राजस्थान चुनाव: चिंतित राहुल गांधी ने बड़े नेताओं को भेजा राजस्थान, प्रतिदिन रिपोर्ट देंगे
टिकट वितरण के बाद पार्टी में उपजे असंतोष को थामने और जीत पक्की करने के लिहाज से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक दर्जन बड़े नेताओं को राजस्थान भेजा है।
जयपुर,नरेन्द्र शर्मा। टिकट वितरण के बाद पार्टी में उपजे असंतोष को थामने और जीत पक्की करने के लिहाज से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक दर्जन बड़े नेताओं को राजस्थान भेजा है। इनमें राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद,हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेन्द्र सिंह हुड्डा,कुलदीप विश्नोई और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव मुकुल वासनिक शामिल है। ये नेता सीधे राहुल गांधी को रिपोर्ट करेंगे।
एक दर्जन पैराशूटर्स एवं बिना जनाधार के लोगों को टिकट दिए जाने के बाद पार्टी की जीत की राह में आ रही मुश्किल से चिंतित राहुल गांधी ने बड़े नेताओं को बागियों को बिठाने,राज्य के नेताओं की आपसी खींचतान खत्म कराने और जीत के समीकरण तय करने की जिम्मेदारी सौंपी है। ये सभी नेता गुरूवार सुबह जयपुर पहुंचे गए। यहां बैठक करने के बाद अलग-अलग जिलों के लिए रवाना हो गए।
इन नेताओं को सौंपी जिम्मेदारी
राहुल गांधी ने जयपुर संभाग की जिम्मेदारी गुलाम नबी आजाद,मुकुल वासनिक एवं राजीव शुक्ला को सौंपी है। वहीं भरतपुर संभाग की जिम्मेदारी भूपेन्द्र सिंह हुड्डा एवं सांसद छाया वर्मा,बीकानेर संभाग की जिम्मेदारी सांसद सुनील जाखड़ और कुलदीप विश्नोई को सौंपी है। वहीं अजमेर संभाग में यूपी के नेता अखिलेश प्रताप सिंह एवं इमरान किदवई,कोटा संभाग में बिहार के नेता अखिलेश सिंह एवं परवेज हासमी,जोधपुर संभाग में विलास मुत्तेम्वर और हरिभाऊ राठौड़,उदयपुर संभाग में वरिष्ठ नेता मधुसुदन मिस्त्री, सांसद संजय सिंह एवं राजीव शुक्ला को लगाया गया है। ये नेता प्रतिदिन अपनी रिपोर्ट राहुल गांधी के कार्यालय में देंगे। इनके अतिरिक्त प्रदेश के नेताओं को जिला स्तर पर कोर्डिनेटर नियुक्त किया गया है। कोर्डिनेटर संभाग प्रभारी वरिष्ठ नेताओं के सम्पर्क में रहेंगे। वहीं प्रदेश प्रभारी राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडे और चारों राष्ट्रीय सचिव जयपुर में बैठकर समन्वय का काम करेंगे।
गहलोत और पायलट की खींचतान से टिकट बंटवारे में रही खामी
विभिन्न एजेंसियों के माध्यम से सर्वे कराने,राष्ट्रीय सचिवों को जिलों में भेजकर मजबूत प्रत्याशियों की खोज करने और पैराशूटर्स को प्रत्याशी नहीं बनाने के राहुल गांधी के वादे के बावजूद एक दर्जन से अधिक सीटों पर टिकट वितरण के बाद खामी सामने आई है। राहुल गांधी तक यह जानकारी पहुंची बताई कि अशोक गहलोत और सचिन पायलट ने अपने-अपने निकटस्थों को टिकट दिलाने के लिए जनाधार वाले कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की। राष्ट्रीय सचिवों ने भी अपना काम सहीं ढंग से नहीं किया।
इस कारण टिकट तय करने में तय मानदंड़ों की पालना नहीं हो सकी। टिकट तय होने के बाद कांग्रेस के ग्राफ में आ रही कमी की सूचना पर हरकत में आए राहुल गांधी ने दिग्गज नेताओं को राज्य में भेजा है।