Rajasthan Chunav 2018: भाजपा के एक मंत्री और तीन विधायक हुए बागी
Rajasthan Election 2018. राजस्थान में टिकट नहीं दिए जाने से वसुंधरा सरकार के एक मंत्री और तीन विधायकों ने बगावती तेवर अपना लिए हैं।
जयपुर, जेएनएन। राजस्थान में भाजपा के टिकट वितरण के आखिरी दौर में भी बगावत का सिलसिला जारी है। टिकट नहीं दिए जाने से सरकार के एक मंत्री और तीन विधायकों ने बगावती तेवर अपना लिए हैं। इनमे हिंदुत्व के फायरब्रांड नेता माने जाने वाले ज्ञानदेव आहूजा भी शामिल हैं, जो अब जयपुर में सांगानेर से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं।
राजस्थान में भाजपा अब तक अपने छह मंत्रियों के टिकट काट चुकी है और इनमे से दो ने बागी होकर चुनाव लड़ने की बात कही है। इसी सूची में अब एक और नाम कैबिनेट मंत्री हेमसिंह भडाना का भी जुड़ गया है। वे थानागाजी से विधायक थे, जहां से पार्टी ने उनका टिकट काट दिया है। नाराज भडाना ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। भडाना सोमवार को अपना नामांकन दाखिल करेंगे। शनिवार को तीसरी सूची में भी नाम नहीं आने और टिकट कटने से भडाना के सब्र का बांध टूट गया और उन्होंने थानागाजी कस्बे में तत्काल कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर बगावत का बिगुल बजा दिया।
भडाना ने कहा कि उन्होंने भाजपा को थानागाजी में खड़ा किया है और अब निर्दलीय चुनाव लड़कर जीतेंगे। उन्होंने कहा कि वे भविष्य में कभी भाजपा में नहीं आएंगे और पार्टी को सबक सिखाएंगे। उल्लेखनीय है कि भडाना से पहले राजे सरकार के कैबिनेट मंत्री सुरेन्द्र गोयल और राज्यमंत्री राजकुमार रिणवां भी टिकट कटने से खफा होकर चुनाव मैदान में निर्दलीय ताल ठोक चुके हैं। गोयल पाली के जैतारण विधानसभा क्षेत्र से और रिणवां चूरू के रतनगढ़ विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैैं।
मंत्री के अलावा भाजपा के तीन विधायक ज्ञानदेव आहूजा, गीता वर्मा औश्र संसदीय सचिव ओम प्रकाश हुडला ने भी पार्टी छोड़ने का एलान किया है। ज्ञानदेव आहूजा अलवर के रामगढ से पाटी्र के विधायक रहे हैं। हिंदुत्व के फायरब्रांड नेता माने जाते हैं और अपने विवादित बयानों के लिए चर्चा में रहते हैं। उन्होंने टिकट कटने के बाद अब अपना इस्तीफा पार्टी अध्यक्ष को भेजा है और बताया जा रहा है कि वे जयुपर में सांगानेर सीट से निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ेंगे। इनके अलावा सरकार के संसदीय सचिव ओम प्रकाश हुडला ने भी महुआ से अपना टिकट कटने की सूचना के बाद पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
इसके लिए उन्होंने राज्यसभा सांसद किरोडीलाल मीणा को जिम्मेदार ठहराया है। दोनों नेताओं के बीच छत्तीस का आंकड़ा है। हुडला के अनुसार पार्टी उनका टिकट काट रही है, इसलिए वे अब निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। इसके साथ ही, किरोडीलाल मीणा के साथ पार्टी में सिकराय विधायक गीता वर्मा ने भी पार्टी छोड़ कर घनश्याम तिवाडी की पार्टी का दामन थाम लिया है।