मोदी व शाह को दार्जीलिंग से चुनाव लड़ने की विनय तमांग ने दी चुनौती
गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष विनय तमांग ने आरोप लगाया है कि भाजपा व उसके नेतृत्व में चल रही केंद्र सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान पहाड़ एरिया में कोई काम नहीं किया है।
By Rajesh PatelEdited By: Published: Sat, 09 Feb 2019 11:23 AM (IST)Updated: Sat, 09 Feb 2019 11:23 AM (IST)
कालिम्पोंग [संवादसूत्र]। गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष विनय तमांग ने दार्जिलिंग लोकसभा सीट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित साह को चुनाव लड़ने की चुनौती दी है। कहा कि इनको हार का ही सामना करना पड़ेगा। तमांग हिमालय तराई-डुवार्स के पुरस्कार वितरण समारोह में भाग लेने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में गोजमुमो के तीसरे मोर्चा में शामिल होने के बाद किसी भी प्रत्याशी के खड़ा करने का खुलासा करना उचित नहीं है। केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि 11 जातियों को जनजाति की मान्यता देने का वादा करने के बावजूद अब तक दस साल में पूरा नहीं किया गया है। इसलिए अब अगले पांच साल उन्हें नहीं मिलेंगे। यहां से उनलोगों को हार का मुंह देखना पड़ेगा। जीटीए चुनाव आगामी अगस्त से सितंबर महीने के भीतर होगा। इसके साथ जीटीए के 45 के बदले 46 समष्ठी पर यह चुनाव होगा। गोरूबथान का क्षेत्रफल बड़ा होने के कारण उसका विभाजन करके 46 समष्ठी के रूप में निर्माण करने को लेकर जीटीए की ओर से प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
उन्होंने आगे कहा कि आगामी 13 फरवरी को दिल्ली में गोरखा भवन का उद्घाटन किया जाएगा। उस समारोह में राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित अन्य अतिथि उपस्थित रहेंगे। भवन निर्माण के लिए 32 करोड़ रुपये आवंटित किए गए है। जिसमें पहले चरण में 6 करोड़ रुपये से निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। वही माटीगाडा का पहाड़ी भवन व पिंटेल विलेज का संचालन अब जीटीए करेगा, जिसका लाभ गोरखाओं को मिलेगा।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच सीबीआइ को लेकर विवाद पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि हम चिटफंड पीड़ितों के लिए न्याय के पक्ष में हैं। चुनाव को केंद्र करके भाजपा सरकार ने सीबीआइ का जो इस्तेमाल किया, इसका गोजमुमो ने कड़ा विरोध किया है।
शहीद दिवस को केंद्र करके भूमिगत गोजमुमो संस्थापक व अध्यक्ष विमल गुरुंग की ओर से जारी विज्ञप्ति में विमल के बयान का खंडन करते हुए विनय तामांग ने कहा कि जंगल में रहकर शहीदों के सपनों को पूरा नहीं किया जा सकता है। उसके लिए मैदान में आने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में गोजमुमो के तीसरे मोर्चा में शामिल होने के बाद किसी भी प्रत्याशी के खड़ा करने का खुलासा करना उचित नहीं है। केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि 11 जातियों को जनजाति की मान्यता देने का वादा करने के बावजूद अब तक दस साल में पूरा नहीं किया गया है। इसलिए अब अगले पांच साल उन्हें नहीं मिलेंगे। यहां से उनलोगों को हार का मुंह देखना पड़ेगा। जीटीए चुनाव आगामी अगस्त से सितंबर महीने के भीतर होगा। इसके साथ जीटीए के 45 के बदले 46 समष्ठी पर यह चुनाव होगा। गोरूबथान का क्षेत्रफल बड़ा होने के कारण उसका विभाजन करके 46 समष्ठी के रूप में निर्माण करने को लेकर जीटीए की ओर से प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
उन्होंने आगे कहा कि आगामी 13 फरवरी को दिल्ली में गोरखा भवन का उद्घाटन किया जाएगा। उस समारोह में राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित अन्य अतिथि उपस्थित रहेंगे। भवन निर्माण के लिए 32 करोड़ रुपये आवंटित किए गए है। जिसमें पहले चरण में 6 करोड़ रुपये से निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। वही माटीगाडा का पहाड़ी भवन व पिंटेल विलेज का संचालन अब जीटीए करेगा, जिसका लाभ गोरखाओं को मिलेगा।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच सीबीआइ को लेकर विवाद पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि हम चिटफंड पीड़ितों के लिए न्याय के पक्ष में हैं। चुनाव को केंद्र करके भाजपा सरकार ने सीबीआइ का जो इस्तेमाल किया, इसका गोजमुमो ने कड़ा विरोध किया है।
शहीद दिवस को केंद्र करके भूमिगत गोजमुमो संस्थापक व अध्यक्ष विमल गुरुंग की ओर से जारी विज्ञप्ति में विमल के बयान का खंडन करते हुए विनय तामांग ने कहा कि जंगल में रहकर शहीदों के सपनों को पूरा नहीं किया जा सकता है। उसके लिए मैदान में आने की जरूरत है।
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