LokSabha Elections 2019 : सामान्य की 25, एससी-एसटी की जमानत राशि 12.5 हजार
LokSabha Elections चुनाव में नामांकन पत्र दाखिल करने वाले सामान्य श्रेणी के प्रत्याशियों को 25 हजार जबकि एससी-एसटी के प्रत्याशी को 12.5 हजार रुपये की जमानत राशि जमा करनी होगी।
गोरखपुर, जेएनएन। लोकसभा चुनाव में गोरखपुर और बांसगांव संसदीय सीट पर नामांकन पत्र दाखिल करने वाले सामान्य श्रेणी के प्रत्याशियों को 25 हजार जबकि एससी-एसटी के प्रत्याशी को 12.5 हजार रुपये की जमानत राशि जमा करनी होगी। इसके साथ ही निर्दल प्रत्याशियों को दस प्रस्तावक भी देना होगा, जबकि राजनीतिक दलों के प्रत्याशी को एक प्रस्तावक की आवश्यकता होगी।
चुनावी तैयारियों के क्रम में प्रशासन कलेक्ट्रेट परिसर में बैरीकेडिंग का काम करा रहा है। 19 मई को होने वाले मतदान के लिए नामांकन प्रक्रिया 22 अप्रैल से शुरू हो गई। 29 अप्रैल तक होने वाले नामांकन के दौरान कलेक्ट्रेट परिसर में वाहनों का प्रवेश निषेध रहेगा। किसी भी प्रत्याशी के साथ पांच से अधिक लोग कलेक्ट्रेट में प्रवेश नहीं कर सकेंगे। उप जिला निर्वाचन अधिकारी आरके श्रीवास्तव के मुताबिक अधिक से अधिक मतदान हो इसके लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
पार्टियों के घोषणा-पत्र बने हथियार, मांगे जा रहे वोट
लोकसभा चुनाव में प्रमुख रणनीति दलों ने एक दूसरे को मात देने की तैयारियां तेज कर दी है। सभी दल न केवल जातीय समीकरण साधने में लगे हैं बल्कि पार्टियों के घोषणा-पत्र को हथियार बना रहे हैं। सोशल मीडिया पर चुनावी रंग दिख रहा है। फेसबुक हो या ट्विटर चुनाव प्रचार की तस्वीरें जहां प्रत्याशी साझा कर रहे हैं, वही समर्थक भी इसमें पीछे नहीं हैं। लोकतंत्र का यह महापर्व विविधता के रंग से भरा है।
देवरिया लोकसभा की बात करें तो भाजपा ने एक दिन पूर्व ही प्रत्याशी घोषित किया है। प्रत्याशी तय होने के पहले से संगठन विभिन्न सम्मेलनों के जरिए पीएम नरेंद्र मोदी के नाम वोट मांग रही है। अलग-अलग टोलियां बनाकर बूथ स्तर पर सरकार की योजनाओं से रूबरू कराया जा रहा है। वहीं कांग्रेस भी अपने घोषणा पत्र को लोगों तक पहुंचा रही हैं और पार्टी की नीतियों से लोगों को अवगत करा रही है। तय कार्यक्रम के मुताबिक प्रचार किया जा रहा है। सपा-बसपा गठबंधन भी चुनाव प्रचार में पीछे नहीं हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं ने चुनाव में पूरी ताकत झोंक दी है।
यही हाल सलेमपुर लोकसभा क्षेत्र का भी है। राजनीतिक दलों के समर्थक सोशल मीडिया पर चुनावी राग छेड़े हुए हैं। सोशल मीडिया पर पीएम नरेंद्र मोदी, राहुल गांधी के साथ ही सपा-बसपा गठबंधन के अखिलेश यादव व मायावती के नाम पर भी वोट मांगें जा रहे हैं। एक तरफ एक-दूसरे को पछाडऩे की होड़ लगी है तो दूसरी तरफ कीचड़ उछालने से कोई गुरेज नहीं हैं। सोशल मीडिया पर चुनाव प्रचार की कमान युवाओं ने संभाल रखी है। विवादित पोस्ट पर प्रशासन की नजर है। अब तक कई लोगों के खिलाफ कार्रवाई भी हो चुकी है। ऐसे में चुनावी रंग अब लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है।