Lok Sabha Election 2019 : पुलिस फोर्स की कड़ी निगरानी में रहेगा पूरा सारंडा क्षेत्र
Lok Sabha Election 2019. प्रशासन ने घोर नक्सल इलाकों में पड़ने वाले बूथों पर हेलीकाप्टर के जरिए मतदान कर्मियों को पहुंचाने का निर्णय लिया है।
चाईबासा, सुधीर पांडेय। Lok Sabha Election 2019 सिंहभूम लोकसभा चुनाव के लिए मतदान 12 मई को होगा। चूंकि यह क्षेत्र नक्सल प्रभावित है, इस वजह से प्रशासन चुनाव को लेकर काफी सतर्कता बरत रहा है। मतदान कर्मियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने घोर नक्सल इलाकों में पड़ने वाले बूथों पर हेलीकाप्टर के जरिए मतदान कर्मियों को पहुंचाने का निर्णय लिया है।
इलाके में छह कलस्टर प्वाइंट चिह्नित किए गए हैं। छोटानागरा, थोलकोबाद, बिटकिलसोय, रोआम, दीघा आदि इलाके में पुलिस फोर्स की कड़ी निगरानी रहेगी। मतदानकर्मियों को हेलीकाप्टर के जरिए कलस्टर तक पहुंचाया जाएगा। वहां से पुलिस व सीआरपीएफ के सुरक्षा घेरे में उन्हें बूथों तक ले जाया जाएगा। पश्चिमी सिंहभूम की पांच विधानसभा में कुल 1284 बूथ हैं। 60 मतदान केंद्र पश्चिमी सिंहभूम जिला के खूंटपानी प्रखंड से संबंधित हैं जो खूंटी संसदीय क्षेत्र में पड़ते हैं। 431 मतदान केंद्र सरायकेला-खरसावां जिले से संबंधित हैं। पुलिस प्रशासन ने 910 केंद्रों को संवेदनशील व अति संवेदनशील बूथ के रूप में चिह्नित किया है।
केंद्रीय बलों की तैनाती
पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार झा ने बताया कि सभी संवेदनशील व अति संवेदनशील बूथों पर हम लोग विशेष सुरक्षा बरतेंगे। सुरक्षा के लिहाज से जितने केंद्रीय बल की मांग की गयी थी, सरकार ने उपलब्ध करा दिए हैं। मनोहरपुर, गोइलकेरा, बंदगांव, टोंटो, किरीबुरू, छोटानागरा समेत सारंडा क्षेत्र में पड़ने वाले सभी नक्सल प्रभावित बूथों पर बेखौफ मतदान कराने के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रहेगी। हाल में नक्सलियों ने चक्रधरपुर अनुमंडल क्षेत्र में सरकारी पंचायत भवन को उड़ाकर और नक्सली पोस्टर साटकर ग्रामीणों को चुनाव का बहिष्कार करने की चेतावनी दी है। एसपी ने बताया कि 12 मई को चुनाव के दिन मतदानकर्मियों को सुरक्षित बूथों तक पहुंचाना हमारे लिए सबसे बड़ी जिम्मेदारी है।
छह कलस्टर प्वाइंट बने
इसके लिए छह कलस्टर प्वाइंट बनाए हैं। मतदान कर्मियों को हेलीकाप्टर के जरिए कलस्टर प्वाइंट तक पहुंचाया जाएगा। वहां से पैदल या मोटरसाइकिल के जरिए सभी को संबंधित बूथों पर ईवीएम के साथ भेजा जाएगा। चुनाव संपन्न कराने के बाद हेलीकाप्टर से उन्हें वापस चाईबासा लाया जाएगा। चुनाव के दौरान पुरा इलाका फोर्स की निगरानी में रहेगा ताकि नक्सली अपनी मांद में ही घुसे रहें।
नक्सली डाल चुके हैं विघ्न
मालूम हो कि 2014 के चुनाव के दौरान नक्सलियों ने स्वीप कार्यक्रम के तहत चल रहे प्रचार वाहन को गोइलकेरा साप्ताहिक हाट में आग के हवाले कर दिया था। पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ की भी खबरें आईं थी। इस बार भी नक्सली लोकसभा चुनाव को प्रभावित करने की तैयारी में हैं।