Exclusive Interview: साध्वी प्रज्ञा बोलीं- धर्म और अधर्म के बीच युद्ध है मेरा चुनाव
जब साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर से उन्हें लेकर दिग्विजय की चुप्पी पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने सिर्फ यह कहा कि देखिए आगे क्या होता है।
सौरभ खंडेलवाल, भोपाल। महासमर 2019 में पूरे देश की नजर भोपाल लोकसभा सीट पर टिक गई है। एक-दूसरे के धुर विरोधी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह इस सीट पर आमने-सामने हैं। अपने दो बयानों से भाजपा को मुश्किल में डाल चुकीं साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर अब संभलकर बोल रही हैं। विवादित मसलों पर अब उन्होंने चुप्पी साध ली है या बहुत सधा हुआ जवाब दे रही हैं। चुनाव इन मायनों में भी दिलचस्प हो गया है कि दोनों प्रत्याशी अब एक-दूसरे के बारे में ज्यादा बात नहीं कर रहे हैं।
दिग्विजय पहले ही साध्वी को लेकर ज्यादा कुछ कहने से इन्कार कर चुके हैं और अब साध्वी भी दिग्विजय सिंह के बारे में भी सीधे तौर पर कुछ भी कहने से बच रही हैं। जब साध्वी से उन्हें लेकर दिग्विजय की चुप्पी पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने सिर्फ यह कहा कि देखिए आगे क्या होता है। भगवा आतंकवाद पर भी अब वे खुलकर कुछ नहीं कह रही हैं। गौरतलब है कि भाजपा के नेताओं ने पिछले दिनों साध्वी को बहुत संभलकर बातचीत करने की हिदायत दी थी।
साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर से बातचीत के प्रमुख अंश
प्रश्न : दिग्विजय तो अपना विजन बता चुके हैं, आपकी भोपाल सहित देश और समाज को लेकर क्या दृष्टि है?
उत्तर : मैं भी जल्द भोपाल और सीहोर के लोगों के लिए अपना विजन लोगों के सामने लेकर आऊंगी। हम कई लोगों से सलाह मशविरा कर अपना विजन डॉक्यूमेंट तैयार कर रहे हैं, जिस पर भविष्य की इमारतें खड़ी की जा सके।
प्रश्न : दिग्विजय सिंह को चुनाव में अपने लिए कितनी बड़ी चुनौती मानती हैं?
उत्तर : दिग्विजय सिंह कोई चुनौती नहीं है। हम आश्वस्त हैं और हमें सफलता मिलना तय है। मेरा चुनाव धर्म और अधर्म के बीच युद्ध है और इस युद्ध में धर्म की जीत होगी, तो निश्चित रूप से पूरे देश में संदेश जाएगा।
प्रश्न : धर्म-अधर्म और भगवा आतंकवाद जैसे मुद्दों पर ही देशभर में माहौल बनाया जाएगा?
उत्तर : नहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन बहुत अच्छा है और उसी विजन को लेकर हम लोकसभा क्षेत्र में भी जाएंगे। मेरे साथ जो हुआ, वह लोगों को बता चुकी हूं।
प्रश्न : क्या वजह है, जिसके कारण आप राजनीति में आई?
उत्तर : मैं पहले भी बता चुकी हूं। धर्म और राष्ट्र की रक्षा के साथ-साथ शिक्षा, स्वास्थ्य, पंचतत्व को व्यवस्थित रखने, शांति व सुरक्षा कायम रखने के लिए आई हूं। जब इन पर कुठाराघात होता है तो साधु-संतों को आगे आना पड़ता है।
प्रश्न : शहीद हेमंत करकरे और अयोध्या में विवादित ढांचा गिराने को लेकर अपने बयान पर कायम हैं?
उत्तर : मैं चुनाव आयोग को जवाब दे चुकी हूं। अब हमारी लीगल टीम इसे देख रही है। इससे ज्यादा कुछ नहीं कहूंगी।
प्रश्न : दिग्विजय आपके बारे में कुछ भी कहने से बच रहे हैं, ऐसा क्यों?
उत्तर : अभी आप देखते रहिए, आगे क्या होता है। जो कहना था, कह चुकी हूं।