Move to Jagran APP

Loksabha Election 2019 : बूथों पर महिलाएं बनेंगी सपा की ताकत, एक तिहाई पर महिलाओं की तैनाती

सपा का सीधा मंत्र है कि अधिक से अधिक अपने वोट निकालो उन्हें बूथ तक पहुंचाओ और साथी बसपा के लोगों को वह सम्मान दो जिसके वह वास्तविक हकदार हैैं।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Mon, 11 Mar 2019 10:01 PM (IST)Updated: Tue, 12 Mar 2019 12:19 PM (IST)
Loksabha Election 2019 : बूथों पर महिलाएं बनेंगी सपा की ताकत, एक तिहाई पर महिलाओं की तैनाती
Loksabha Election 2019 : बूथों पर महिलाएं बनेंगी सपा की ताकत, एक तिहाई पर महिलाओं की तैनाती

लखनऊ [हरिशंकर मिश्र]। लोकसभा चुनाव में सपा ने अपनी ताकत और कमजोरी को केंद्र में रखते हुए व्यूह रचना की है। पार्टी का मुख्य जोर बूथ प्रबंधन पर हैै, जिसमें महिलाओं को वरीयता दी गई है।

loksabha election banner

चुनाव जीतने का सपा का सीधा मंत्र है कि अधिक से अधिक अपने वोट निकालो, उन्हें बूथ तक पहुंचाओ और साथी बसपा के लोगों को वह सम्मान दो, जिसके वह वास्तविक हकदार हैैं और इसके लिए पार्टी ने अपने जिला स्तरीय नेताओं को बड़ी जिम्मेदारियां दी हैैं। उनके निर्देशन में समाजवादी बूथ रक्षक इकाइयां काम करेंगी। सपा ने हर बूथ के लिए ऐसे रक्षक दलों का गठन किया है और खास बात यह कि इसमें महिलाओं का वरीयता दी गई है। सपा संभवत: ऐसी पहली पार्टी है, जिसमें बूथों पर एक तिहाई महिलाओं की तैनाती की गई है। इससे जहां पार्टी का हर घर में घुसने का उद्देश्य पूरा होगा, वहीं अधिक से अधिक वोट बूथों तक भी लाए जा सकेंगे।

सपा के रणनीतिकारों ने इन बूथ रक्षक दलों में सामाजिक और जातीय समीकरणों को भी पिरोया है। हर दल में पंद्रह लोग होंगे, जिसमें पांच महिलाओं के साथ अन्य जातियों के लोग होंगे। युवाओं को विशेष जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा बसपा से सामाजिक और राजनीतिक समन्वय दोनों ही बनाये रखने के उद्देश्य साझा प्रचार अभियान पर जोर है। इसमें दोनों दलों के पदाधिकारियों की संयुक्त बैठकें होंगी। रैलियों और प्रचार अभियान में दोनों दलों के झंडे-बैनर दिखेंगे। यहां तक कि प्रचार के मुद्दे भी संयुक्त बैठकों में तय किए जाएंगे।

छिड़ेगा सोशल वार

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ट्विटर पर पहले से ही सक्रिय हैैं। पार्टी के नेताओं को जिताने के लिए इस बार सपा समर्थक व्यापक तौर पर सोशल वार छेड़ेंगे। सोशल मीडिया पर सपा के अभियान को विस्तार देने के लिए एक अलग टीम जुटी हुई है जो विपक्षी दलों पर आक्रामक है। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर सपा के नारे-स्लोगन और गाने, लोकगीत आदि भी पार्टी का चुनावी माहौल बनाएंगे। सोशल साइट्स पर ही पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के विकास कार्यों को दर्शाते हुए भाजपा के अब तक के कामों को कटघरे में खड़ा किया जाएगा। इस दिशा में पार्टी शुरुआत कर भी चुकी है। इसके साथ ही भाजपा के आक्रामक प्रचार अभियान में भ्रमित करने वालों कदमों से सावधान रहने की ताकीद भी दी गई है।

पार्टी मुख्यालय में होगा वार रूम

पूरे प्रदेश के चुनाव पर सपा विक्रमादित्य मार्ग स्थित मुख्यालय से निगाह रखेगी। यहीं उसका वार रूम रहेगा, जिसकी जिम्मेदारी वरिष्ठ नेताओं पर रहेगी। यहां से पार्टी का प्रचार अभियान से लेकर हर मूव पर निगाह रहेगी और रणनीति को क्रियान्वयन मोड़ पर ले जाया जाएगा।

संगठन करेगा अगुवाई

सपा ने अपनी चुनावी रणनीति में प्रत्याशी के आगे-आगे संगठन को अगुवाई की जिम्मेदारी सौंपी है। सिर्फ प्रत्याशी के भरोसे उसका चुनाव नहीं छोड़ा जाएगा। प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल व राष्ट्रीय संगठन मंत्री राजेंद्र चौधरी संगठनात्मक रणनीति में मुख्य भूमिका अदा करेंगे। इसके साथ ही विधान परिषद सदस्यों और प्रदेश संगठन के अन्य पदाधिकारियों को संसदीय क्षेत्रों की अलग-अलग जिम्मेदारियां दी जाएंगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.