Rajasthan Chunav 2018: 36 साल पाक जेल में कैद रहे गजानंद शर्मा ने दिया वोट
Rajasthan Chunav 2018: इसी साल उनके पाकिस्तान की जेल में बंद होने के बारे में खबर लगी थी। वे 13 अगस्त को पाक जेल से रिहा हुए थे।
राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए मतदान जोरशोर से जारी है। राज्य की कुल 200 में से 199 सीटों के लिए वोट डाले जा रहे हैं। अपने मतदान के अधिकार का प्रयोग करने के लिए जयपुर के संस्कृत कॉलेज के पोलिंग बूथ पर गजानंद शर्मा ने भी वोट दिया। गजानंद शर्मा वही शख्स है जो कि 36 साल पाकिस्तान के कुख्यात कोट लखपत जेल में बिताने के बाद भारत वापस लौटे थे। गजानंद शर्मा पत्नी मखनी देवी और बेटे के साथ पोलिंग बूथ पहुंचे थे। बता दें कि इसी साल उनके पाकिस्तान की जेल में बंद होने के बारे में खबर लगी थी। वे 13 अगस्त को पाक जेल से रिहा हुए थे। पाकिस्तान ने अपने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर जिन 27 मछुआरों समेत 30 भारतीय कैदियों को रिहा किया था, उनमें से गजानंद शर्मा भी थे।
जयपुर जिले के सामोद थाना इलाके में गांव महारकलां के 65 साल के गजानंद शर्मा की भारतीय राष्ट्रीयता के वेरिफिकेशन के संबंध में पाक जेल से दस्तावेज यहां आए थे, जिसके बाद पुलिस अधीक्षक जयपुर ग्रामीण कार्यालय से दस्तावेज सत्यापन के लिए सामोद थाना पुलिस को भेजे गए। जब पुलिस ने गजानंद के परिजनों को तलाश कर उनसे संपर्क किया और गजानंद के पाक जेल में होने की जानकारी दी जिसके बाद पूरा परिवार सदमे में आ गया था।
पाक जेल के दस्तावेजों में गजानंद शर्मा की फोटो देखकर उनके छोटे बेटे मुकेश शर्मा ने दावा किया था कि वो उनके पिता ही है। गजानंद शर्मा के परिवार में उनकी 62 साल की पत्नी मखनी देवी, दो बेटे राकेश , मुकेश, बहुएं और पोते हैं। गजानंद मजदूरी करते थे वह अक्सर घर से बाहर ही रहते थे। कभी कभार घर आते फिर कई दिनों तक बाहर ही रहते थे। साल 1982 में एक दिन उनके पति गजानंद घर से बिना बताए निकल गए। इसके बाद वह फिर लौटकर नहीं आए। उनकी तलाश में मखनी देवी अपने रिश्तेदारों के साथ कई जगहों पर भटकी। संभावित जगहों पर पति को तलाश किया, लेकिन पता नहीं चला था।
इसी साल मई में गजानंद शर्मा के पाकिस्तान जेल में होने की सूचना मिलने के बाद से मखनी देवी परिवार के साथ उनकी रिहाई के लिए नेताओं से लेकर अधिकारियों तक से मिल रही थीं।