प्रधानमंत्री पद की दौड़ में हैं विपक्षी गठबंधन के सारे नेता, यह ऐसी टीम जहां सब बनाना चाहते हैं कप्तान
केंद्र सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए एसपी सिंह बघेल ने कहा कि मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में हर वर्ग का समावेशी विकास हुआ इसलिए फिर से सत्ता में आना तय है। बघेल ने केंद्र सरकार को विकास युक्त और भ्रष्टाचार मुक्त बताया और प्रधानमंत्री के कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि लुटियन जोन काजल की कोठरी है किंतु 10 वर्षों में मोदी सरकार पर कोई दाग नहीं है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। भाजपा ने शुक्रवार को विपक्षी गठबंधन आइएनडीआइए को अस्थिर बताया और उसकी क्रिकेट की ऐसी टीम से तुलना की, जिसके सारे खिलाड़ी कप्तान बनना चाहते हैं। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल ने प्रधानमंत्री चेहरे को लेकर विपक्ष में खींचतान के मसले को उभारते हुए सरकार का पक्ष रखा। चर्चा की शुरुआत भाजपा सदस्य हिना गावित ने की।
प्रधानमंत्री के कार्यों की सराहना
केंद्र सरकार की 10 वर्षों की उपलब्धियां गिनाते हुए उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में हर वर्ग का समावेशी विकास हुआ है, इसलिए फिर से सत्ता में आना तय है। बघेल ने केंद्र सरकार को विकास युक्त और भ्रष्टाचार मुक्त बताया और प्रधानमंत्री के कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि लुटियन जोन काजल की कोठरी है, किंतु 10 वर्षों में भी मोदी सरकार पर कोई दाग नहीं है। ऐसा कोई फकीर ही कर सकता है कि 10 वर्ष काजल की कोठरी में रहे और दाग न लगे।
बघेल ने इंदिरा गांधी का भी बहस में जिक्र किया
बघेल ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना उन पर कटाक्ष करते हुए संकेतों में कांग्रेस का नामदार नेता बताया। साथ ही संप्रग सरकार में भ्रष्टाचार के लिए जिम्मेदार भी बताया। इस पर कांग्रेस सदस्यों ने आपत्ति जताते हुए विरोध किया। हंगामे के बीच बघेल ने इंदिरा गांधी का भी बहस में जिक्र किया और उन पर देश को ठगने का आरोप लगाया। कहा कि उन्होंने गरीबी हटाओ का नारा दिया था। अगर सचमुच ऐसा हो गया होता तो 80 करोड़ लोग हमें विरासत के रूप में नहीं मिलते।
कालाहांडी में लोग भूखे से मरे थे
उन्हें मुफ्त राशन नहीं देना पड़ता। चार करोड़ लोगों को घर नहीं देना पड़ता। बघेल जब बोल रहे थे तो कांग्रेस के सदस्य हंगामा कर रहे थे। उनका कहना था कि जो इस सदन में नहीं है, उसका नाम लेना असंवैधानिक है। उस वक्त सभापति के आसन पर बैठे राजेंद्र अग्रवाल ने हंगामा कर रहे सदस्यों से चुप रहने का आग्रह किया। इस बीच बघेल ने अपना संबोधन जारी रखा और कहा कि इंदिरा गांधी के कार्यकाल में गरीबी हट गई होती तो कालाहांडी में लोग भूखे नहीं मरते।
अंग्रेजी में काम न होगा फिर से देश गुलाम न होगा
सत्ता में दलितों और पिछड़ों की भागीदारी का उल्लेख करते हुए बघेल ने कांग्रेस के साथ-साथ समाजवादियों को भी निशाने पर लिया और दोहरा चरित्र अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि खुद तो नारे लगाते थे कि संसोपा ने बांधी गांठ, पिछड़ा पावे सौ में साठ और अंग्रेजी में काम न होगा फिर से देश गुलाम न होगा। लेकिन नारों के उलट वे अपने बच्चों को विदेश में पढ़ाते थे। बघेल ने पिछड़ों के उत्थान का श्रेय मोदी सरकार को दिया और कहा कि भाजपा के सत्ता में आने का ही नतीजा है कि सबसे ज्यादा सांसद एवं विधायक दलित और ओबीसी समुदाय से आते हैं।
मोदी सरकार फिर से आ रही है
बघेल ने आत्मविश्वास भरे शब्दों में संबोधन का अंत किया और कहा कि मई में मोदी सरकार फिर से आ रही है। चर्चा की शुरुआत करते हुए भाजपा सांसद हिना गावित ने टीवी कार्यक्रम का उदाहरण देते हुए कहा कि विपक्षी दलों का साथ आना 'बिग बास' के घर की तरह है, जहां अनेक प्रतिभागी रहते तो एक घर में हैं, लेकिन सबकी कोशिश दूसरे को पछाड़ने की होती है।
पूर्ण बजट फिर से मोदी सरकार ही लाएगी
गावित ने कहा कि लोकसभा चुनाव मोदी सरकार की दक्षता बनाम विपक्षी गठबंधन की कमियों के आधार पर लड़ा जाएगा। भाजपा को केंद्र सरकार की योजनाओं के जमीन पर उतारने का लाभ मिलेगा, जबकि विपक्षी गठबंधन को कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों की नाकामी का परिणाम भुगतना पड़ेगा। हिना ने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में स्पष्ट कर दिया है कि अगला पूर्ण बजट फिर से मोदी सरकार ही लाएगी, क्योंकि सरकार एकजुट है और विपक्ष अस्थिर और बिखरा हुआ है।