Madhya Pradesh Chunav 2018 सांची में पिता के चिर प्रतिद्वंद्वी से पुत्र का रोचक मुकाबला
MP Election 2018 मुदित के पिता वनमंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार ने चुनाव प्रबंधन अपने हाथों में रखा है तो प्रभुराम का मैनेजमेंट उनके करीबी समर्थक देख रहे हैं।
सांची (रायसेन), अम्बुज माहेश्वरी, नईदुनिया। दुनियाभर में शांति का संदेश देने वाली स्तूप नगरी सांची के विधानसभा क्षेत्र में चुनावी पारा लगाचार चढ़ रहा है। युवा मतदाता अपनी उम्र के जनप्रतिनिधि में विकास की उम्मीदें टटोलते नजर आ रहे हैं तो दूसरी तरफ लंबे समय से मतदान करते आ रहे कई मतदाता समय-समय पर बदलाव होते रहने की बात करते हैं।
दोनों ही प्रमुख राजनीतिक दल कांग्रेस और भाजपा के खेमे में अलसुबह से प्रचार का दौर शुरू हो जाता है, जो डोर टू डोर देर रात तक चल रहा है। भाजपा प्रत्याशी मुदित शेजवार के लिए उनकी मां डॉ. किरण शेजवार ने मोर्चा संभाल रखा है तो कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. प्रभुराम चौधरी के लिए उनके बेटे अनुराग ने कमान हाथ में ली है। मुदित के पिता वनमंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार ने चुनाव प्रबंधन अपने हाथों में रखा है तो प्रभुराम का मैनेजमेंट उनके करीबी समर्थक देख रहे हैं।
मेडिकल स्टोर्स संचालक राजीव लोचन चौबे कहते हैं, इस बार चुनाव में एक युवा और एक अनुभवी के बीच मुकाबला है। एक तरह से दोनों ही नए विजन के साथ काम करना चाहेंगे। जो भी जीते विकास का दृष्टिकोण रखकर पर्यटन में विकास की अपार संभावनाओं वाले इस क्षेत्र में कुछ नया करें ताकि रोजगार भी बढ़े और क्षेत्र तरक्की भी करे।
प्रचार के लिए उधा शिक्षित युवा भी मैदान में
मुदित का साथ देने के लिए उनके उधा शिक्षित कई मित्र भी आए हुए हैं और वे जनसंपर्क के दौरान विशेषकर मिडिल और हाई क्लास परिवारों से रूबरू होकर भाजपा की खूबियां गिनाने के साथ मुदित के विकास के विजन को बता रहे हैं। मां डॉ. किरण शेजवार विधानसभा क्षेत्र के प्रत्येक गांव तक अपनी उपस्थिति एक बार दर्ज करा चुकी हैं। अब शहरी क्षेत्र की तरफ उनका रुख है। वहीं दूसरी तरफ डॉ. प्रभुराम चौधरी के लिए क्षेत्रीय नेता पूरी ताकत के साथ प्रचार में जुटे हैं। उनके बेटे अनुराग के साथ देश-विदेश में पढ़े कई मित्र यहां जनसंपर्क में साथ दे रहे हैं और कांग्रेस की नीतियों के साथ डॉ. चौधरी के कार्यकाल के दौरान मिली सौगातों को जनता के बीच रखकर एक अवसर देने की बात कर रहे हैं।
नाश्ता और खाना भी गाड़ी में
चुनाव में लगातार होते जा रहे कांटे के मुकाबले में अब दोनों ही प्रत्याशियों को खाना खाने तक का समय नहीं मिल पा रहा है। सुबह 6 बजे से प्रचार पर निकलने वाले मुदित और प्रभुराम दोनों ही सुबह का नाश्ता और दोपहर का खाना गाड़ी में ही खा पाते हैं। प्रत्याशी नाश्ते में अंकुरित अनाज को प्राथमिकता दे रहे हैं। शाम का खाना कार्यकर्ताओं के साथ ही जहां बेहतर जगह मिल जाए, खा लेते हैं और फिर देर रात तक के लिए जनसंपर्क में लग जाते हैं।
प्रोफाइल
मुदित शेजवार
पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। पिता डॉ. गौरीशंकर शेजवार भाजपा सरकार में हर बार मंत्री रहे हैं। इंजीनियरिंग के बाद एमबीए कर मुदित ने पहले उद्यानिकी खेती की और फिर कारोबार शुरू किया। पत्नी मीनल शेजवार बिजनेस में पार्टनर हैं। करीब 5 सालों से निरंतर सक्रिय हैं।
डॉ. प्रभुराम चौधरी
दो बार विधायक रहे। 1989 में कुछ समय के लिए संसदीय सचिव बनाए गए। भोपाल गांधी मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस किया है। कृषक होने के साथ-साथ व्यवसाय के रूप में पेट्रोल पंप है। पत्नी शासकीय चिकित्सक हैं।
पिछले चुनावों के परिणाम
2008
डॉ. प्रभुराम चौधरी (कांग्रेस): 51,887
डॉ. गौरीशंकर शेजवार (भाजपा) :42,690
सुखदयाल अहिरवार (भाजश): 11633
2013
डॉ गौरीशंकर शेजवार (भाजपा): 85,599
डॉ प्रभुराम चौधरी (कांग्रेस): 64,663
जीत का अंतर: 20936
कुल मतदाता: 2,31,127