरकारी योजनाओं की जानकारी देने के लिए स्मार्ट फोन उपलब्ध करवा रही है। इस स्मार्ट फोन के लिए सरकार हर परिवार को एक-एक हजार रुपये दो किस्तों में देगी। दूसरी किस्त के पांच सौ रुपये तभी मिलेंगे जब पहली किस्त के पांच सौ रुपये से वह परिवार स्मार्ट फोन ले लेगा। ये मोबाइल फोन 30 सितंबर तक लगाए जाने वाले शिविरों में ही दिए जाएंगे।

कांग्रेस पर साधा निशाना

राजे ने कार्यक्रम में कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि हम जो काम आज कर रहे हैं, वह कांग्रेस 50 साल में कर सकती थी, लेकिन उसने नहीं किया। अब काम अटकाने वाले नहीं, काम करने वाले लोग चलेंगे। क्योंकि, जनता अब खुलकर पूछ रही है कि आपने क्या किया और इसीलिए वह सब जगह जाकर जनता को अपना हिसाब बता रही हैं।

दिखा काले रंग का डर

सम्मेलन में अधिकारियों में काले रंग का डर भी नजर आया। उन्होंने काले रंग के कपड़े पहनकर आने वाले किसी भी व्यक्ति को कार्यक्रम में प्रवेश नहीं दिया। एक छोटे बच्चे को भी रोक दिया गया। यह बच्चा पिता के साथ आया था और उसने काले रंग की पैंट पहन रखी थी। गौरतलब है कि राजस्थान गौरव यात्रा के दौरान जोधपुर, बाड़मेर तथा इससे पहले झुंझुनूं के एक कार्यक्रम में राजे को काले झंडे दिखाए जा चुके हैं।


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