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राजस्थान में चर्चा अब मंत्रिमंडल की, किस खेमे से कौन बनेगा मंत्री

अब तक तय किए गए कार्यक्रम के अनुसार सोमवार को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में सिर्फ गहलोत और पायलट ही शपथ लेंगे। किसी मंत्री को शपथ नहीं दिलाई जाएगी।

By Arvind DubeyEdited By: Published: Sat, 15 Dec 2018 08:05 PM (IST)Updated: Sun, 16 Dec 2018 10:44 AM (IST)
राजस्थान में चर्चा अब मंत्रिमंडल की, किस खेमे से कौन बनेगा मंत्री
राजस्थान में चर्चा अब मंत्रिमंडल की, किस खेमे से कौन बनेगा मंत्री

जयपुर, जेएनएन। राजस्थान में नई सरकार के मुखिया अशोक गहलोत और उपमुखिया सचिन पायलट सोमवार को शपथ लेंगे, लेकिन इससे पहले नई सरकार के मंत्रिमंडल को लेकर चर्चाओं को दौर शुरू हो गया है। अटकलें लगाई जा रही हैं कि गहलोत और पायलट खेमे से कितने और कौन-कौन से मंत्री हो सकते हैं।

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पार्टी सूत्रों के अनुसार, अब तक तय किए गए कार्यक्रम के अनुसार सोमवार को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में सिर्फ गहलोत और पायलट ही शपथ लेंगे। किसी मंत्री को शपथ नहीं दिलाई जाएगी। राजस्थान में 200 विधायक हैं। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री सहित अधिकतम 30 मंत्री बनाए जा सकते हैं।

बताया जा रहा है कि पहले चरण में 15 मंत्रियों को शपथ दिलाई जा सकती है। अब इन 15 में गहलोत और पायलट खेमे में कितने लोग होंगे सबकी नजर इसी पर टिकी हुई है। पार्टी सूत्रों की मानें तो दोनो नेताओं के बीच यह फॉर्मूला भी दिल्ली में तय कर लिया गया है, ताकि शपथ ग्रहण के बाद मंत्रियों की नियुक्ति में समय नहीं लगे, हालांकि अभी तक नाम सामने नहीं आ पाए हैं। यही कारण है कि दोनों खेमों के बडे नेताओं के नाम चर्चाओं में चल रहे हैं।

आसान नहीं चयन

इस बार जीत कर आए कांग्रेस विधायकों में कई वरिष्ठ और पुराने नाम भी शामिल हैं और करीब आठ से दस विधायक हैं जो गहलोत के पिछले दो कार्यकालों में मंत्री रह चुके हैं। इनमें से दो-तीन को छोड़कर अन्य को गहलोत खेमे में माना जा रहा है। पायलट खेमे में ज्यादातर ऐसे विधायक हैं जो पहली बार चुन कर आए हैं और अपेक्षाकृत युवा चेहरे हैं।

एक खास बात यह भी है कि पहली बार विधायक बने नेताओं को गहलोत मंत्री बनाने से परहेज करते रहे हैं, जबकि पार्टी का जोर युवाओं को आगे लाने पर है। ऐसे में इस बात पर भी नजर है कि गहलोत अपने नियम पर टिके रहते हैं, या इस बार कुछ नया होता है।

इन्हें माना जा रहा है गहलोत खेमे में

दीपेन्द्र सिंह, शांति धारीवाल,  हेमाराम चैधरी, रामलाल जाट, गुरमीत सिंह कुन्नर, राजकुमार शर्मा, परसादीलाल मीणा, राजेन्द्र पारीक, दयाराम परमार भी गहलोत के पिछले कार्यकाल में मंत्री रह चुके हैं। महेश जोशी, महेन्द्र चौधरी, गोविंद सिंह डोटासरा और सुभाष गर्ग भी ऐसे नाम हैं जिन्हे गहलोत खेमे की ओर से मंत्री बनाया जा सकता है।

पायलट खेमे से ये हो सकते हैं मंत्री

महेन्द्रजीत सिंह मालवीय, प्रमोद जैन भाया, भंवरलाल मेघवाल, जितेन्द्र सिंह, रमेश मीण, बृजेन्द्र ओला, प्रताप सिंह खाचरियावास, शकुंतला रावत, दानिश अबरार, अशोक चांदना जैसे नाम चर्चा में हैं।

ये बड़े नाम जो नहीं दिख रहे किसी खेमे में

सीपी जोशी, बीडी कल्ला, रघु शर्मा, भरत सिंह, परसराम मोरदिया, रामनारायण मीणा।


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