अपने फैसले से नहीं डिगेंगे लालू के लाल, तेज प्रताप बोले- प्राण जाए पर वचन न जाए
बगावत पर उतरे लालू यादव के बड़े लाले के तेवर अभी तक कायम हैं। वे अपने फैसले को नहीं बदलने जा रहे इसका संकेत उन्होंने अपने ताजा ट्वीट में भी दिया है। इस खबर में जानिए मामला।
By Amit AlokEdited By: Published: Sun, 14 Apr 2019 12:51 PM (IST)Updated: Mon, 15 Apr 2019 03:36 PM (IST)
पटना [जेएनएन]। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव का बगावती मूड अभी बदला नहीं है। अपने ताजा ट्वीट में उन्होंने स्पष्ट संकेत किया है कि वे अपने स्टैंड से डिगने नहीं जा रहे हैं। ऐसे में जहानाबाद व शिवहर सीटों पर तेज प्रताप यादव के उम्मीदवार राजद के उम्मीदवारों के खिलाफ ताल ठोकेंगे,यह तय हो गया है।
यह है मामला
विदित हो कि तेज प्रताप यादव ने अपनी पार्टी से जहानाबाद व शिवहर सीटों के लिए पसंद के दो उम्मीदवार मांगे। इसके लिए उन्होंने भाई तेजस्वी यादव से बात की। लेकिन उनकी बात नहीं मानी गई। इसके अलावा सारण सीट पर तेज प्रताप के विरोध के बावजूद उनके ससुर को टिकट दे दिया गया। इससे खफा तेज प्रताप यादव ने 'लालू राबड़ी मोर्चा' बनाकर जहानाबाद व शिवहर सहित कई सीटों पर अपने उम्मीदवार देने की घोषणा कर दी। उन्होेंने खुद भी सारण से निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषण्ाा की, लेकिन बाद में यह भी कहा कि सारण से उनका कोई लेना-देना नहीं है।
ट्वीट में तेज प्रताप ने कही ये बात
रामनवमी के दिन तेज प्रताप यादव ने अपने ट्वीट में लिखा, ''रघुकुल रीत सदा चली आयी.. प्राण जय पर वचन ना जाये... मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम ने जीवन में सत्य, नैतिकता, न्याय और निष्ठा के प्रतिमान स्थापित किए हैं, वे हम सभी के लिये अनुकरणीय हैं।''
दबाव में फैसला नहीं बदलने का दिया संकेत
बिहार के लोगों को रामनवमी की शुभकामना देने के लिए किए गए इस ट्वीट में उन्होंने स्पष्ट किया है कि वे अपने फैसले को किसी के दबाव में बदलने नहीं जा रहे। अगर ऐसा है तो वे जहानाबाद और शिवहर लोकसभा सीटों पर अपनी पसंद के उम्मीदवार उतारेंगे। तेज प्रताप चाहते हैं कि सारण लोक सभा सीट पर उनकी मां राबड़ी देवी चुनाव लड़ें, न कि ससुर चंद्रिका राय। पहले तेज प्रताप यादव ने अपने ससुर चंद्रिका राय के खिलाफ निर्दलीय सारण से चुनाव लड़ने की भी बात कही। लेकिन बाद में सारण सीट को लेकर वे बैकफुट पर आ गए तथा कहा कि सारण से उन्हें कोई मतलब नहीं है।
लगातार दे रहे बगावती तेवर के संकेत
बीते कुछ समय से तेज प्रताप यादव अपने बगावती तेवर के संकेत दे रहे हैं। इसके पहले उन्होंने ट्वीट व बयानोंके माध्यम से लगातार अपनी बात रखी है। उन्होंने तजस्वी पर चापलूसों से घिरे होने का आरोप भी लगाया। एक ट्वीट में तेज प्रताप यादव ने पार्टी व परिवार को चेतावनी देते हुए लिखा, ''...जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है।''
आगे-आगे देखिए, होता है क्या...
तेज प्रताप यादव के बगावती तेवर आगे क्या गुल खिलाते हैं, यह देखना अभी शेष है। फिलहाल, इससे राजद व लालू परिवार में संकट जरूर खड़ा हो गया है। अब आगे-आगे देखिए, क्या होता है।
यह है मामला
विदित हो कि तेज प्रताप यादव ने अपनी पार्टी से जहानाबाद व शिवहर सीटों के लिए पसंद के दो उम्मीदवार मांगे। इसके लिए उन्होंने भाई तेजस्वी यादव से बात की। लेकिन उनकी बात नहीं मानी गई। इसके अलावा सारण सीट पर तेज प्रताप के विरोध के बावजूद उनके ससुर को टिकट दे दिया गया। इससे खफा तेज प्रताप यादव ने 'लालू राबड़ी मोर्चा' बनाकर जहानाबाद व शिवहर सहित कई सीटों पर अपने उम्मीदवार देने की घोषणा कर दी। उन्होेंने खुद भी सारण से निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषण्ाा की, लेकिन बाद में यह भी कहा कि सारण से उनका कोई लेना-देना नहीं है।
ट्वीट में तेज प्रताप ने कही ये बात
रामनवमी के दिन तेज प्रताप यादव ने अपने ट्वीट में लिखा, ''रघुकुल रीत सदा चली आयी.. प्राण जय पर वचन ना जाये... मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम ने जीवन में सत्य, नैतिकता, न्याय और निष्ठा के प्रतिमान स्थापित किए हैं, वे हम सभी के लिये अनुकरणीय हैं।''
दबाव में फैसला नहीं बदलने का दिया संकेत
बिहार के लोगों को रामनवमी की शुभकामना देने के लिए किए गए इस ट्वीट में उन्होंने स्पष्ट किया है कि वे अपने फैसले को किसी के दबाव में बदलने नहीं जा रहे। अगर ऐसा है तो वे जहानाबाद और शिवहर लोकसभा सीटों पर अपनी पसंद के उम्मीदवार उतारेंगे। तेज प्रताप चाहते हैं कि सारण लोक सभा सीट पर उनकी मां राबड़ी देवी चुनाव लड़ें, न कि ससुर चंद्रिका राय। पहले तेज प्रताप यादव ने अपने ससुर चंद्रिका राय के खिलाफ निर्दलीय सारण से चुनाव लड़ने की भी बात कही। लेकिन बाद में सारण सीट को लेकर वे बैकफुट पर आ गए तथा कहा कि सारण से उन्हें कोई मतलब नहीं है।
लगातार दे रहे बगावती तेवर के संकेत
बीते कुछ समय से तेज प्रताप यादव अपने बगावती तेवर के संकेत दे रहे हैं। इसके पहले उन्होंने ट्वीट व बयानोंके माध्यम से लगातार अपनी बात रखी है। उन्होंने तजस्वी पर चापलूसों से घिरे होने का आरोप भी लगाया। एक ट्वीट में तेज प्रताप यादव ने पार्टी व परिवार को चेतावनी देते हुए लिखा, ''...जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है।''
आगे-आगे देखिए, होता है क्या...
तेज प्रताप यादव के बगावती तेवर आगे क्या गुल खिलाते हैं, यह देखना अभी शेष है। फिलहाल, इससे राजद व लालू परिवार में संकट जरूर खड़ा हो गया है। अब आगे-आगे देखिए, क्या होता है।
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