Lok Sabha Election 2019 में नहीं दिखेंगे ये दिग्गज नेता, BJP के 10 का दम पर भी संशय
Loksabha Election 2019 में 16 बड़े नेता चुनाव नहीं लड़ेंगे। BJP के 10 बुजुर्ग नेताओं पर भी संशय है। ये पहला लोकसभा चुनाव होगा जिसमें इतनी बड़ी संख्या में दिग्गज नेता नहीं दिखेंगे।
नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। लोकसभा चुनाव 2019 की घोषणा के साथ ही देश में राजनीति रस्साकसी जोरों पर है। बदलते मौसम और होली के रंगों के बीच अब देश की राजनीति के भी अलग-अलग रंग देखने को मिल रहे हैं। कहीं चिरपरिचित प्रतिद्वंदी गले मिल रहे हैं, तो किसी को मुफ्त की उदारता भी रास नहीं आ रही है। गठबंधन की खींचतान भी रोज नया आकार ले रही। टिकट को लेकर जोड़-तोड़ भी जोरों पर है। इन सबके बीच कई दिग्गज नेताओं ने इस लोकसभा चुनाव से दूरी बना ली है। किसी ने इसके लिए अपनी उम्र तो किसी ने स्वास्थ्य को वजह बताया है। चर्चा है कि कुछ दिग्गज नेताओं को तेजी से बदल रहे चुनावी समीकरणों में हार का डर भी सता रहा है। आइये जानते हैं, कौन से ये हैं दिग्गज नेता जो लोकसभा चुनाव 2019 में नजर नहीं आएंगे।
रामविलास पासवान
लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के दिग्गज नेता रामविलास पासवान इस बार लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। लोजपा नेता और उनके बेटे चिराग पासवान ने उनके चुनाव न लड़ने की घोषणा की है। राम विलास पासवान की चिरपरिचित संसदीय सीट हाजीपुर से उनके भाई पशुपति कुमार पारस चुनाव लड़ेंगे। पशुपति कुमार पारस फिलहाल बिहार सरकार में मंत्री हैं। रामविलास पासवान, राज्यसभा के रास्ते संसद जा सकते हैं।
सुषमा स्वराज
भाजपा की दिग्गज नेता और केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज खराब स्वास्थ्य की वजह से आगामी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी। वह 2009 में संसद में विपक्ष की नेता और 1998 में दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। वह भारतीय संसद की प्रथम एवं एकमात्र ऐसी महिला सदस्य हैं, जिन्हें आउटस्टैण्डिंग पार्लिमैण्टेरियन सम्मान मिला है। मध्य प्रदेश के विदिशा लोकसभा क्षेत्र से सांसद सुषमा स्वराज का उत्तराधिकारी कौन होगा, इसका फैसला दिल्ली से भाजपा हाईकमान करेगा। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान या उनकी पत्नी साधना सिंह को विदिशा से प्रत्याशी बनाये जाने की अटकले हैं। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सीट होने की वजह से विदिशा भाजपा के लिए बेहद महत्वपूर्ण सीट है।
उमा भारती
भाजपा की अनुभवी सांसद और मौजूदा सरकार में केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने 16 मार्च 2019 को घोषणा की कि वह आगामी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी। उमा भारती ने ट्वीटर कर बताया कि उन्होंने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को पत्र लिखा है कि वह आगामी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी। अगले ट्वीट में उन्होंने कहा कि वह अगले डेढ़ साल गंगा किनारे समय बिताना चाहती हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि पार्टी जो भी जिम्मेदारी देगी, वो उसे संभालने को तैयार हैं। वह फिलहाल झांसी से सांसद हैं।
शरद पवार
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) अध्यक्ष शरद पवार ने 11 मार्च 2019 को आगामी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा की है। शरद कभी कांग्रेस में थे। सोनिया गांधी के विदेशी मूल के मुद्दे पर उन्होंने महाराष्ट्र में अपनी अलग पार्टी बनाई थी। वह तीन बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। फिलहाल वह राज्यसभा सांसद हैं। उन्होंने 2014 में भी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा था। उस वक्त उन्होंने कहा था, ‘मैंने चुनाव लड़ने का सिलसिला रोकने का फैसला किया है। इससे मुझे अधिकतम समय पार्टी के कामकाज के लिए देने का मौका मिलेगा। मैं राज्यसभा में जाने के खिलाफ नहीं हूं।’
एचडी देवगौड़ा
पूर्व प्रधानमंत्री और जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) के संस्थापक एचडी देवगौड़ा कर्नाटक की हासल लोकसभा सीट से सांसद है। ये सीट कर्नाटक के दक्षिणी भाग में स्थित है। कर्नाटक में जेडीएस और कांग्रेस गठबंधन के बाद ये सीट जेडीएस के खाते में ही है। हालांकि, देवगौड़ा ने इस बार लोकसभा चुनाव लड़ने से मना कर दिया है। इस सीट से उनके पोते प्रज्वल रेवन्ना लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।
अरविंद केजरीवाल
आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल फिलहाल दिल्ली के मुख्यमंत्री हैं। आगामी लोकसभा चुनाव के लिए वह कांग्रेस से गठबंधन के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। अरविंद केजरीवाल ने 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती देते हुए वाराणसी से चुनाव लड़ा था। हालांकि, वह दूसरे नंबर पर रहे थे। इस बार अरविंद केजरीवाल ने साफ कर दिया है कि वह वाराणसी से लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने जा रहे हैं।
चुनाव न लड़ने वाले दिग्गजों में ये भी हैं शामिल
1. मायावती, बसपा प्रमुख, गठबंधन के उम्मीदवारों में उनका नाम नहीं है। माना जा रहा कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगी।
2. अखिलेश यादव, सपा प्रमुख, चर्चा है कि चुनावी तैयारियों में व्यस्त होने की वजह से वह चुनाव नहीं लड़ेंगे।
3. कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए एसएम कृष्णा।
4. कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने लोकसभा चुनाव न लड़ने की घोषणा की है।
5. योगेंद्र यादव, 2014 में आप के टिकट पर गुड़गांव से लड़े थे। जमानत भी नहीं बचा सके थे।
6. कुमार विश्वास, 2014 में आप के टिकट पर अमेठी से लड़े थे। जमानत भी नहीं बचा सके थे।
7. लालू यादव, आरजेडी प्रमुख और बिहार के पूर्व सीएम चारा घोटाले में सजा काटने की वजह से चुनाव नहीं लड़ सकते।
8. महाराष्ट्र के पूर्व सीएम अशोक चव्हाण का चुनाव न लड़ना लगभग तय है। उनकी जगह पत्नी अमिता चुनाव लड़ेंगी।
9. सज्जन कुमार, कांग्रेसी नेता, सिख दंगों में सजा काटने की वजह से नहीं लड़ सकते।
10. जगदीश टाइटलर, कांग्रेस नेता, सिख दंगों में आरोपी होने की वजह से नहीं लड़ रहे हैं।
भाजपा ने वरिष्ठत नेताओं पर छोड़ा फैसला
भाजपा ने पिछले दिनों स्पष्ट किया कि वह 75 वर्ष की आयु पार कर चुके वरिष्ठतम नेताओं को भी लोकसभा चुनाव में टिकट देगी। पार्टी का कहना है कि ये वरिष्ठत नेताओं की मर्जी पर निर्भर करेगा कि वह चुनाव लड़ना चाहते हैं या नहीं। साथ ही पार्टी ने ये भी स्पष्ट किया है कि सरकार बनने पर कैबिनेट में स्थान पाने के लिए 75 वर्ष की आयु सीमा लागू रहेगी। मतलब लालकृष्ण आडवाणी (91) और मुरली मनोहर जोशी (85) जैसे वरिष्ठतम नेता चुनाव जीत भी गए तो उनकी सरकार या पार्टी की राजनीति में कोई सक्रिय भूमिका नहीं रहेगी। ऐसे में अटकलें लगाई जा रही हैं कि ये दिग्गज नेता चुनाव लड़ने से मना कर सकते हैं। हालांकि इन नेताओं की तरफ से अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है।
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