Lok Sabha Election 2019: भाजपा के संकल्प पत्र को विपक्षी महागठबंधन ने नकारा
Lok Sabha Election 2019. राजद ने कहा संकल्प पत्र नहीं जनता को झांसा देने वाला पत्र । झाविमो ने भारतीय जनता पार्टी के घोषणा पत्र को जुमला-पत्र करार दिया है।
रांची, राज्य ब्यूरो। Lok Sabha Election 2019 - झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने भाजपा के घोषणा पत्र को झूठ का पुलिंदा करार दिया है। प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अब 2014 के वादे भूल भाजपा नए वादों में जनता को उलझाने में लगी हुई है। उन्होंने कहा कि 2014 की संकल्पना पूरी नहीं हुई तो कैसे सशक्त राष्ट्र कर निर्माण होगा। मोदी सरकार के संकल्प में युवाओं के लिए अवसर नहीं है, देश की सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी दूर करने पर सरकार का कोई फोकस नहीं है। कांग्रेस ने ससमय यह वादा किया है कि 31 मार्च 2020 तक 20 लाख रिक्त पड़े सरकारी पदों को भरा जाएगा।
डॉ. कुमार ने कहा कि किसानों की आय दोगुनी कर दी जाएगी, ऐसी चुनावी घोषणा मोदी जी ने किया है जबकि 2014 में लागत का 1.5 गुणा मूल्य देने का वादा था। केंद्र सरकार सर्वोच्च न्यायालय में हलफनामा देकर अपने वादे से मुकर गई। अब बताया जा रहा है कि 2022 में आय दोगुनी होगी, ऐसा बताया जा रहा है। इसके लिए गठित अशोक दलवई कमेटी का सुझाव था कि कृषि विकास दर 10.4 प्रतिशत होना जरूरी है तभी किसानों का आया दोगुना किया जा सकेगा।
पिछले पांच वर्षों की मोदी सरकार में कृषि विकास दर 3.7 या 3.8 प्रतिशत ही है। डॉ. कुमार ने कहा कि महिला सशक्तिकरण की बात तो सरकार करती है लेकिन इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाये गए। 2014 में भाजपा के वादों पर कोई नेता चर्चा नहीं कर रहा। अब मनगढंत वादों से जनता पर असर नहीं होगा। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि भाजपा का संकल्प पत्र नहीं बल्कि झांसा पत्र है। 2014 के जुमलों का जिक्र इस घोषणापत्र में है ही नहीं। प्रवक्ता लाल किशोरनाथ शाहदेव ने कहा कि भाजपा सरकार ने देश के किसानों से यह वादा किया था कि उनकी आय 2022 तक दोगुनी कर दी जाएगी, वर्ष 2014 में भी किसानों को समर्थन मूल्य का डेढ़ गुना देने का वायदा कर सर्वोच्च न्यायालय में केंद्र सरकार कर मुकर चुकी है।
झूठे आश्वासनों का पुलिंदा : सहाय
पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कहा कि भाजपा का घोषणापत्र झूठे आश्वासनों का पुलिंदा है। इसमें रोजगार और नौकरी जैसे मुद्दे पर कोई विजन नहीं है। 2014 में भाजपा ने जो घोषणाएं की थीं, उन्हें बड़ी चालाकी से बिसार दिया गया है। यह सरकार भविष्य के कोरे सपने दिखाकर वर्तमान में जनता का वोट लेना चाहती है। भाजपा यह क्यों नहीं बताती कि दो करोड़ रोजगार देने का वादा करनेवाली सरकार के कार्यकाल में बेरोजगारी की दर 45 साल में सबसे अधिक कैसे हो गयी। किसान को लागत पर पचास फीसद मुनाफे देने के वादे का क्या हुआ? 80 लाख करोड़ का कालाधन 100 दिन में लाने के वादे और हर व्यक्ति के खाते में पंद्रह लाख देने के वादे हवा-हवाई क्यों साबित हुए?
राजद ने इसे जनता को झांसा देने वाला पत्र का करार दिया है। पार्टी के महासचिव कैलाश यादव ने कहा है कि कालाधन लाने, बेरोजगारी भगाने, किसानों को समृद्ध बनाने, 100 स्मार्ट सिटी बनाने, बुलेट ट्रेन चलाने आदि का वादा करने वाली भाजपा हर मोर्चे पर फेल रही है। जनता इसके झांसे में नहीं आएगी, 2019 में इसे झारखंड और देश से भगाएगी।
झाविमो ने भाजपा के घोषणा पत्र को जुमला पत्र और जनता को धोखा देने वाला पत्र बताया है। केंद्रीय प्रवक्ता योगेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा है कि भाजपा द्वारा लोकसभा चुनाव-2019 को लेकर जारी संकल्प पत्र में 2014 में जारी घोषणा पत्र के ही कई पुराने वादों को दोहराया गया है। इससे इतर जो अब तक पूरे नहीं हो सके हैं, उनमें से कई नदारद हैं। दरअसल भाजपा के पास देश की जनता के समक्ष गिनाने और बताने के लिए कुछ है ही नहीं। पूर्ण बहुमत के बावजूद वादा नहीं निभाने वाली मोदी सरकार पुन: कुछ पुराने वादों के सहारे व कुछ नया राग अलाप कर सत्ता में आने का असफल प्रयास कर रही है।