राजस्थान कांग्रेस में सीएम के चेहरे को लेकर आंतरिक संघर्ष जारी
राजस्थान कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद को लेकर विवाद ऊपरी तौर पर भले शांत नजर आ रहा हो, लेकिन शीतयुद्ध अभी भी जारी है।
जयपुर, नरेन्द्र शर्मा। राजस्थान विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे निकट आते जा रहे है कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर आंतरिक संघर्ष तेज होता जा रहा है। कांग्रेस सत्ता में आई तो मुख्यमंत्री कौन होगा कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अशोक गहलोत या फिर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट।
कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद को लेकर विवाद ऊपरी तौर पर भले शांत नजर आ रहा हो, लेकिन शीतयुद्ध अभी भी जारी है। गहलोत और पायलट समर्थक अपने-अपने नेता को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किए जाने को लेकर कसरत में जुटे हैं, हालांकि पार्टी आलाकमान ने साफ कर दिया कि चुनाव से पहले सीएम फेस घोषित नहीं किया जाएगा।
ऐसे मिल रही मुद्दे को हवा
सीएम फेस के मुद्दे को लेकर कभी गहलोत और कभी पायलट खुद भी हवा देते रहते हैं। गहलोत ने कई बार कहा मैं राजस्थान से दूर नहीं हो सकता। वहीं, पिछले दिनों कांग्रेस की संकल्प रैली में पायलट ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बयानों का जवाब देते हुए कहा कि प्रदेश में अगला मुख्यमंत्री किसान का बेटा बनेगा। शुरू से ही खुद को किसान का बेटा बताने वाले पायलट के समर्थकों ने उनकी छवि भी किसान नेता के रूप में दर्शाने का प्रयास किया है।
हाल ही में 11 सितंबर को करौली में आयोजित कांग्रेस की भरतपुर की संभाग स्तरीय रैली में संभाग में पार्टी की वरिष्ठ नेता विश्वेन्द्र सिंह और बाद 13 सितंबर को जयपुर में एक यूनिवर्सिटी में आयोजित कार्यक्रम में पंजाब सरकार के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू इस मुद्दे को हवा दे चुके है। करौली की संकल्प रैली में विश्वेन्द्र सिंह ने एक बार फिर मीडिया से बातचीत में कहा कि सीएम फेस सामने आना चाहिए। विश्वेन्द् सिंह पहले भी कई बार कह चुके कि बिना दूल्हे कैसी बारात सीएम फेस लोगों के समाने रखकर ही चुनाव लड़ा जाना चाहिए।
वहीं, 13 सितंबर को जयपुर में एक यूनिवर्सिटी में सचिन पायलट के साथ छात्रों से संवाद करने पहुंचे पंजाब सरकार के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने पायलट की तरफ इशारा करते हुए कहा कि ये मेरा भाई कुछ वक्त बाद बड़े फैसले करेगा। सिद्धू का इशारा सीएम की कुर्सी पर था,यानी कांग्रेस सत्ता में आई तो पायलट मुख्यमंत्री बनेंगे। हालांकि सिद्धू के इस बयान से पायलट ने बेहद संजीदा तरीके से किनारा कर लिया। पायलट ने कहा कि जब राजस्थान में चुनाव के नतीजे आएंगे और कांग्रेस सत्ता में आई तो पार्टी के नेता और विधायक सीएम का फैसला करेंगे।
सीपी जोशी का तर्क, पीसीसी अध्यक्ष के नेतृत्व में चुनाव
पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. सीपी जोशी कई बार सार्वजनिक रूप से कह चुके हैं कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट की अगुवाई में ही चुनाव होंगे। प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते चुनाव में पार्टी का नेतृत्व पायलट ही करेंगे।
लंबे समय से चल रही कशमकश
कांग्रेस में लंबे समय से चल रहे मुख्यमंत्री पद के चेहरे की खींचतान को पार्टी ऊपरी तौर भले ही शांत मान रही हो, लेकिन रह रहकर इसका फिर चर्चा में आना यह साबित करता है कि अंदरखाने अभी यह मामला ठंडा नहीं हुआ है। आगामी दिनों में विधानसभा चुनावों यह धुआं जब तब उठता रहेगा। उल्लेखनीय है पिछले काफी समय से सचिन पायलट और अशोक गहलोत खेमे से मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर बयान आते रहे हैं।