Madhya Pradesh Chunav 2018: गाड़ी की तरह 15 साल पुरानी सरकार को भी छोड़ना जरूरी है:सिद्धू
MP Election 2018: सिद्धू ने कहा कि मोदी सरकार उद्यगोपतियों की सरकार बन गई है और मोदी-शिवराज की लहर अब जहर बन गई है।
भोपाल, नवदुनिया प्रतिनिधि। कांग्रेस के स्टार प्रचारक पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने राजधानी में दक्षिण-पश्चिम के पार्टी प्रत्याशी पीसी शर्मा के समर्थन में आम सभा ली। उन्होंने इस दौरान मतदाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली में 15 साल पुरानी गाड़ियों को बंद कर दिया गया है। पुरानी गाड़ियां काला धुआं छोड़ने लगती हैं।
उन्होंने कहा कि यहां भाजपा प्रत्याशी 15 सालों से जमा हैं अब उनकी आवश्यकता नहीं हैं, पुरानी गाड़ी की तरह इन्हें भी बदलिए और कांग्रेसी प्रत्याशी को जिताइए। सिद्धू ने अपने भाषण में लोगों से पूछा क्या विदेशों में जमा काले धन के 15 लाख रुपए आपके पास आए? गंगा साफ हुई? पलक झपकते बुलेट ट्रेन चली? जब कुछ नहीं मिला, कुछ नहीं हुआ तो फिर किस बात की सरकार और कैसे दावे। भाजपा के सारे दावे और वादे झूठे साबित हो चुके हैं। किसानों की खुद को हिमायती बताने वाली शिवराज सरकार की सच्चाई तो यह है कि किसान यदि एक लाख रुपए कर्ज का जमा नहीं करता तो बैंक उसकी जमीन छीन लेते हैं। लेकिन केंद्र मोदी सरकार अडानी और अंबानी को हजारों करोड़ देकर भी वापस मांगने की हिम्मत नहीं जुटा पाती। मोदी तो सही मायने पूंजीपतियों के हाथ की कठपुतली बन चुके हैं। यहां के अलावा सिद्धू ने राजधानी के नरेला, मध्य विधानसभा क्षेत्रों में भी सभाएं लीं।
इससे पहले छिंदवाड़ा में उन्होंने कहा कि हम जन जन की बात करते हैं, क्योंकि मन की बात पर तो पीएम का पेटेंट है। मजाकिया अंदाज में सिद्धू ने आरोप लगाया कि एक बंदा शादी कराने गया तो उससे पूछा कि बिजनेस कैसा चल रहा है, तो बंदे ने कहा मेरे तो 15 लाख पीएम की तरफ उधार खड़े हैं। वहीं लड़की वाला भी कम नहीं था, उसने कहा कि हमारे भी 15 लाख खड़े हैं।
वहीं बैतूल में उन्होंने अपने अनूठे अंदाज में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को आड़े हाथों लेते हुए जमकर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार उद्यगोपतियों की सरकार बन गई है और मोदी-शिवराज की लहर अब जहर बन गई है। उन्होंने कहा कि जब मैं जवान था तो खूब छक्के मारता था और अब प्रदेश के जवान भी छक्के मारकर शिवराज सरकार को राज्य से बाहर भगाएंगे। उन्होंने कहा कि शिवराज मध्यप्रदेश की सड़कों की तुलना अमेरिका की सड़कों से करते हैं, जबकि यहां की सड़कों की हालत बेहद खराब है।