Loksabha Election 2019 : बोले अखिलेश - 'विकास कार्यो को भी धोखा दिया इस सरकार ने'
मतदान दिवस से चार दिन पहले पीएम के संसदीय क्षेत्र में सपा-बसपा-रालोद गठबंधन की रैली को तीनों दलों के प्रमुखों ने इमोशनल टच देने का प्रयास किया।
वाराणसी, जेएनएन। मतदान दिवस से चार दिन पहले पीएम के संसदीय क्षेत्र में सपा-बसपा-रालोद गठबंधन की रैली को तीनों दलों के प्रमुखों ने 'इमोशनल टच' देने का प्रयास किया। राष्ट्रीय मुद्दों पर बातें तो हुई ही 'लोकल कनेक्ट' करते हुए बनारस में पांच वर्षो में विकास कार्यो की समीक्षा करते भाजपा को निशाने पर लिया। बनारस-चंदौली-मीरजापुर में गठबंधन की ओर से सपा प्रत्याशियों के समर्थन में रैली को सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जन संवाद का रूप दिया। बाबा, गंगा, मंदिर, रोजी-रोजगार व सरोकार को शामिल करते हर बिंदु पर सवाल उछाले और खुद भी उनका जवाब दिया। 'हम तो कहते हैं, आज काम पर बात कर लो लेकिन नहीं कर रहे' बोलकर भाजपा पर विकास के मुद्दे से भागने का आरोप जड़ दिया।
अखिलेश ने सिर्फ सात दिन में देश को नया प्रधानमंत्री मिलने के दावे से बात की शुरूआत की और भाजपा सरकार व पीएम को धोखे वाला करार दिया। काशी को क्योटो बनाने के वादे का जिक्र किया, कहा आज जब बनारस के बारे में सुनता हूं तो दुख होता है, तकलीफ होती है। बताओ धोखा किसी को दे देते, हमें दे देते, किसी और को दे देते लेकिन जरा सोचो बाबा भोले की नगरी को, भगवान को धोखा दे दिया। पांच साल पहले गंगा से जोड़े रिश्ते का हवाला दिया और कहा जिनकी नीयत साफ नहीं वे कभी गंगा मइया को साफ नहीं कर सकते। इस बहाने उन्होंने बड़े नाविक समाज को जोड़ने का प्रयास किया और कहा कि गंगा तो साफ नहीं हुई लेकिन हमारे नाव चलाने वालों को धोखा दे दिया, परेशानी में डाल दिया। बात का असर बढ़ाने के लिहाज से बोले-वादा तो क्योटो का था, गंगा मइया को साफ करने का था, यह तो न था कि नाव चलाने वालों को धोखा दे देंगे। सोचो कैसे-कैसे धोखे खाएं हैं आपने।
अखिलेश ने इसमें वरुणा को भी जोड़ा, बोले धोखे से बनी सरकार गंगा मइया साफ नहीं कर पाई, हमने कहा वरुणा साफ कर देंगे लेकिन पता नहीं क्यों इन लोगों ने वहां भी काम रोक दिया। चाय वाला और चौकीदार से बात को धार दी, कहा चायवाला बनकर आए और प्राचीन न जाने कितने मंदिरों को तोड़ दिया। वे मंदिर जो हमारी विरासत थी उसे खत्म करने का कार्य किया। इसके बहाने अखिलेश ने चौकीदार और उस पर भरोसे का सवाल खड़ा किया। गलियों में कूड़ा, सीवर लाइन कनेक्शन, पानी समस्या, बिजली के तार पर भी सवाल उठाए। कहा प्रधानमंत्री जी ने पैर धोए, हम पैर धोने के चक्कर में रहे और उन्होंने नौजवानों की नौकरियां धो दी। कहा इन्होंने नोटबंदी से धोखा दिया जिससे अर्थव्यवस्था नीचे जा रही। अर्थ व्यवस्था नीचे जाती है तो नौकरी-रोजगार किसी के हाथ नहीं आते। उन्होने कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठाया।
कहा भाजपा जानती है कि महागठबंधन आ रहा है, इससे यूपी ही नहीं बंगाल तक में घबड़ाए हुए हैं। वे भले हमारे गठबंधन को जातियों का कहें लेकिन यह गरीबों का है जो दिलों से बना है और टूटने वाला नहीं। याद दिलाया दादा से किया वादा भाजपा को पीएम के संसदीय क्षेत्र में 24 घंटे बिजली पर घेरते हुए सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष इसमें पूर्व विधायक श्यामदेव राय चौधरी पर ले आए। कहा हमारा सीना बड़ा हो या न लेकिन दिल बहुत बड़ा है। एक बूढ़े-बुजुर्ग विधायक 24 घंटे बिजली के लिए धरने पर बैठे तो हमने तत्काल उनकी मांग पूरी की।
उन्होंने हमसे उप्र का बिजली कोटा बढ़वाने का वादा किया, कोटा तो न बढ़ा बिजली का लेकिन जिन्होंने बिजली बढ़वाई उनका टिकट काट दिया। अब पता नहीं रिटायरमेंट के बाद किस घाट पर बैठ कर भजन सुन रहे होंगे। दिखा रहे सपा-बसपा के प्रोजेक्ट सपा सुप्रीमो ने कहा यही लोग दावा करते थे कि दुनिया के लोग हमारा कितना सम्मान करते हैं। फ्रांस के राष्ट्रपति को ले आए और मीरजापुर में सबसे बड़े सोलर प्लांट का उद्घाटन किया जिसे सपा ने बनवाया था। दुनिया के दूसरे राष्ट्रपति को ले आए तो मेट्रो में दिल्ली से नोएडा तक ले गए थे जिसे सपा-बसपा ने बनवाया। कांग्रेस पार्टी बचाने में जुटी अखिलेश ने कहा कांग्रेस ने आजादी के बाद से धोखा ही दिया। कांग्रेस-बीजेपी में कोई फर्क नहीं। वे कहते हैं हमें बीजेपी नहीं रोकनी, अपनी पार्टी बनानी है। ऐसे में ध्यान रहे, लोकतंत्र की रक्षा के लिए वोट न बंटने पाए।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप