#Flash back : देवरिया की तीनों सीटों पर जनता दल ने गाड़ा झंडा
1989 के लोकसभा चुनाव का अलग रंग था। उस समय सलेमपुर व देवरिया के साथ ही पडरौना संसदीय क्षेत्र भी जनपद का हिस्सा था तब बोफोर्स कांड मुद्दा बना था।
By Edited By: Published: Mon, 08 Apr 2019 08:00 AM (IST)Updated: Tue, 09 Apr 2019 10:05 AM (IST)
गोरखपुर, जेएनएन। 1989 के लोकसभा चुनाव का अलग रंग था। उस समय सलेमपुर व देवरिया के साथ ही पडरौना संसदीय क्षेत्र भी जनपद का हिस्सा था, तब बोफोर्स कांड मुद्दा बना था। यह एक ऐसा चुनाव था, जब 1977 के बाद दूसरी बार मुद्दों पर मतों का ध्रुवीकरण हुआ। कांग्रेस के खिलाफ जनता उठ खड़ी हुई। जनपद की तीन सीटों देवरिया, सलेमपुर व पडरौना पर पहली बार जनता दल ने कब्जा किया, जबकि कांग्रेस को दूसरे स्थान पर संतोष करना पड़ा।
तीनों सीटों की मतगणना देवरिया कलेक्ट्रेट में हुई थी जो भोर तक चली। पूर्व विधायक सुबाष चंद्र श्रीवास्तव कहते हैं कि 1977 के बाद यह दूसरा मौका था, जब हर जगह परिवर्तन की आंधी चल रही थी। जनता उद्वेलित थी तब भ्रष्टाचार मुद्दा बना था। लोगों ने राजा विश्वनाथ प्रताप ¨सह में जयप्रकाश नारायण का अक्स देखा था। उस चुनाव में एक नारा लगा था, राजा नहीं फकीर है देश की तकदीर है। इस नारे की गूंज हर जगह सुनाई दे रही थी। चुनाव में तीनों सीटें जनता दल की झोली में आईं। वीपी ¨सह प्रधानमंत्री बने। हरिकेवल प्रसाद ने रिकार्ड मतों से दर्ज की थी जीत देवरिया सीट पर जनता दल के प्रत्याशी राजमंगल पांडेय ने 240453 (46.67 फीसद) मत पाकर विजय हासिल की।
कांग्रेस की शशि शर्मा को 145870 (28.31 फीसद) मत हासिल हुआ। इसी तरह पडरौना सीट पर जनता दल के प्रत्याशी बालेश्वर यादव ने 143760 (32.18 फीसद) मत प्राप्त कर जीत दर्ज की। कांग्रेस के कुंवर चंद्र प्रताप नारायण ¨सह (सीपीएन ¨सह) को 95479 (21.37 फीसद) मत हासिल हुआ था। सलेमपुर सीट पर जनता दल के हरिकेवल प्रसाद ने 245235 (50.50 फीसद) मत प्राप्त कर जीत दर्ज की। कांग्रेस के रामनगीना मिश्र को 110209 (22.70 फीसद) मत मिले थे।
तीनों सीटों की मतगणना देवरिया कलेक्ट्रेट में हुई थी जो भोर तक चली। पूर्व विधायक सुबाष चंद्र श्रीवास्तव कहते हैं कि 1977 के बाद यह दूसरा मौका था, जब हर जगह परिवर्तन की आंधी चल रही थी। जनता उद्वेलित थी तब भ्रष्टाचार मुद्दा बना था। लोगों ने राजा विश्वनाथ प्रताप ¨सह में जयप्रकाश नारायण का अक्स देखा था। उस चुनाव में एक नारा लगा था, राजा नहीं फकीर है देश की तकदीर है। इस नारे की गूंज हर जगह सुनाई दे रही थी। चुनाव में तीनों सीटें जनता दल की झोली में आईं। वीपी ¨सह प्रधानमंत्री बने। हरिकेवल प्रसाद ने रिकार्ड मतों से दर्ज की थी जीत देवरिया सीट पर जनता दल के प्रत्याशी राजमंगल पांडेय ने 240453 (46.67 फीसद) मत पाकर विजय हासिल की।
कांग्रेस की शशि शर्मा को 145870 (28.31 फीसद) मत हासिल हुआ। इसी तरह पडरौना सीट पर जनता दल के प्रत्याशी बालेश्वर यादव ने 143760 (32.18 फीसद) मत प्राप्त कर जीत दर्ज की। कांग्रेस के कुंवर चंद्र प्रताप नारायण ¨सह (सीपीएन ¨सह) को 95479 (21.37 फीसद) मत हासिल हुआ था। सलेमपुर सीट पर जनता दल के हरिकेवल प्रसाद ने 245235 (50.50 फीसद) मत प्राप्त कर जीत दर्ज की। कांग्रेस के रामनगीना मिश्र को 110209 (22.70 फीसद) मत मिले थे।
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें