मिशन 2019: महागठबंधन में फिर टली सीट शेयरिंग, अब फरवरी में होगी घोषणा
लोकसभा चुनाव के लिए बिहार के विपक्षी महागठबंधन में सीटों का बंटवारा अब राहुल गांधी की रैली के बाद होगा। रैली तीन फरवरी को पटना में है। पूरा मामला जानिए इस खबर में।
By Amit AlokEdited By: Published: Wed, 23 Jan 2019 11:40 AM (IST)Updated: Thu, 24 Jan 2019 09:28 PM (IST)
पटना [अमित आलोक]। लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार में महागठबंधन के घटक दलों की सीट शेयरिंग की घोषणा मकर सक्रांति के बाद ही होनी थी, लेकिन इसे एक बार फिर टाल दिया गया है। माना जा रहा है कि सीटों के बंटवारे पर फैसला फरवरी के पहले हफ्ते के बाद ही हो सकेगा। इसका तात्कालिक कारण तीन फरवरी को पटना में आयोजित कांग्रेस सु्प्रीमो राहुल गांधी की रैली है।
आसान नहीं महागठबंधन में सीटों का बंटवारा
विदित हो कि महागठबंधन में कांग्रेस ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के बराबर सीटों की मांग रखी है। राजद के समाने समस्या यह है कि उसे हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) सुप्रीमो जीतनराम मांझी व राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा के साथ शरद यादव व मुकेश सहनी जैसे तमाम छोटे-बड़े दलों व नेताओं को साथ लेकर चलना है। राजद के समाने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से असंतुष्ट चल रहे शत्रुघ्न सिन्हा व कीर्ति आजाद जैसे नेताओं को भी समायोजित करने की भी समस्या है। ऐसे में महागठबंधन में सीटों का बंटवारा आसान नहीं दिख रहा है।
राहुल की रैली के बाद सीट शेयरिंग की घोषणा चाहती कांग्रेस
सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस ने महागठबंधन में आग्रह किया है कि पार्टी नेता राहुल की रैली के आयोजन में व्यस्त हैं, इसलिए सीट शेयरिंग की कोई घोषणा रैली के बाद ही की जाए। राजद ने सिद्धांत रूप से कांग्रेस के आग्रह को जायज माना है।
सभी दलों की नजरें संभावना वाली सीटों पर
कांग्रेस अपने लिए अधिक से अधिक सीटें लेना चाहती है, लेकिन उसे महागठबंधन में घटक दलों की अधिकता व सीटों की सीमित संख्या की हकीकत का पता है। सूत्र बताते हैं कि इसे देखते हुए कांग्रेस सीटों की संख्या से ज्यादा जीत की संभावना वाली सीटों पर फोकस कर रही है। राजद सहित अन्य दलों की नजरें भी संभावना वाली सीटों पर हैं।
महागठबंधन नेताओं का सीटों को ले विवाद से इनकार
सीटों के बंटवारा की बाबत राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव कहते हैं कि कहीं कोई समस्या नहीं है। राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह भी इसकी तस्दीक करते हैं। रालोसपा सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा कहते हैं कि महागठबंधन में कोई मतभेद नहीं और सीट बंटवारा कोई समस्या नहीं है। उनके अनुसार महागठबंधन लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज करेगा। 'हम' सुप्रीमो जीतनराम मांझी भी यही कहते हैं।
राजग नेता बोले: महागठबंधन में पेंच ही पेंच
दूसरी ओर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के नेता महागठबंधन में पेंच ही पेंच बता रहे हैं। उनके अनुसार सीट शेयरिंग का फैसला टालने की वजह इसपर मतभेद है। लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) सुप्रीमो रामविलास पासवान कहते हैं कि महागठबंधन में फांक ही फांक है।
पटना में दो दशक बाद हो रही कांग्रेस की रैली
बहरहाल, कयासों व बयानों के बीच कांग्रेस सुप्रीमो राहुल गांधी की रैली तक महागठबंधन में सीटों का बंटवारा टल गया है। पटना के गांधी मैदान में करीब दो दशक बाद कांग्रेस की रैली हो रही है। राहुल की इस रैली में राजद नेता तेजस्वी यादव भी शिरकत करेंगे। फिलहाल कांग्रेेस का सारा ध्यान इसे सफल बनाने पर है।
आसान नहीं महागठबंधन में सीटों का बंटवारा
विदित हो कि महागठबंधन में कांग्रेस ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के बराबर सीटों की मांग रखी है। राजद के समाने समस्या यह है कि उसे हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) सुप्रीमो जीतनराम मांझी व राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा के साथ शरद यादव व मुकेश सहनी जैसे तमाम छोटे-बड़े दलों व नेताओं को साथ लेकर चलना है। राजद के समाने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से असंतुष्ट चल रहे शत्रुघ्न सिन्हा व कीर्ति आजाद जैसे नेताओं को भी समायोजित करने की भी समस्या है। ऐसे में महागठबंधन में सीटों का बंटवारा आसान नहीं दिख रहा है।
राहुल की रैली के बाद सीट शेयरिंग की घोषणा चाहती कांग्रेस
सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस ने महागठबंधन में आग्रह किया है कि पार्टी नेता राहुल की रैली के आयोजन में व्यस्त हैं, इसलिए सीट शेयरिंग की कोई घोषणा रैली के बाद ही की जाए। राजद ने सिद्धांत रूप से कांग्रेस के आग्रह को जायज माना है।
सभी दलों की नजरें संभावना वाली सीटों पर
कांग्रेस अपने लिए अधिक से अधिक सीटें लेना चाहती है, लेकिन उसे महागठबंधन में घटक दलों की अधिकता व सीटों की सीमित संख्या की हकीकत का पता है। सूत्र बताते हैं कि इसे देखते हुए कांग्रेस सीटों की संख्या से ज्यादा जीत की संभावना वाली सीटों पर फोकस कर रही है। राजद सहित अन्य दलों की नजरें भी संभावना वाली सीटों पर हैं।
महागठबंधन नेताओं का सीटों को ले विवाद से इनकार
सीटों के बंटवारा की बाबत राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव कहते हैं कि कहीं कोई समस्या नहीं है। राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह भी इसकी तस्दीक करते हैं। रालोसपा सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा कहते हैं कि महागठबंधन में कोई मतभेद नहीं और सीट बंटवारा कोई समस्या नहीं है। उनके अनुसार महागठबंधन लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज करेगा। 'हम' सुप्रीमो जीतनराम मांझी भी यही कहते हैं।
राजग नेता बोले: महागठबंधन में पेंच ही पेंच
दूसरी ओर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के नेता महागठबंधन में पेंच ही पेंच बता रहे हैं। उनके अनुसार सीट शेयरिंग का फैसला टालने की वजह इसपर मतभेद है। लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) सुप्रीमो रामविलास पासवान कहते हैं कि महागठबंधन में फांक ही फांक है।
पटना में दो दशक बाद हो रही कांग्रेस की रैली
बहरहाल, कयासों व बयानों के बीच कांग्रेस सुप्रीमो राहुल गांधी की रैली तक महागठबंधन में सीटों का बंटवारा टल गया है। पटना के गांधी मैदान में करीब दो दशक बाद कांग्रेस की रैली हो रही है। राहुल की इस रैली में राजद नेता तेजस्वी यादव भी शिरकत करेंगे। फिलहाल कांग्रेेस का सारा ध्यान इसे सफल बनाने पर है।
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