LokSabha Elections 2019 : गोरखपुर-बस्ती मंडल में आधी सीटों पर बदल गए 'हाथी' के 'महावत'
2014 की तुलना में तीन सीटों पर बसपा ने हाथी का महावत बदल दिया है। तीन सीटों पर पुराने चेहरे ही मैदान में हैं जबकि तीन सीटों पर नए चेहरों पर दांव लगाया गया है।
गोरखपुर, जेएनएन। लोकसभा चुनाव 2019 में बहुजन समाज पार्टी ने प्रत्याशियों की घोषणा के साथ जमीनी स्तर पर प्रचार अभियान शुरू कर दिया है। सपा व रालोद से गठबंधन के बाद पार्टी इस बार गोरखपुर-बस्ती मंडल की नौ में से छह सीटों पर मैदान में है। पर, 2014 की तुलना में इन छह में से तीन सीटों पर पार्टी ने 'हाथी' का 'महावत' बदल दिया है। यानी तीन सीटों पर पुराने चेहरे ही मैदान में हैं जबकि तीन सीटों पर नए चेहरों पर दांव लगाया गया है।
लोकसभा चुनाव 2014 में बहुजन समाज पार्टी को गोरखपुर-बस्ती मंडल की नौ में से एक भी सीट पर जीत दर्ज करने में कामयाबी नहीं मिली थी। तब बस्ती से चुनाव लड़े रामप्रसाद चौधरी 27.06 फीसद वोट पाने में कामयाब हुए थे और उन्हें तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा था। चौधरी पर इस बार भी भरोसा जताया गया है। डुमरियागंज में तब हाथी के महावत रहे मो. मुकीम ने 20.88 फीसद वोटों के साथ दूसरा स्थान प्राप्त किया था लेकिन अबकी आफताब आलम यहां से प्रत्याशी बनाए गए हैं। संतकबीरनगर में पार्टी ने भीष्मशंकर तिवारी उर्फ कुशल तिवारी के चेहरे पर चुनाव लड़ा था। कुशल ने 24.79 फीसद मतों के साथ दूसरा स्थान प्राप्त किया था। इस सीट से वर्तमान चुनाव में भी कुशल को महावत बनाया गया है।
बांसगांव सुरक्षित लोकसभा सीट से भी पुराने महावत पर विश्वास जताया गया है। पहले इस सीट से दूधराम को प्रभारी बनाया गया था लेकिन जमीनी स्तर पर माहौल भांपकर पार्टी सुप्रीमो ने पिछली बार दूसरा स्थान पाने वाले सदल प्रसाद को ही प्रत्याशी घोषित किया है। 2014 में देवरिया सीट पर नियाज अहमद पार्टी की ओर से चुनाव मैदान में थे लेकिन इस बार स्थितियां बदल चुकी हैं। पिछली बार दूसरा स्थान पाने वाले नियाज वर्तमान चुनाव में बसपा से अलग हो चुके हैं, उनकी जगह बिनोद कुमार जायसवाल को मैदान में उतारा गया है। सलेमपुर सीट पर पिछले लोकसभा चुनाव में बसपा सुप्रीमो ने रविशंकर सिंह पप्पू पर दांव लगाया था। पप्पू ने दूसरा स्थान प्राप्त किया था लेकिन विजयी भाजपा प्रत्याशी से वह काफी पीछे थे। पर, इस चुनाव में पार्टी ने पप्पू की जगह अपने प्रदेश अध्यक्ष आरएस कुशवाहा पर भरोसा जताया है।