Phase 1 Lok Sabha Election Voting: बिहार में 2014 की तरह ही वोटरों में दिखा उत्साह
बिहार में लोकतंत्र के महापर्व का पहला चरण पूरा हो गया। पहले चरण में गुरुवार को चार लोकसभा सीटों पर वोटिंग हुई। गया औरंगाबाद जमुई और नवादा में वोट पड़े। वाेटरों में उत्साह दिखा
पटना [जेएनएन]। बिहार में लोकतंत्र के महापर्व का पहला चरण पूरा हो गया है। पहले चरण में गुरुवार को चार लोकसभा सीटों पर वोटिंग हुई। इसमें गया, औरंगाबाद, जमुई और नवादा में वोटिंग हुई। इन चारों सीटों पर वोटरों में उत्साह दिखा, लेकिन वोटिंग के परसेंटेज में कोई खास बढ़ोतरी नहीं हुई। दो सीटों पर जहां वोटिंग का परसेंट बढ़ा, वहीं एक सीट पर लगभग बराबर रहा, जबकि औरंगाबाद के वोटिंग परसेंट में कमी आई है। इसके पीछे कोई चैती छठ को कारण मान रहा है तो कोई चैती नवरात्र को। वहीं कुछ लोग जगह-जगह हुई हिंसक झड़प को।
बिहार निर्वाचान आयोग के अनुसार बिहार के चारों लोकसभा क्षेत्रों में हुई वोटिंग का परसेंट जारी कर दिया है। आयोग के अनुसार शाम 6 बजे तक गया में 56 परसेंट, औरंगाबाद में 49.85 परसेंट, जमुई में 54 परसेंट तथा नवादा में 52.50 परसेंट वोटिंग हुई। दूसरी ओर अगर वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में हुई वोटिंग पर नजर डालें तो उस समय गया में 52.52 परसेंट, औरंगाबाद में 50.08 परसेंट, जमुई में 48.81 परसेंट और नवादा में 51.75 परसेंट वोटिंग हुई थी।
औरंगाबाद में वोटिंग में हुई कमी के पीछे वहां के लोगों का कहना है कि चैती छठ का आज तीसरा दिन है। परवैतिन 36 घंटे के निर्जला उपवास पर हैं। ऐसे में वे सब वोट के लिए नहीं निकल सकीं। बाकी महिलाओं और पहली बार वोटर बनीं लड़कियों ने उत्साह के साथ बाहर निकलीं और अपने मताधिकार का प्रयोग किया। युवाओं में भी गजब का उत्साह दिखा। हालांकि अाम वोटरों में थोड़ी निराशा थी।
उधर नवादा के लोगों का कहना है कि लोकसभा क्षेत्र में पड़नेवाले तमाम विधानसभा क्षेत्रों में झड़प हुई है। कई जगह तो झड़प हिंसक भी हो गई। एक जगह तो मजिस्ट्रेट की गाड़ी के शीशे भी पथराव में टूट गए। इसकी वजह से भी वोटिंग का परसेंट बहुत ज्यादा नहीं बढ़ पाया।
लोगों के एक गुट का यह भी कहना है कि पहले चरण के चारों लोकसभा क्षेत्रों गया, औरंगाबाद, जमुई और नवादा में पड़नेवाले 15 विधानसभा क्षेत्र नक्सल प्रभावित थे और इन क्षेत्रों में शाम 6 बजे के बजाय 4 बजे ही वोटिंग खत्म कर दी गई। इसका असर भी वोटिंग के परसेंटेज पर पड़ा है। आगे के चरणों में बेशक परसेंटेज बढ़ेगा।
इधर मुख्य निर्वाचन अधिकारी एचआर श्रीनिवास ने पत्रकारों को बताया कि सुबह सात बजे शुरू हुआ मतदान शाम छह बजे समाप्त हो गया। छह बजे के बाद लाइन में लगे लोगों को मतदान का मौका दिया गया। औरंगाबाद में मतदान की रफ्तार सबसे कम रही। नवादा विधानसभा उप चुनाव में 52 परसेंट मतदान हुआ। दूसरी ओर अपर पुलिस महानिदेशक पुलिस मुख्यालय कुंदन कृष्णन ने बताया कि मतदान में बाधा डालने वाले 55 लोगों को गिरफ्तार किया। सर्वाधिक 44 लोगों को नवादा में गिरफ्तार किया। पुलिस ने उग्रवाद प्रभावित औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र के गया जिले में डुमरिया प्रखंड के अनरबन सलैया गांव में मतदान केंद्र संख्या नौ के निकट से एक आईइडी बम और इमामगंज थाना क्षेत्र में पुलिया के नीचे से एक देसी बम बरामद किया गया।
बता दें कि पहले चरण में किस्मत आजमाने वाले दिग्गजों में गया सीट पर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के विजय मांझी और महागठबंधन के उम्मीदवार व पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी हैं, जबकि औरंगाबाद में निवर्तमान सांसद व भारतीय जनता पार्टी (BJP) प्रत्याशी सुशील कुमार सिंह और महागठबंधन के घटक दल हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) के प्रत्याशी उपेंद्र प्रसाद हैं। नवादा सीट पर एनडीए की ओर से सूरजभान सिंह के भाई व लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) प्रत्याशी चंदन कुमार हैं, जबकि महागठबंधन उम्मीदवार के रूप में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के पूर्व विधायक राजबल्लभ यादव की पत्नी विभा देवी हैं। जमुई लोकसभा सीट पर महागठबंधन प्रत्याशी के रूप में राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) से भूदेव चौधरी और एनडीए प्रत्याशी के रूप में एलजेपी के चिराग पासवान एक बार फिर किस्मत आजमा रहे हैं।