MP Chunav 2018 : कांग्रेस प्रत्याशी चौबे की मांग : रिजर्व EVM की जांच कराएं
MP Chunav 2018 : खुरई विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी अरुणोदय चौबे ने चुनाव आयोग से कलेक्टर को हटाने की मांग भी की है।
सागर। खुरई विधानसभा क्षेत्र की रिजर्व ईवीएम को मतदान के 48 घंटे बाद स्ट्रांग रूम क्यों लाया गया। मशीन लाने वाली बसें रास्ते में खराब हो गई। इस जानकारी को क्यों छुपाया गया। इससे जिला निर्वाचन अधिकारी की कार्यप्रणाली संदेह के दायरे में आ गई। कलेक्टर आलोक सिंह को इंदौर से कौन नेता लाया था। यह सब जानते हैं। चुनाव आयोग रिजर्व ईवीएम की जांच कराए। कलेक्टर को मतगणना से दूर रखा जाए और उन्हें जिले से हटाया जाए।
यह बात मंगलवार को खुरई से कांग्रेस प्रत्याशी अरुणोदय चौबे ने पत्रकारों से कही। उनका कहना था कि मतदान के बाद ईवीएम प्रशासन कहां छुपाए रहा। मशीन लाने वाली दो बसें वनहट और जरूआखेड़ा गांव के पास खराब कैसे हुईं। प्रशासन यह जानकारी प्रतिनिधियों से क्यों छुपाए रहा। प्रशासन की इस कार्रवाई पर संदेह है। उन्होंने कहा पांच मशीनें कलेक्टर कार्यालय में हम लोगों के सामने चेक की गई। हम मशीनों के एक्सपर्ट नहीं है। चुनाव आयोग से मांग है कि खुरई क्षेत्र से 48 घंटे बाद लाई गई मशीनों की एक्सपर्ट से जांच कराई जाए, जिससे हकीकत जनता के सामने आ सके।
मेरी छवि धूमिल करने का प्रयास किया
चौबे ने कहा कि क्षेत्र में पिछले पांच साल से भय का माहौल है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को अकारण थाने में बंद कराया गया। मेरे खिलाफ हत्या का झूठा केस दर्ज कराया। मेरे परिवार ने राज्यपाल से लेकर मुख्यमंत्री तक जांच की मांग की, लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हुई। कांग्रेस ने मुझे क्षेत्र का प्रत्याशी बनाया, लेकिन विरोधी दल के नेताओं ने मेरी उम्मीदवारी निरस्त करने की झूठी अफवाह उड़ाकर मेरी छवि को धूमिल करने का प्रयास किया। अधिकांश योजनाएं मेरे कार्यकाल की हैं। उन्हें मंजूरी मिलने में देरी हुई।
चौबे ने कहा कि बीना सिंचाई परियोजना को लेकर क्षेत्र के किसानों को भ्रमित किया जा रहा हैं। चुनाव में फायदा लेने के लिए जब भी क्षेत्र में मुख्यमंत्री आए उनसे भूमिपूजन कराया गया। परियोजना की सच्चाई उजागर करने वाले युवक को थाने में बंद करा दिया। क्षेत्र की बेपटरी कानून-व्यवस्था के हालात यह हो गए हैं कि मतदान के पहले एसडीओपी व मालथौन थाने के टीआई को हटाया गया। मतदान के बाद खुरई के थाना प्रभारी को हटाना पड़ा।