MP Election 2018 : सबसे ज्यादा 32 चक्र गिनती इंदौर पांच और सबसे कम 15 चक्र कोतमा में होगी
MP Election 2018 : मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांताराव ने बताया कि मतगणना के पूरे इंतजाम हो गए हैं।
भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे मंगलवार को आएंगे। सभी 51 जिलों में सुबह आठ बजे से केंद्रीय पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में मतगणना शुरू होगी। इसमें दो हजार 899 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला होगा। सबसे पहले सुबह आठ बजे से डाक मतपत्रों की गिनती होगी।
इसके आधा घंटे बाद ईवीएम से गणना का सिलसिला शुरू हो जाएगा। सबसे ज्यादा 32 चक्र (राउंड) गिनती इंदौर पांच विधानसभा क्षेत्र में होगी। जबकि, सबसे कम 15 चक्र मतगणना अनूपपुर जिले की कोतमा विधानसभा में होगी। हर विधानसभा क्षेत्र में एक वीवीपैट का चयन करके उसकी पर्ची गिनी जाएंगी। मतगणना को देखते हुए शराब दुकानों को बंद रखने का निर्णय लिया गया है। साथ ही सुरक्षा व्यवस्था के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांताराव ने बताया कि मतगणना के पूरे इंतजाम हो गए हैं। प्रदेश में पांच करोड़ चार लाख से ज्यादा मतदाता हैं। इनमें से 75.05 प्रतिशत मतदाताओं ने 65 हजार 341 मतदान केंद्रों में मतदान किया है। मतगणना सभी 51 जिलों (निवाड़ी को छोड़कर) के 306 हॉल में तीन हजार 220 टेबल पर होगी। कोई भी बाहरी व्यक्ति मतगणना केंद्र में प्रवेश नहीं करेगा।
डाक मतपत्र की गिनती दो या तीन सहायक रिटर्निंग ऑफिसर की टेबल पर होगी। पूरी मतगणना के लिए 230 पर्यवेक्षक तैनात किए गए हैं। करीब 15 हजार अधिकारी-कर्मचारी मतगणना के काम को अंजाम देंगे। हर विधानसभा क्षेत्र में मतगणना के लिए 14-14 टेबलें लगाई गई हैं।
एक चक्र की मतगणना पूरी होने के बाद नतीजे ब्लैक बोर्ड पर प्रदर्शित करने के साथ बाकायदा घोषित किए जाएंगे। हर चक्र के परिणाम की रिटर्निंग ऑफिसर और पर्यवेक्षक के दस्तखत की एक शीट पावती लेकर अभ्यर्थियों को दी जाएगी। ईवीएम से गणना का आखिरी चक्र तक तब शुरू नहीं किया जाएगा, जब तक डाक मतपत्रों की गिनती पूरी नहीं हो जाती है।
पर्यवेक्षक हर चक्र की गिनती पूरी होने पर दो मशीनों की स्वयं जांच करेंगे। 154 विधानसभा क्षेत्रों की मतगणना एक ही कक्ष में कराई जाएगी, जबकि 76 विधानसभा के लिए दो कक्षों में सात-सात टेबलें लगेंगी। मतगण्ाना के लिए स्ट्रांग रूम से ईवीएम पर्यवेक्षक, रिटर्निंग ऑफिसर, जिला निर्वाचन अधिकारी और अभ्यर्थियों की मौजूदगी में निकाली जाएंगी। इस प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी होगी।
सुबह सात बजे पता चलेगा किसी टेबल पर गणना करनी है
मतगणना शुरू होने से एक घंटे पहले गणनाकर्मी को पता लगेगा कि उसे किस टेबल पर गणना का काम करना है। इसके लिए तीसरी और अंतिम चयन प्रक्रिया सुबह सात बजे पर्यवेक्षक की मौजूदगी में होगी।
वेबकास्टिंग नहीं सिर्फ सीसीटीवी
कांग्रेस की शिकायत के बाद चुनाव आयोग ने मतगणना केंद्रों की वेबकास्टिंग नहीं करने का निर्णय लिया है। इसकी जगह सीसीटीवी कैमरों का उपयोग किया जाएगा। परिणाम चुनाव आयोग और मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय की वेबसाइट पर लगातार अपडेट होंगे।
144 केंद्रों में वीवीपैट की पर्ची गिनी जाएंगी
मॉकपोल का रिकॉर्ड खाली किए बिना मतदान कराने की वजह से 27 जिलों के 144 केंद्रों की ईवीएम से गिनती नहीं होगी। इसकी जगह वीवीपैट में जमा पर्चियों को सबसे अंत में गिना जाएगा। यह प्रक्रिया भी तब होगी, जब जीत-हार का अंतर ईवीएम में दर्ज मत के बराबर या कम रहता है। चुनाव आयोग ने सोमवार को इसकी अनुमति दे दी।
2.92 फीसदी अधिक हुआ मतदान
प्रदेश में 2013 के मुकाबले 2018 के विधानसभा चुनाव में 2.92 फीसदी ज्यादा मतदान हुआ। कुल 75.05 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। जबकि 2013 में यह 72.13 प्रतिशत (डाक मतपत्रों को छोड़कर) था। इस बार 75.98 प्रतिशत पुरुषों ने मतदान किया, जो पिछले चुनाव से 2.03 प्रतिशत अधिक है। वहीं, महिलाओं के मतदान में 3.92 फीसदी की वृद्धि रही। 2013 में 70.11 प्रतिशत महिलाओं ने मतदान किया था, जो 2018 में 74.03 हो गया।
महिला मतदान में टॉप पर छिंदवाड़ा
महिलाओं ने इस बार पुरुषों के मुकाबले बढ़-चढ़कर मतदान में हिस्सा लिया। छिंदवाड़ा जिले में सर्वाधिक 83.72 फीसदी महिलाओं ने मतदान किया। वहीं, कुल 9 जिलों में 80 फीसदी से ज्यादा महिला मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
पुरुषों की तुलना में महिलाओं ने ज्यादा किया मतदान
जिला-- पुरुष--महिला (मतदान प्रतिशत)
सतना--72.96--75.87
रीवा--63.70--68.62
सीधी--66.62--71.78
शहडोल--76.33--77.46
बालाघाट--80.05--81.19
बैतूल--80.74--81.43