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शेर सिंह घुबाया की एंट्री के बाद पंजाब कांग्रेस में उठे बगावती सुर, आगे की राह नहीं आसान

शिअद सांसद शेर सिंह घुबाया की कांग्रेस में एंट्री के बाद पंजाब कांग्रेस में बगावत के सुर उठ गए हैं। इससे घुबाया के लिए कांग्रेस में अागे की राह आसान होने के आसार नहीं हैं।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Tue, 05 Mar 2019 09:02 PM (IST)Updated: Tue, 05 Mar 2019 09:06 PM (IST)
शेर सिंह घुबाया की एंट्री के बाद पंजाब कांग्रेस में उठे बगावती सुर, आगे की राह नहीं आसान
शेर सिंह घुबाया की एंट्री के बाद पंजाब कांग्रेस में उठे बगावती सुर, आगे की राह नहीं आसान

चंडीगढ़, [इन्द्रप्रीत सिंह]। शिरोमणि अकाली दल से इस्तीफा देकर मंगलवार को कांग्रेस में आकर कांग्रेसियों को हैरान करने वाले सांसद शेर सिंह घुबाया के लिए आगे की राह आसान नहीं दिख रही। घुबाया की एंट्री के बाद पंजाब कांग्रेस में बगावती सुर उठ गए हैं। यदि कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में फिरोजपुर से उनको मैदान में उतारा तो निश्चित रूप से उनके लिए बड़ी मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं। बताया जाता है कि कोर कांग्रेसी नेता उनको टिकट देने की सहमति से खुश नहीं हैं।

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फिरोजपुर संसदीय सीट के सभी नेताओं ने सीएम से मिलने के लिए समय मांगा

फिरोजपुर संसदीय सीट में पड़ती सभी नौ विधानसभा सीटों के नेताओं ने बगावती सुर तेज कर दिए हैं। इन सभी ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से मिलने के लिए समय मांगा है। जलालाबाद से अनीष सिडाना व पूर्व मंत्री हंसराज जोसन, फाजिल्का से पूर्व मंत्री महिंदर सिंह रिणवा समेत कई नेता नाराज दिख रहे हैं। वह जल्द ही सीएम से मिलकर उनके सामने अपनी नाराजगी रख सकते हैं। इसके अलावा उन्होंने राहुल गांधी से भी मिलने की बात की है।

शेर सिंह घुबाया को टिकट मिला तो मुश्किल में पड़ सकती है कांग्रेस

शेर सिंह घुबाया को फिरोजपुर से संसदीय सीट मिलेगी कि नहीं, यह तो अभी तय नहीं है, लेकिन घुबाया ने राहुल गांधी से मुलाकात के बाद आशा व्यक्त की है कि संसदीय सीट उन्हें ही मिलेगी। कांग्रेस नेताओं को भी यह लग रहा है कि घुबाया को टिकट मिल गया तो पार्टी के लिए ठीक नहीं होगा।

घुबाया ने कांग्रेस वर्करों पर करवाए थे केस, उनके लिए वोट कैसे मांगेंगे : सिडाना

अनीष सिडाना जिन्होंने फिरोजपुर से टिकट के लिए अप्लाई किया है, ने कहा कि हम ऐसा करके अपने हार्ड कोर कांग्रेस वर्करों को क्या संदेश देना चाहते हैं। घुबाया ने कितने केस तो हमारे वर्करों पर करवाए हैं, अब उनके लिए वोट मांगें।

घुबाया रहे हैं नॉन परफॉर्मर सांसद : रिणवा

पूर्व मंत्री महिंदर सिंह रिणवा ने कहा, वह एक नॉन परफॉर्मर सांसद रहे हैं। पिछले दस साल में उन्होंने फिरोजपुर जैसे संसदीय हलके के लिए क्या किया है? संसदीय हलके में किसानों की कई दिक्कतें हैं क्या कभी उन्होंने आवाज उठाई? उनके अपने घुबाया इंजीनियरिंग कॉलेज की बिजली 40 लाख रुपये का बिल अदा न करने से कट गई। इनके कॉलेज में एससी स्कॉलरशिप में दो करोड़ का मामला अभी तक लंबित है।

फिरोजपुर संसदीय सीट में 34 फीसद से अधिक हिंदू वोटर

कांग्रेस नेताओं की दिक्कत यह है कि 34 फीसद से ज्यादा वोट होने के बावजूद पिछले कई सालों से यह सीट गैर हिंदू को दी जा रही है। सिडाना का कहना है कि सबसे ज्यादा आबादी 34 फीसद हिंदुओं की है और उसके बाद 24 फीसद जट्ट सिख परिवार हैं। एससी और एसटी की आबादी 26 फीसद है जिसमें से 15 फीसद राय सिख हैं। पिछड़ी जातियों की आबादी 16 फीसद है।

उन्‍होंने कहा कि इसके बावजूद सीट हिंदुओं के लिए नहीं दी जा रही है। घुबाया को सीट देकर हम एक बड़ा गलत संदेश काडर को देंगे। पंजाब में आज कांग्रेस बहुत अच्छी स्थिति में है और सभी 13 सीटें जीत सकती है। अगर इस तरह सीटों का बंटवारा हुआ तो मुझे नहीं लगता कि हम ज्यादा सीटें जीत पाएंगे।


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