आप और जनता सेना की सक्रियता ने बढ़ाई भाजपा और कांग्रेस में बैचेनी
आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस पार्टी एवं नेताओं की धडक़नें बढ़ा दी हैं। आम आदमी पार्टी प्रत्याशी उनकी टीम शहर की कच्ची बस्तियों में अपनी पैठ जमाने में जुटी है।
उदयपुर, जेएनएन। उदयपुर शहर विधानसभा सीट यूं तो भाजपा का गढ़ रहा है और यहां हमेशा भाजपा और कांग्रेस के अलावा अन्य दलों की दाल अब तक नहीं गली, लेकिन पहली बार यहां जनता सेना और आम आदमी पार्टी की बढ़ी सक्रियता से दोनों प्रमुख दलों एवं उनके नेताओं में बैचेनी बढ़ी है।
गत विधानसभा के दौरान गठित जनता सेना का गठन वल्लभनगर के निर्दलीय विधायक रणधीरसिंह भीण्डर ने किया था। भीण्डर वल्लभनगर से भाजपा से टिकट की दावेदारी जता रहे थे लेकिन प्रदेश भाजपा में दूसरे दमदार प्रत्याशी गुलाबचंद कटारिया के विरोध के चलते उन्हें भाजपा का टिकट नहीं मिला और निर्दलीय चुनाव लड़कर चुनाव जीते।
जनता सेना ने इस बीच अपनी पैठ राजनीति में बढ़ाई और दो नगर पालिकाओं पर जनता सेना के बोर्ड गठित किए तथा जिला परिषद चुनावों में भी जीत दर्ज की। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे मेवाड़ में राजस्थान गौरव यात्रा पर निकली तब निर्दलीय विधायक भींडर के भाजपा में शामिल होने के कयास शुरू हो गए। वसुंधरा ने वल्लभनगर विधानसभा क्षेत्र में सभाएं की तब भीण्डर क्षेत्रीय भाजपा नेताओं की बजाय भीण्डर को वरीयता दी।
आगामी विधानसभा चुनाव के आगाज के साथ भीण्डर ने जाहिर कर दिया कि वह खुद जनता सेना से ही चुनाव लडें़ेगे, साथ ही उदयपुर शहर विधानसभा सीट से गुलाबचंद कटारिया को हराने की तैयारियों में जुट गए हैं। जनता सेना ने यहां उदयपुर शहर विधानसभा से दलपत सुराणा को अपना प्रत्याशी बनाया, जिसे भाजपा के संगठक भैरोसिंह शेखावत मंच ने भी समर्थन दिया है। रविवार को जनता सेना के प्रत्याशी ने अपना पहला चुनावी कार्यालय खोला जिसमें भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष मांगीलाल जोशी सहित भाजपा के ऐसे कई नेता शामिल हुए जो कटारिया के विरोधी हैं।
इस तरह जनता सेना ने जहां भाजपा एवं कद्दावरनेता गुलाबचंद कटारिया के लिए बैचेनी बढ़ाई है। कटारिया की मुखालफत करने वालों में राज्य विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष एवं भाजपा नेता शांतिलाल चपलोत, नरेंद्र मोदी मंच के प्रदेश अध्यक्ष प्रवीण रतलिया एवं उनकी टीम जुटी हुई है।
इधर, आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस पार्टी एवं नेताओं की धडक़नें बढ़ा दी हैं। आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी लोकेश कुमावत एवं उनकी टीम विशेषकर शहर की कच्ची बस्तियों में अपनी पैठ जमाने में जुटी है। उनके प्रचार के तरीके महिलाओं को ज्यादा पसंद आ रहे हैं। आप कार्यकर्ता गली-मोहल्लों में सफाई करके चुनाव प्रचार में जुटे हैं साथ ही घर-घर जाकर सस्ती दरों पर झाडू बेचने में लगे हैं। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता पिछले महीने से ही सक्रिय हैं तथा मतदाताओं को जोडऩे में जुटे हैं।
आप के कार्यकर्ता घर-घर बॉयोडिग्रेबल पॉलीथिन की थैलियां एवं गुल्लक भी बांट रहे हैं। इधर, भाजपा कमल संदेश यात्राओं के जरिए चुनाव प्रचार में जुटी है वहीं कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठकों तक सिमटी हुई है। इसके चलते आम मतदाताओं से उनका सीधा संबंध नहीं बन पा रहा। प्रत्याशी की घोषणा नहीं होने से कार्यकर्ताओं में उत्साह की कमी दिखाई दे रही है।