राजस्थान में 3117 प्रत्याशी मैदान में, कांग्रेस और भाजपा के समीकरण को बिगाड़ सकते हैं बागी
राजस्थान विधानसभा चुनाव में 3117 प्रत्याशी मैदान में है। भाजपा 200,कांग्रेस ने 195, बसपा 198, भारत वाहिनी पार्टी 75 एवं रालोपा 68 प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं।
जयपुर, नरेन्द्र शर्मा। राजस्थान विधानसभा चुनाव मैदान में 3117 प्रत्याशी अपना भाग्य अजमा रहे है। इनमें भाजपा ने 200,कांग्रेस ने 195,बसपा ने 198,भारत वाहिनी पार्टी ने 75 एवं राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने 68 प्रत्याशी मैदान में उतारे है। कांग्रेस ने पांच सीटें सहयोगियों के लिए छोड़ी है।
एक ओर जहां कांग्रेस और भाजपा दोनों ही बड़ी पार्टियों ने काफी सोच-विचार कर राजनीतिक समिकरणों के मुताबिक प्रत्याशियों का चयन किया है। वहीं वहीं दूसरी ओर प्रत्याशियों की सूची में जगह नहीं मिलने के कारण बागी हुए नेता कहीं न कहीं दोनों ही पार्टियों के लिए मुसीबत बन सकते है। वसुंधरा सरकार के तो चार मंत्री ही बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे है। इसी को ध्यान में रखकर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे,केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सैनी बागी हुए नेताओं को समझाने में जुटे है। उधर कांग्रेस में बागियों को मनाने का काम पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडे,पूर्व सीएम अशोक गहलोत और पीसीसी अध्यक्ष सचिन पायलट ने संभाल रखा है।
कांग्रेस के लिए मुसीबत बन सकते है ये बागी नेता
भाजपा सरकार के खिलाफ एंटीइंकंबेंसी फैक्टर और कांग्रेस की सरकार बनने की उम्मीदों के चलते पार्टी का टिकट मांगने वालों की लम्बी कतार थी ।अब टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर कांग्रेस के कई नेता निर्दलीय चुनाव लड़ रहे है। इनमें पाली से भीमराज भाटी,बीकानेर पूर्व से गोपाल गहलोत,सिरोही से संयम लोढ़ा,मसुदा से ब्रहम्देव कुमावत,तारानगर से डॉ.चन्द्रशेखर बैद,सिवाना से बालाराम,खींवसर से सवाई सिंह चौधरी,विधाधर नगर से विक्रम सिंह शेखावत एवं किशनगढ़ से नाथूराम सिनोदिया सहित दो दर्जन नेता कांग्रेस के अधिकृत उम्मीदवारों की जीत की राह में रोड़ बन सकते है । इसी को ध्यान में रखकर कांग्रेस के दिग्गज नेता बागियों को मनाने में जुट गए है ।
भाजपा में बागियों की संख्या अधिक
सत्तारूढ़ दल भाजपा में वसुंधरा सरकार के चार वरिष्ठ मंत्री राजकुमार रिणवां रतनगढ़,हेमसिंह भड़ाना थानागाजी सीट ,सुरेन्द्र गोयल जैतारण सीट और संसदीय सचिव ओमप्रकाश हुडला महुआ से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे है । वहीं टिकट नहीं मिलने से नाराज भाजपा विधायक किशनाराम नाई और गीता वर्मा भारत वाहिनी के टिकट पर मैदान में उतरे है। विधायक भवानी सिंह राजावत लाड़पुरा,विधायक ज्ञानदेव आहुजा सांगानेर,विधायक अनिता कटारा डूंगरपुर,नवनीत लाल निनामा घाटोल और अल्का सिंह मालपुरा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे है। केशवरायपाटन से सी.एल.प्रेमी मैदान में उतरे है। इनके अतिरिक्त भी कई नेता मैदान में उतरे है।
बागियों को सत्ता में भागीदारी का आश्वासन
बागियों को मनाने में जुटे कांग्रेस और भाजपा के दिग्गज अपने-अपने नाराज नेताओं को सरकार बनने पर सत्ता में भागीदारी आश्वासन दे रहे है। दोनों ही पार्टियों के दिग्गज सरकार बनने का दावा कर रहे है। बागियों को राजनीतिक नियुक्तियों के माध्यम से उपकृत करने के संदेश विभिन्न माध्यमों से पहुंचाए जा रहे है।