माननीयों के बंगलों पर रहेंगी खुफिया तंत्र की नजरें
चुनावी माहौल है। आचार संहिता भी लागू है। राजनैतिक पार्टियों के नेता लोकसभा चुनाव के टिकट की दावेदारी में जुटे हैं। वोटरों को लुभाने के लिए होली से अच्छा मौका कोई नहीं है।
सौरव प्रजापति, गजरौला (जेएनएन): चुनावी माहौल है। आचार संहिता भी लागू है। राजनैतिक पार्टियों के नेता लोकसभा चुनाव के टिकट की दावेदारी में जुटे हैं। वोटरों को लुभाने के लिए होली से अच्छा मौका कोई नहीं है। संंकट की बात यह है आचार संंहिता में ऐसा करना भी आसान नहीं है। इसलिए चुनाव आयोग भी सख्त हो गया है। ऐसे में होली पर नेताओं की कोठियों पर खुफिया विभाग नजरें गड़ाए है।
होली पर हैं लोकतंत्र पर्व की चर्चाएं
गांव हो गया शहर, इस बार होली से ज्यादा लोकतंत्र के पर्व की चर्चाएं हैं। चूंकि इस बार लोकसभा चुनाव का ज्यादा रोमांच है। हालांकि अभी तक किसी भी दल ने अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। हर कोई शीर्ष नेता अपनी-अपनी पार्टी आकाओं के दरबार मेंं हाजिरी लगा रहा है। उन्हें लोकसभा का चुनाव जो लडऩा है। हालांकि होली के दिन आकाओं के दरबार भी सूने नजर आएंगे। हर कोई अपने घर-परिवार, यार-रिश्तेेदारों के साथ होली मनाएगा। खास बात है कि भले ही इस बार की होली आमजन खूब मस्ती के साथ मनाएं। राजनेताओं के लिए टेड़ी खीर है। आचार संहिता लागू होने की वजह से वोटरों को लुभाना महंंगा भी पड़ सकता है। ऐसे संभावित नेताओं की कोठियों पर खुफिया विभाग की नजरें भी टिकीं रहेंगी, जो चुनावी मैदान में सक्रिय हैं। इतना ही नहीं सादी वर्दी में खाकी के जवान भी गश्त करते रहेंगे। कोठियों पर आने-जाने वाले व्यक्तियों व वाहनों पर भी विशेष नजर रखी जाएगी। इसके लिए आयोग द्वारा प्रशासनिक अमले को सख्त निर्देश दिए गए हैं।
होटल-रेस्टोरेंटों पर भी होगी निगरानी
औद्योगिक नगरी नेताओं का गढ़ होने के साथ होटल-रेस्टोरेंट का हब भी है। यहां पर काफी भीड़भाड़ रहती है। चुनावी दौर में नेताओं द्वारा होटल-रेस्टारेंटों को बुक कर लिया जाता है। ताकि वहां पर खानपान की व्यवस्था कराई जा सके। प्रशासन द्वारा इस बार इन होटल-रेस्टोरेंटों पर निगरानी करवाई जाएगी। यहां पर जनपद में अधिक शीर्ष नेताओं के आवास हैं।
ये बोले अधिकारी
पुलिस क्षेत्राधिकारी मोनिका यादव ने कहा कि होली पर नेेताओं द्वारा वोटरों को लुभाया न जा सके इसके लिए प्रत्येक विधानसभा में उडऩदस्ते गठित किए गए हैं। आचार संहिता के उल्लंंघन पर विशेष नजर बनाए हुए हैं। खुफिया विभाग भी सतर्क है। पुलिस भी अपनी तैयारियों में जुटी है।