Rajasthan Election 2018: भाजपा ने बागियों को दिखाया बाहर का रास्ता
Rajasthan Assembly Election 2018. राजस्थान भाजपा ने अपने 11 नेताओं को पार्टी से छह वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया है।
जयपुर, जेएनएन। नाम वापसी के अंतिम दिन तक भी अपने बड़े बागियों को राजी करने में विफल रही राजस्थान भाजपा ने आखिर कड़ी कार्रवाई करते हुए अपने 11 नेताओं को पार्टी से छह वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया है। बगावत पर निष्कासित नेताओं में वर्तमान सरकार के चार मंत्री भी शामिल हैं।
राजस्थान में टिकट वितरण के बाद भाजपा में काफी नाराजगी सामने आई थी, क्योंकि पार्टी ने छह मंत्रियों सहित करीब 56 मौजूदा विधायकों के टिकट काट दिए थे। जिन मंत्रियों के टिकट काटे गए उनमें से दो मंत्रियों नंदलाल मीणा और जसवंत यादव के बेटों को टिकट दे कर शांत कर दिया, लेकिन चार मंत्री धनसिंह रावत, सुरेन्द्र गोयल, राजकुमार रिणवा और हेम सिंह भड़ाना चुनाव मैदान में डट गए।
इनके अलावा सात अन्य बड़े नेता भी चुनाव मैदान में डटे हुए हैं, जिन्हें पार्टी तमाम दावों और कोशिशों के बावजूद मनाने में सफल नहीं हो पाई। बागी हुए नेताओं को लेकर बीजेपी चुनाव प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि बिना पार्टी के बागियों का कोई अस्तित्व नहीं है और उन्हें इस बारे में जल्द ही पता चल जाएगा। इसके बाद गुरुवार देर रात पार्टी ने कड़ी कार्रवाई करते हुए इन्हें पार्टी की प्राथमिकता सदस्यता से छह वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया।
प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित बागी
रतनगढ़ से राजकुमार रिणवां- मौजूदा मंत्री
बांसवाड़ा से धनसिंह रावत- मौजूदा मंत्री
जैतारण से सुरेन्द्र गोयल- मौजूदा मंत्री
थानागाजी से हेमसिंह भड़ाना- मौजूदा मंत्री
सागवाड़ा से अनीता कटारा- मौजूदा विधायक
मारवाड़ जंक्शन से लक्ष्मीनारायण दबे- पूर्व मंत्री
फुलेरा से दीनदयाल कुमावत- जयपुर देहात जिला अध्यक्ष
श्रीगंगानगर से राधेश्याम गंगानगर- पूर्व मंत्री
सुजानगढ़ से रामेश्वर भाटी- पूर्व विधायक
विराटनगर से कुलदीप धनकड़- पूर्व प्रदेश महामंत्री
श्रीडूंगरगढ़ से किशनाराम नाई- मौजूदा विधायक।