Maharashtra Elections 2019: महाराष्ट्र की मीरा भायंदर सीट पर दो राजस्थानी आमने-सामने
Maharashtra Elections 2019. महाराष्ट्र की मीरा भायंदर सीट पर दो राजस्थानी नरेंद्र मेहता और गीता जैन आमने-सामने हैं।
जागरण संवाददाता, जयपुर। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019 में ठाणे की मीरा भायंदर विधानसभा सीट पर दो राजस्थानी आमने-सामने चुनाव लड़ रहे हैं। दोनों के चुनाव अभियान को संभालने के लिए राजस्थान के जोधपुर संभाग के पाली, सिरोही और जालौर जिलों से 100 से अधिक लोग वहां पहुंच गए हैं। ये लोग चुनाव संपन्न होने तक वहीं रहेंगे। मीरा भायंदर सीट से भाजपा के टिकट पर मैदान में उतरे नरेंद्र मेहता राजस्थान में पाली जिले के देसूरी के मूल निवासी हैं। उनके सामने निर्दलीय के तौर पर गीता जैन ने नामांकन पत्र दाखिल किया है।
गीता जैन पाली जिले के कोसेलाव गांव की मूल निवासी है। गीता जैन के ससुर मीठालाल जैन पाली लोकसभा सीट से सांसद रहने के साथ ही भारतीय युवा शक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। ससुर के सांसद रहने के कारण उन्हें राजनीति विरासत में मिली, लेकिन मेहता ने खुद संघर्ष कर अपनी पहचान बनाई है। नरेंद्र मेहता महा नगरपालिका के महापौर रहने के साथ ही 2014 के विधानसभा चुनाव में राकांपा के गिल्बर्ट मेंडोसा को मात देकर विधायक बन चुके हैं। गीता जैन भी पूर्व में महापौर रह चुकी हैं।
गीता के पति भरत जैन बिल्डर हैं। दोनों राजस्थानियों विशेषकर पाली जिले के ही मूल निवासी होने के कारण यहां से करीब 100 लोग मुंबई पहुंच चुके हैं। ये सभी वहां रह रहे राजस्थानियों से संपर्क कर अपनी-अपनी पसंद के प्रत्याशियों के समर्थन में अधिक से अधिक मतदान कराने का प्रयास करेंगे। पाली के भाजपा विधायक ज्ञान पारख और पूर्व निर्दलीय विधायक भीमराज भाटी भी मीरा भायंदर सीट पर चुनाव अभियान की कमान संभालने के लिए गए हैं।
भीमराज भाटी ने बताया कि वैसे तो मुंबई और पुणे में काफी बड़ी संख्या में राजस्थानी रहते हैं। लेकिन ठागे के मीरा भायंदर विधानसभा क्षेत्र में प्रवासी राजस्थानी निर्णायक भूमिका में है। उन्होंने बताया कि सिरोही, पाली और जालौर जिलों के काफी लोग मुंबई और पुणे में तबले व ढाबे चलाते हैं। राजस्थान के लोग वहां मजदूरी करने भी काफी संख्या में गए हुए हैं। राजस्थान के सिरोही से निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा का कहना है कि महाराष्ट्र की एक दर्जन विधानसभा सीटों में प्रवासी राजस्थानी निर्णयक भूमिका में रहते हैं। उन्होंने बताया कि सिरोही के काफी लोग वहां पीढ़ियों से रह रहे हैं। लोढ़ा खुद भी चुनाव प्रचार के लिए महाराष्ट्र जाएंगे।