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Maharashtra Elections 2019: एकनाथ गायकवाड़ बने मुंबई क्षेत्रीय कांग्रेस समिति के कार्यवाहक अध्यक्ष

Eknath Gaikwad. एकनाथ गायकवाड़ को मुंबई क्षेत्रीय कांग्रेस समिति का कार्यवाहक अध्यक्ष बनाया गया है।

By Sachin MishraEdited By: Published: Fri, 06 Sep 2019 07:31 PM (IST)Updated: Sat, 07 Sep 2019 05:40 PM (IST)
Maharashtra Elections 2019: एकनाथ गायकवाड़ बने मुंबई क्षेत्रीय कांग्रेस समिति के कार्यवाहक अध्यक्ष
Maharashtra Elections 2019: एकनाथ गायकवाड़ बने मुंबई क्षेत्रीय कांग्रेस समिति के कार्यवाहक अध्यक्ष

ओमप्रकाश तिवारी, मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मुंबई कांग्रेस की कमान 79 साल के बुजुर्ग नेता एकनाथ गायकवाड को सौंप दी गई है। अब तक यह पद युवा नेता मिलिंद देवड़ा के पास था। लोकसभा चुनाव में मुंबई में कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत सकी थी।

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यहां तक कि लोकसभा चुनाव से चंद दिनों पहले ही मुंबई क्षेत्रीय कांग्रेस समिति के अध्यक्ष बनाए गए मिलिंद देवड़ा स्वयं भी दक्षिण मुंबई की सीट से नहीं जीत सके थे। उन्होंने इस हार के कुछ दिनों बाद ही तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के पदचिन्हों पर चलते हुए अपने पद से त्यागपत्र दे दिया था।

उसके कुछ दिनों बाद ही पूर्व सांसद एकनाथ गायकवाड को अंतरिम अध्यक्ष घोषित किया गया था। अब विधानसभा चुनाव की औपचारिक घोषणा होने के लगभग एक सप्ताह पहले ही एकनाथ गायकवाड को बाकायदा मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष की जिम्मेदारी दे दी गई है।

 

दलित और मराठी मतदाताओं पर नजर
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि कांग्रेस ने यह कदम मुंबई के दलित और मराठी मतों को अपनी ओर खींचने की गरज से किया है। क्योंकि कांग्रेस यह मान चुकी है कि मुंबई में बड़ी भूमिका निभानेवाला हिंदीभाषी, गुजराती और मारवाड़ी वर्ग उससे पूरी तरह कट चुका है। इन वर्गों का कोई कद्दावर नेता उसके पास बचा नहीं है। इसलिए वह शिवसेना के परंपरागत मराठी मतदाताओं पर निगाह गड़ाना चाहती है। चूंकि दलित नेता प्रकाश आंबेडकर के साथ सीट समझौते की उसकी बातचीत भी असफल हो चुकी है। इसलिए कम से कम गैर नवबौद्ध दलित मतों को अपनी ओर लाने के लिए उसने गायकवाड को आगे बढ़ाने की रणनीति अपनाई है। क्योंकि गायकवाड गैर नवबौद्ध दलित वर्ग से ही आते हैं। लेकिन कांग्रेस की केंद्रीय समिति द्वारा चुनाव से ठीक पहले लिया गया यह निर्णय मुंबई के कांग्रेसियों को ही रास नहीं आ रहा है।

युवा कार्यकर्ताओं को संदेह
मिलिंद देवड़ा ने राहुल गांधी की देखादेखी भले ही अपना पद छोड़ने की घोषणा कर दी थी। लेकिन मुंबई के ज्यादातर कांग्रेस कार्यकर्ता मान रहे थे कि यह जिम्मेदारी मिलिंद देवड़ा के युवा कंधों पर ही रहेगी। कम से कम विधानसभा चुनाव तो उन्हीं के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। 43 साल के युवा मिलिंद की जगह 79 साल के बुजुर्ग गायकवाड को जिम्मेदारी दिया जाना पिछले कुछ माह में मिलिंद के कारण पार्टी से जुड़े युवा कार्यकर्ताओं को हजम होगा, इसमें संदेह है।


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