MP Chunav 2018 : मप्र में 12 हजार केंद्र बढ़ाए, निर्भीकता से करें मतदान: कांताराव
MP Chunav 2018 : मप्र में मतदान के दौरान सीईओ कार्यालय पल-पल की रखेगा खबर। सैटेलाइट फोन का होगा इस्तेमाल।
भोपाल। प्रदेश में मतदाताओं की सहूलियत को देखते हुए 12 हजार मतदान केंद्र बढ़ाए गए हैं। चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बल के जवान तैनात हैं। 11 हजार से ज्यादा केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल के जवान क्रिटिकल बूथ पर हैं। बालाघाट और मंडला में हेलीकॉप्टर से नजर रखी जाएगी। वहीं, भोपाल में एयर एम्बुलेंस को तैयार रखा है। मतदाता इत्मिनान से निर्भीकता के साथ मतदान केंद्र जाएं और अपने मताधिकार का इस्तेमाल करें।
यह बात मतदान से पहले मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांताराव ने 'नवदुनिया" से विशेष चर्चा में कही।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि पहली बार दिव्यांग मतदाताओं को सुगम मतदान के लिए बिना लाइन मतदान की व्यवस्था बनाई गई है।
मतदान के लिए मतदाताओं को दूरदराज न जाना पड़े, इसके लिए 12 हजार मतदान केंद्र बढ़ाए गए हैं। हर पल की खबर दूरदराज इलाकों से भी मिलती रहे, इसके लिए सैटेलाइट फोन के साथ वायरलेस सेट का बड़ी तादाद में उपयोग किया जा रहा है। मतदान को कोई भी किसी भी प्रकार से प्रभावित न कर सके, इसके लिए क्रिटिकल मतदान केंद्रों की संख्या 17 हजार की गई है।
इन केंद्रों में सुरक्षा के अलग-अलग तरह के इंतजाम किए गए हैं। कहीं वेबकास्टिंग के जरिए नजर रखी जाएगी तो कहीं सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों को भी संवेदनशील केंद्रों में तैनात किया गया है। इसके अलावा वीडियोग्राफी भी कराई जा रही है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में स्क्रीन लगाई गई है। इस पर किसी भी केंद्र की गतिविधियां देखी जा सकेंगी।
80 फीसदी से ज्यादा होगा मतदान
कांताराव को भरोसा है कि इस बार मध्यप्रदेश में रिकॉर्ड 80 फीसदी मतदान होगा। इसके लिए जिले से लेकर राज्य की टीम ने बहुत मेहनत की है। मतदाताओं को जागरुक करने गुजरात का दौरा भी किया गया। इसका असर देखने को मिलेगा। 2013 में 72.69 प्रतिशत मतदान हुआ था।
मतदाता पर्ची में गड़बड़ी तो दूसरे दस्तावेज ले जाएं
मतदाता पर्ची में फोटो की गड़बड़ी सामने आने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि मानवीय त्रुटि हो सकती है, लेकिन इसकी वजह से कोई मतदाता मतदान से वंचित नहीं रहेगा।
कोई भी मान्य फोटोयुक्त (पासपोर्ट, ड्रायविंग लाइसेंस, पैनकार्ड, आधार कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, बैंकों अथवा डाकघरों द्वारा जारी फोटोयुक्त पासबुक, आरजीआई एवं एनपीआर द्वारा जारी किए गए स्मार्ट कार्ड, फोटोयुक्त पेंशन दस्तावेज, सांसदों तथा विधायकों को जारी सरकारी पहचान-पत्र और राज्य एवं केंद्र के कर्मचारियों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम, राज्य पब्ल्कि लिमिटेड कंपनियों द्वारा जारी फोटोयुक्त सेवा पहचान-पत्र) दस्तावेज लेकर मतदान केंद्र जाएं और अपने मताधिकार का इस्तेमाल करें, लेकिन शर्त यही रहेगी कि मतदाता सूची में नाम होना चाहिए।
रिकॉर्ड जब्ती की कार्रवाई
प्रदेश में अवैध शराब, नकदी और ड्रग्स पर कार्रवाई को लेकर सख्ती बरती गई। इसका ही नतीजा है कि रिकॉर्ड जब्ती की कार्रवाई हुई है। 30 करोड़ रुपए से ज्याद नकदी, साढ़े दस करोड़ रुपए का सोना/चांदी, 15 करोड़ रुपए की शराब, पौने छह करोड़ रुपए का ड्रग्स पकड़ा गया है। इसके अलावा साढ़े दस करोड़ रुपए से ज्यादा की अन्य सामग्र्री जब्त की गई है। पिछले चुनाव में कुल जब्ती साढ़े 27 करोड़ रुपए से कुछ ज्यादा की हुई थी, लेकिन इस बार यह आंकड़ा 72 करोड़ रुपए से ज्यादा पहुंच गया है।