एमपी में नहीं होगा एट्रोसिटी एक्ट का दुरुपयोग, जांच के बाद होगी कार्रवाई: शिवराज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में एट्रोसिटी एक्ट का दुरुपयोग नहीं होने दिया जाएगा।
बालाघाट, नई दुनिया। मध्य प्रदेश के बालाघाट में गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में एट्रोसिटी एक्ट का दुरुपयोग नहीं होने दिया जाएगा। एट्रोसिटी एक्ट के तहत शिकायत होने पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए निर्देश ही काफी हैं, कानून बनाने की आवश्यकता नहीं है। एससी-एसटी, सामान्य, पिछड़ा वर्ग सभी के अधिकार सुरक्षित रहेंगे।
मालूम हो, मध्य प्रदेश में सवर्ण समाज आरक्षण और एट्रोसिटी एक्ट को लेकर विरोध कर रहा है। माना जा रहा है कि सीएम का यह बयान इसी विरोध को कम करने की कोशिश है। मुख्यमंत्री ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि जब वे भोपाल आए तो उम्मीद थी कि राजनीति को सही दिशा देंगे, लेकिन राहुल गांधी ने संसद की तरह ही भोपाल की सड़क पर हरकत की है। राहुल गांधी की बॉडी लैंग्वेज और आंखों की भाषा सकारात्मक संदेश नहीं देती है। यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। शिवराज ने कहा कि कांग्रेस भाजपा से मैदानी स्तर पर लड़ाई नहीं कर पा रही है, इसलिए गलत हरकतें कर भाजपा को बदनाम करने की कोशिश कर रही है।
भाजपा विधायक के कथित बयान पर हंगामा, करणी सेना की नारेबाजी
मप्र में उज्जैन (दक्षिण) विधानसभा से भाजपा विधायक मोहन यादव के कथित बयान पर गुरुवार को हंगामा हुआ। सोशल मीडिया और कुछ न्यूज चैनलों पर विधायक के हवाले से कहा गया कि सवर्ण आंदोलन में विदेशी फंड का इस्तेमाल हो रहा है। इसके बाद करणी सेना के कुछ सदस्यों ने विधायक के फ्रीगंज स्थित दफ्तर पहुंचकर नारेबाजी की। हालांकि विधायक ने इसका खंडन करते हुए कहा कि उन्होंने आज तक ऐसा कोई बयान नहीं दिया। इस संबंध में उन्होंने फेसबुक, वाट्सएप आदि पर भी खंडन पोस्ट किया।
आर्थिक आधार पर आरक्षण की मांग को लेकर ब्राह्मण महाकुंभ आज
उज्जैन में शुक्रवार को अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज का ब्राह्मण महाकुंभ होगा। इसमें प्रदेशभर से करीब 50 हजार समाजजन शामिल होंगे। समाज अध्यक्ष पं. सुरेंद्र चतुर्वेदी ने बताया कि महाकुंभ में मंथन के लिए विभिन्न मांगों का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इनमें जातिगत आधार पर आरक्षण को समाप्त कर आर्थिक आधार पर देने, आगामी चुनाव में समाज को प्रतिनिधित्व देने, व्यवसायिक परीक्षा में समाज के प्रतिभागियों को भी यात्रा शुल्क की सुविधा देने, मठ-मंदिरों की भूमि की नीलामी बंद करने, पुजारी-पुरोहित तथा तीर्थ पुरोहितों के परंपरागत कार्य में सरकारी हस्तक्षेप समाप्त करने जैसे मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
थाने के बाहर चस्पा किया सांसद की गुमशुदगी का पर्चा
एससी-एसटी एक्ट का विरोध कर रहे सामान्य पिछड़ा वर्ग समाज के लोगों ने गुरुवार को भिंड-दतिया क्षेत्र के सांसद डॉ. भागीरथ प्रसाद की गुमशुदगी दर्ज कराने मेहगांव थाने में आवेदन दिया। पुलिस ने आवेदन लिया, उसके बाद लोगों ने थाने के बाहर ही पोस्टर चस्पा कर दिया। इसमें सांसद को गुमशुदा बताते हुए सूचना देने वाले को 21 रुपये का इनाम देने की घोषणा की गई है। बता दें 1 सितंबर को सांसद का भिंड में घेराव करने की कोशिश हुई थी। उसके बाद से ही सांसद भिंड नहीं आए हैं।